Exclusive: गुंजन सक्सेना और उनके परिवार संग समय बिता रही हैं जाह्नवी कपूर, सामने आईं तसवीरें
Gunjan Saxena: The Kargil Girl, Janhvi Kapoor Photos: नेटफ्लिक्स पर आज रिलीज हुई फ़िल्म 'गुंजन सक्सेना द कारगिल गर्ल' (Gunjan Saxena: The Kargil Girl) के लिए अभिनेत्री जाह्नवी कपूर (Jhanvi Kapoor) खूब सुर्खियां बटोर रही हैं. उनके अभिनय की सभी तारीफें कर रहे हैं. जाह्नवी के लिए गुंजन पर्दे पर बनना आसान नहीं था.
Gunjan Saxena: The Kargil Girl, Janhvi Kapoor: नेटफ्लिक्स पर आज रिलीज हुई फ़िल्म ‘गुंजन सक्सेना द कारगिल गर्ल’ (Gunjan Saxena: The Kargil Girl) के लिए अभिनेत्री जाह्नवी कपूर (Jhanvi Kapoor) खूब सुर्खियां बटोर रही हैं. उनके अभिनय की सभी तारीफें कर रहे हैं. जाह्नवी के लिए गुंजन पर्दे पर बनना आसान नहीं था. वे एक लंबे प्रशिक्षण से इसके लिए गुजरी है.
जाह्नवी अपना वजन कम बढ़ाने के साथ-साथ उन्होंने इंदौर में फ्लाइंग की ट्रेनिंग भी ली थी ताकि ऑन स्क्रीन वह पायलट गुंजन शर्मा के किरदार को बखूबी जी पाएं. जाह्नवी सिर्फ पायलट के तौर पर गुंजन को नहीं जानना चाहती थी बल्कि निजी जिंदगी में वे कैसी है. उनका अपने घर पर अपने माता पिता और परिवार वालों के साथ कैसा बर्ताव होता है. यह भी जाह्नवी समझना चाहती थी.
यही वजह है कि जाह्नवी ने कई दिन गुंजन शर्मा और उनके परिवार के साथ बिताया. इस दौरान वह गुंजन के हाव भाव और मेनेरिजम पर बखूबी ध्यान देती थी. वह अपने पिता के साथ कैसे बात करती हैं. मां के साथ उनका कितना खास रिश्ता है. कुलमिलाकर जाह्नवी गुंजन की तरह बोलना और चलना चाहती थी.
गौरतलब है कि जाह्नवी कपूर की फ़िल्म द कारगिल गर्ल आज रिलीज हुई है और कल यानी 13 अगस्त को उनकी स्वर्गीय मां श्रीदेवी का जन्मदिन भी है तो जाह्नवी के लिए यह फ़िल्म और भी स्पेशल हो जाती है. ध्यान देने वाली बात है कि श्रीदेवी कभी भी नहीं चाहती थी कि उनकी बेटी जाह्नवी उनकी तरह फिल्मों को अपना कैरियर बनाए. जहां हर शुक्रवार किस्मत बदल जाती है.
उन्हें लगता था कि जाह्नवी बहुत मासूम हैं. वह इंडस्ट्री के इस प्रेशर को झेल नहीं पाएंगी. वह जाह्नवी के लिए एक रिलैक्स ज़िन्दगी चाहती थी लेकिन फिर श्रीदेवी ने अपनी बेटी के सपनों को स्वीकार कर लिया. अपनी मौत से पहले श्रीदेवी ने बेटी जाह्नवी की पहली फ़िल्म धड़क का 25 मिनट का वीडियो फुटेज देखा था.
गौरतलब है कि गुंजन सक्सेना शौर्य चक्र से सम्मानित पायलट गुंजन सक्सेना की कहानी है. कारगिल वॉर के दौरान गुंजन ने कश्मीर में घायल हुए जवानों को बीच वॉर से वापस घर लाने का काम किया था. सिर्फ इतना ही नहीं वहां जवानों की जो भी जरूरतें थीं, जैसे खाना, मेडिकल की ज़रूरत वो सब भी अपनी टीम के साथ मिलकर पहुँचाया था. साथ ही पाकिस्तानी वॉर जोन्स पर भी नज़र रखने का काम इनके ही जिम्मे था. जिसे उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर बखूबी से किया था.
Posted By: Budhmani Minj