EXCLUSIVE : स्कैम फेम प्रतीक की फिल्म अतिथि भूतों भव: से जुड़ी दिलचस्प बातें शेयर की अभिनेत्री दिवीना ठाकुर ने..
वेब सीरीज स्कैम फेम अभिनेता प्रतीक गांधी हिंदी फिल्मों में अपनी शुरुआत हॉरर कॉमेडी फिल्म अतिथि भूतों भव: से करने वाले हैं. फ़िल्म में उनकी कोस्टार अभिनेत्री दिवीना ठाकुर फ़िल्म से जुड़ी कई खास बातें और यादें शेयर की. दिवीना इस फ़िल्म से पहले हिंदी फिल्म प्रस्थानम में नज़र आ चुकी हैं. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत
वेब सीरीज स्कैम फेम अभिनेता प्रतीक गांधी हिंदी फिल्मों में अपनी शुरुआत हॉरर कॉमेडी फिल्म अथिति भूतों भव: से करने वाले हैं. फ़िल्म में उनकी कोस्टार अभिनेत्री दिवीना ठाकुर फ़िल्म से जुड़ी कई खास बातें और यादें शेयर की. दिवीना इस फ़िल्म से पहले हिंदी फिल्म प्रस्थानम में नज़र आ चुकी हैं. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत
क्या अतिथि भूतों भव: फ़िल्म की शूटिंग पूरी हो गयी है?
अथिति भूतों भव: की शूटिंग पूरी हो चुकी है. यह एक हॉरर कॉमेडी फिल्म है. जब शूटिंग में आपके साथ जैकी सर हो तो शूटिंग के दौरान सिर्फ कॉमेडी ही कॉमेडी होगी. इस फ़िल्म की शूटिंग मथुरा में हुई है. मैं पहली बार मथुरा गयी थी. कृष्ण जी की नगरी में शूटिंग के अनुभव बहुत अलग था. जगह जगह पर गौशाला और इतनी सारी गाएं मैंने पहली बार देखी थी. वहां पर जैकी सर और प्रतीक की फैन फॉलोइंग बहुत अच्छी है.
किस तरह का फैन मोमेंट आपने उनलोगों के साथ शूटिंग करते हुए देखा?
मथुरा में राधे राधे कहने का चलन है. जब जैकी दा को पब्लिक देखती थी तो ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगते थे राधे राधे . जैकी सर भी रिटर्न भी उनको राधे राधे बोलते थे. दिन भर में कम से कम 50 से अधिक बार वो राधे राधे कहते थे. इतने सारे फैंस उनको दिन भर ग्रीट करते थे.प्रतीक को भी लोग वेब सीरीज स्कैम की वजह से जानते हैं.
फ़िल्म ओटीटी पर होगी या थिएटर के लिए रुकेगी?
जहां तक मुझे जानकारी है यह फ़िल्म थिएटर में ही रिलीज होगी. फ़िल्म की शूटिंग खत्म हुई थी तो कहा गया था कि फ़िल्म 7 से 8 महीने में रिलीज हो जाएगी. चूंकि लॉकडाउन की वजह से चीज़ें रुक रुक गयी है तो हो सकता है कि इस साल के अंत में या 2022 के शुरुआत में फ़िल्म रिलीज हो.
फ़िल्म में आपका किरदार क्या है?
ये चार लोगों की कहानी है. मैं प्रतीक की बेस्ट फ्रेंड के किरदार में हूं. बहुत ही मजाकिया और अपनी धुन में रहने वाली लड़की है. अभी में जीती है कल क्या होगा उसको फर्क नहीं पड़ता है. फ़िल्म प्रस्थानम में जैकी सर मेरे पिता बनें थे इस फ़िल्म में दोस्त तो हमारी बॉन्डिंग एक लेवल ऊपर गयी है. उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला.
फ़िल्म की शूटिंग कोविड में हुई है कितना एहतियाद बरता गया?
हमारा क्रू बहुत छोटा था. नार्मल जितना क्रू होता है।उससे आधे से आधा. हम एक्टर्स के लिए अलग अलग कार भी नहीं थी. ज़्यादातर मैं और जैकी सर एक साथ ही बैठते थे. यह फ़िल्म मथुरा के इंडोर में नही बल्कि आउटडोर में शूट हुई है. जब जनवरी में हम शूट कर रहे थे तो उस वक़्त वहां केसेज ही नहीं थे. हमें तो कई लोग ऐसे मिले जिन्होंने मास्क नहीं लगाया था लेकिन हमने मास्क लगाया था. जैकी सर तो मस्त थे उन्होंने कहा कि भिड़ू डरने का नहीं. हमारे सेट में कोई भी प्रभावित नहीं हुआ था.
ऑफ स्क्रीन मथुरा में आप लोगों ने क्या एक्सप्लोर किया?
हमने वहां पर रबड़ी बहुत खायी. लस्सी लगभग हर दिन पीते थे . मक्खन बहुत खाया. वहां पर एक मिठाई आती है मोहन खीर नाम की. वो मैंने पहली बार खायी थी. जैकी सर,प्रतीक हम हमेशा मिठाई खाने में आगे रहते थे. डाइट भूल गए थे सबके सब.
प्रतीक के साथ शूटिंग अनुभव कैसा रहा?
प्रतीक को अभी जो नाम और पहचान मिल रही है. वो उससे ज़्यादा डिज़र्व करते हैं. वो स्टार बन गए हैं लेकिन उनमें बिल्कुल घमंड नहीं है. वे अपने को एक्टर की पूरी मदद करते हैं. मैं कई बार उनको कहती कि हम लाइन रिहर्स कर लेते हैं.वो तुरंत कहते हां चल अभी पढ़ लेते हैं. कई बार उसका अपना सीन होने वाला होता था लेकिन फिर भी अगर मुझे उसके बाद होने वाले सीन को लेकर कुछ से संशय है तो मेरी मदद करता था. वो बहुत ही सेल्फलेश एक्टर हैं. वो को एक्टर,एडी हर किसी की मदद के लिए हमेशा तैयार होता था.
आनेवाले प्रोजेक्टआप साउथ की फिल्में भी कर रही हैं,साउथ और बॉलीवुड इंडस्ट्री में क्या फर्क पाती हैं?
दोनों ही तरफ प्रोफेशनल्स हैं हां साउथ में फिल्मों की शूटिंग जल्दी होती है पता होता है कि मेरी शूट साढ़े छह बजे चालू हो जाएगी और शाम को 5 बजे खत्म. बॉलीवुड में देर से शूटिंग शुरू होती है और देर तक चलती है बस यही फर्क है.
आनेवाले प्रोजेक्ट?
एक शार्ट फ़िल्म बनाने वाले हैं. जिसके निर्माता प्रदीप सरकार होंगे. लॉकडाउन की वजह से प्रोजेक्ट में थोड़ी देर हो गयी. ये शार्ट फ़िल्म मुम्बई और उत्तराखंड में शूट होगी. ये शार्ट फ़िल्म एक लव स्टोरी फ़िल्म होगी.