अभिनेत्री दिव्या खोसला कुमार 17 साल के अंतराल के बाद रुपहले परदे पर बतौर अभिनेत्री वापसी कर रही हैं. जॉन अब्राहम के साथ उनकी फिल्म सत्यमेव जयते 2 कल सिनेमाघरों में दस्तक देगी. दिव्या इस फ़िल्म को अपनी एक्टिंग कैरियर की शुरुआत करार देती हैं. उनकी इस फ़िल्म और कैरियर पर उर्मिला कोरी की बातचीत…
सत्यमेव जयते 2 से आप एक्टिंग में वापसी कर रही हैं?
मैंने एक ही फिल्म की थी अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों. उसके बाद मैं निर्देशन में चली गयी थी. मैंने निर्देशन सीखा. मैंने म्यूजिक वीडियोज डायरेक्ट किया फिर मैंने यारियां और सनम रे जैसी फिल्मे डायरेक्ट की. मुझे नहीं लगता कि मैं कहीं गयी जिसके बाद मुझे कमबैक करना पड़ा. मैं हमेशा से यही थी. बस इतना फर्क है कि पहले कमरे के पीछे थी अब आगे हूँ तो कमबैक नहीं कहूँगी. सबसे महत्वपूर्ण बात मैंने एक्टिंग की ही नहीं है. दर्शकों ने मेरी एक्टिंग को देखा ही नहीं है. मैंने एक फिल्म की थी उस वक़्त मैं सत्रह साल की थी. मैं मानती हूँ कि अब मैंने अपने अभिनय करियर की शुरुआत की है. इतने सालों में मैंने बहुत कुछ सीखा है. मेरी ग्रोथ हुई है.
जॉन कोएक्टर के तौर पर कितने सपोर्टिव थे
बहुत ही ज़्यादा , मेरा उनके साथ बहुत ही अच्छा दोस्ती का रिश्ता है जो आपको पर्दे पर भी नज़र आएगा. जॉन पूरी रिहर्सल के साथ सेट पर आते थे. उनके बहुत मुश्किल डायलॉग थे. फिल्म में बहुत सारे उनके मोनोलॉग हैं. सुबह ५ बजे की भी शिफ्ट हो तो वो समय पर वहां पहुँच जाते थे. वह इतने बड़े स्टार हैं लेकिन उनमें घमंड बिल्कुल भी नहीं है.
एक्टिंग और निर्देशन में क्या फर्क पाती हैं
अगर मैं एक्टिंग और निर्देशन में तुलना करूँ तो निर्देशन बहुत मुश्किल है. एक्टिंग मुझे आसान लगती है. आपलोग देखेंगे तो आप तय करेंगे कि मैंने एक्टिंग अच्छी की है या नहीं. वैसे मेरे निर्देशक मिलाप झावेरी मेरे परफॉरमेंस से खुश हैं. मैं खुश हूँ कि एक्शन फिल्म होने के बावजूद उन्होंने मेरे लिए फिल्म में एक स्ट्रांग किरदार लिखा है और मुझे जॉन अब्राहम के साथ कास्ट किया है. फिलहाल एक्टिंग मेरी प्राथमिकता रहेगी.
आप निर्देशन को कितना मिस कर रही हैं
जब मैंने यह फैसला किया कि मुझे एक्टिंग करना है तो मैंने कुछ समय के लिए निर्देशन को बहुत मिस किया. मैं अपनी फिल्मों के सेट पर जाना चाहती थी. फिर मेरे जेहन में आता कि मुझे एक्टिंग पर ही फ़िलहाल फोकस रखना है .
क्या सेट पर कभी आपने को डायरेक्टर की जिम्मेदारी को भी निभाया ?
जब आप एक एक्टर होते हैं तो अलग माइंडसेट के साथ सेट पर जाते हैं. मिलाप झवेरी कैप्टेन ऑफ़ द शिप थे तो जो उन्होंने सोचा था मुझे उसपर खरा उतरना था तो निर्देशन के तौर पर मेरा अपना विजन लाना गलत होता था.
आमतौर पर शादीशुदा और मां बन चुकी एक्ट्रेसेज को उस तरह से मौके नहीं मिल पाते थे जैसे अब मिलते हैं क्या आप इस बदलाव को महसूस करती हैं?
जी हां , मुझे लगता है कि अभी तो बहुत सारी चीज़ें ओपनअप हो गयी हैं. दर्शक भी अब पुरानी मानसिकता नहीं रखते हैं. दर्शकों ने मेरे साथ इस फिल्म के गाने आने के बाद से ही बहुत कनेक्टिविटी दिखायी है. आज के दर्शक एक्टर्स की पर्सनल लाइफ को लेकर जज नहीं करते हैं. मुझे लगता है कि यह बहुत ही अच्छा है. अभी दीपिका, अनुष्का सभी शादीशुदा हैं लेकिन इसके बावजूद उन्हें लगातार अच्छा काम ऑफर हो रहा है जो इंडस्ट्री में महिलाओं की ग्रोथ की कहानी कहता है.
भूषण कुमार का आपकी एक्टिंग पर क्या कहना है
(हँसते हुए) हम एक दूसरे की तारीफ ही करेंगे. अभी हमने तय किया है कि हम काम घर पर डिस्कस ही नहीं करेंगे.
आपके बेटे का क्या रिएक्शन है
वह इस फिल्म के सेट पर एक ही बार आया है जब मेरा बर्थडे था. वह बहुत खुश है. वह मुझे स्क्रीन पर देखकर बहुत खुश हो जाता है. वह मुझसे पूछता रहता है कि मम्मा याद पीया के २ कब आएगा.
आप टी सीरीज की प्रमुख है इसलिए यह चर्चा आम है कि उस वजह से आप आसानी से किसी फ़िल्म का हिस्सा बन सकती हैं?
मेरे होम प्रोडक्शन में चालीस फिल्म बन रही है लेकिन मैं एक ही कर रही हूँ. मैं एमए के ऑफिस गयी थी. वहां मैं मोनिशा आडवाणी से मिली. मिलाप से भी मिली. उन्होंने मुझे फिल्म ऑफर की. बाद में उन्होंने टी सीरीज के साथ जॉइंट वेंचर किया.मैं यह बात बताना चाहूंगी. टी सीरीज इंडस्ट्री की सारी पिक्चरें कर रहा है तो टी सीरीज ना हो ये कैसे सम्भव है. इस फिल्म को देखने के बाद शायद मुझे फिल्मकारों से और ऑफर मिले. फिलहाल मेरे पास बस सत्यमेव जयते 2 ही है.