अभिनेत्री और डांसर माधुरी दीक्षित की बहुमुखी प्रतिभा में अब सिंगिंग भी जुड़ गयी है. लॉक डाउन के वक़्त अपना पहला सिंगल रिलीज कर चुकी माधुरी ने बीते दिनों अपना दूसरा सिंगल ‘तू है मेरा ‘जारी किया है. यह सिंगल उन्होंने अपने फैन्स को समर्पित किया है. उनके इस सिंगल, फैंस,म्यूजिक से जुड़ाव सहित कई पहलुओं पर उर्मिला कोरी की हुई बातचीत.
आपके पहले सिंगल कैंडल के वक़्त आपने कहा था कि आप रिकॉर्डिंग रूम में थोड़ी नर्वस थी इस बार रिकॉर्डिंग के वक़्त कितनी सहज थी?
जब भी मैं कुछ नया करती हूं तो मेरे साथ होता है. पेट में तितलियां होने की फीलिंग कह सकती हैं या नर्वस होना लेकिन मैंने महसूस किया है कि जब ये चीज़ होती है तो आप और ज़्यादा बढ़िया काम करते हैं. तू मेरा है सिंगल की रिकॉर्डिंग के वक़्त मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. मैंने ये गाना अपने फैंस के लिए बनाया है. 35 सालों से अधिक का मेरा करियर रहा है. जिस तरह से मेरे फैंस ने मुझे सपोर्ट किया है. मेरे हर उतार चढ़ाव में वे मेरे साथ थे. मुझे सपोर्ट किया. लोगों से झगड़ा किया. मुझे इतना प्यार दिया. हमेशा मुझे उत्साहित किया. मुझे लगा कि मुझे उनके लिए इस बार कुछ करना चाहिए. हमेशा फैंस से लव लेटर आते हैं. इस बार मैंने उन्हें इस सिंगल के ज़रिए लव लेटर लिखा है. यह मेरे थैंक्यू कहने का भी तरीका है अपने फैंस को. मेरे साथ इतने सालों तक होने के लिए.
आपके बारे में अक्सर ये कहा जाता है कि आप हिंदी सिनेमा की आखिरी महिला सुपरस्टार रही हैं,आपके बाद किसी भी अभिनेत्री को वो पॉपुलारिटी नहीं मिली है क्या आप इस बात को महसूस करती हैं?
मुझे लगता है कि जो मेरे फैन्स हैं. वो मुझसे अनकंडीशनल लव करते हैं. मैं 90 के दशक की बात नहीं कर रही अभी इस बीती 15 मई को जब मेरा बर्थडे था. ऐसा लग रहा था कि कोई फेस्टिवल हो रहा है. कोई कार्ड बना रहा है। कोई पेंटिंग कर रहा है. कोई डांस कर रहा है. कोई मेरे नाम से सोशल सर्विस कर रहा है. वाकई देखकर लगा कि इतने सालों तक लगातार इतना प्यार बहुत कम लोगों को मिलता है.
आप अपनी सफलता का श्रेय अपनी मेहनत को देंगी या किस्मत को?
मैंने अपने करियर को इस तरह से संभाला है. जो भी रोल किया. वो बेस्ट किया. फिल्मों में ही नहीं अगर टीवी पर भी कुछ किया है तो उसमें अपना बेस्ट दिया है. मैं हमेशा से बहुत हार्ड वर्किंग रही हूं. क्रिएटिविटी को हमेशा आगे बढ़ाती रही. चीजों को हमेशा एक्सलोर करती रही. अलग अलग रोल किए. आज तो फीमेल सेंट्रिक फिल्में लगातार बन रही हैं लेकिन मेरे वक़्त में इंडस्ट्री पूरी तरह से मेल डोमिनेटिंग थी लेकिन मुझे रोल अच्छे मिले. अच्छे गाने मिले. अच्छे कोरियोग्राफर मिले. मैं किस्मत को मानती हूं कि ये सब मौके मुझे मिले लेकिन उनको बेहतरीन बनाने के लिए मैंने बहुत मेहनत की है. आपको हर दिन पैशनेट होना चाहिए. मैं हर दिन उठती हूं तो ये सोचकर उठती हूं कि आज कुछ खास करना है.
यह सिंगल फैंस को समर्पित है निजी ज़िन्दगी में कब पहली बार एहसास हुआ कि मैं फेमस हो गयी हूं, मेरे भी फैन्स हैं ?
मैं फिल्में कर रही थी लेकिन कोई मेरी फिल्म तेज़ाब से पहले बड़ी हिट नहीं हुई थी. जब तेज़ाब बहुत बड़ी हिट हो गयी तो मैं इंडिया वापस लौटी थी. मैं यूएस गयी थी अपनी बहन की शादी में. तेज़ाब की रिलीज के तीन हफ्ते बाद मैं मुम्बई वापस आयी थी. छोटे छोटे बच्चे एयरपोर्ट के बाहर मिले और बोले कि आप एक दो तीन वाली है।यह पहली बार था जब किसी ने मुझे ऐसे पहचाना था. मुझे बहुत अच्छा लगा. मैंने कहा हां हां. उनलोगों ने कहा कि एक ऑटोग्राफ मिलेगा क्या. मैंने ऑटोग्राफ दिया. एम लिखा था एक बच्चे ने दूसरे से कहा देख देख मोहिनी. वह लम्हा मैं कभी नहीं भूलूंगी.
आपके सिंगिंग टैलेंट से जुड़ी कोई खास याद बचपन की रही है?
खास है कि नहीं ये पता नहीं लेकिन थोड़ी अलग ज़रूर है. मेरी मम्मी क्लासिकल सिंगर रही हैं. उन्हें पता था कि मैं अच्छा गाती हूं. एक बार उनके किसी परिचित के सामने उन्होंने मेरे इस हुनर के बारे में बताया. उन्होंने मुझसे कहा कि बेटा कुछ गाकर सुनाओ. मैंने बोला क्या उन्होंने कहा कि जो भी आपका दिल करें. मैंने पिया तू अब तो आजा गाना शुरू कर दिया. बॉलीवुड म्यूजिक से मुझे लगाव था. मेरी मम्मी का चेहरा देखने लायक था. उसके बाद उन्होंने मुझे कभी क्लासिकल म्यूजिक से सम्बंधित अपने परिचित के सामने गाने को नहीं कहा.
आपकी मां का सिंगर के तौर पर आपके ग्रोथ पर अब क्या कहना है?
मम्मी क्लासिकल सिंगर हैं. म्यूजिक से उन्होंने एमए किया है. मुझसे बहुत बहुत बेहतर वो गाती हैं लेकिन हां उन्होंने मेरे काम को पसंद किया. उन्होंने कहा कि तुमने बहुत मेहनत की. हर चीज़ पर ध्यान दिया. ऐसा नहीं कि चलो गाना है तो गा लो. मैंने पहले सिंगल के रिकॉर्डिंग से पहले रॉन एंडर्शन जो एक वोकल कोच हैं. उनके साथ ट्रेनिंग ली फिर रिकॉर्डिंग स्टूडियो में गाने गए. मैंने बहुत मेहनत और प्लानिंग के साथ इस सब किया है.
पिछली बार कैंडल के वक़्त आपने ही वीडियो भी शूट किया था इस बार वीडियो का क्या अनुभव रहा और आपके कितने इनपुट थे?
ये सिंगल डायरेक्ट चेरीफ ने किया है. राजाकुमारी ने मेरे साथ मिलकर इस सिंगल के शब्द लिखें हैं. नरेंद्र सिंह इसके प्रोड्यूसर हैं. रही बात वीडियो की तो जब हमने तू मेरा है बनाया तो हमारे दिमाग में एकदम क्लियर था कि इमोशनल कनेक्शन क्या है. ये मेरे फैंस को समर्पित है तो हमने पिक्चराइजेशन भी उसी तरह का रखा है. पहले के जमाने में फैन मेल आते थे. चिट्ठियां आती थी वो भी आर्टवर्क किए हुए, तो हमने उससे शुरुआत किया. गाने के आखिरी में सोशल मीडिया के ज़रिए फैंस के प्यार को दर्शाया है. जो आज के दौर का है. यह इमोशनल गाना है तो हमने डांस पूरी तरह से नहीं रखा है बहुत कम रखा है. सबके इनपुट्स से वीडियो तैयार हुआ है.
आप क्या एन्जॉय करती थी आर्ट वर्क वाली चिट्ठियां या फैन मेल सोशल मीडिया पर?
मुझे दोनों एक जैसा ही लगता है पहले फिजिकली वह चिट्ठियां आती थी. अब आप वही बात अपने फ़ोन पर पढ़ लेते हो. पहले घर जाना पड़ता था तो ही आप उन चिट्ठियों को देख सकते थे. अब तो घर,गाड़ी कहीं पर भी आप फैन मेल पढ़ सकते हैं. उन्हें जवाब दे सकते हैं. सोशल मीडिया की वजह से फैंस के डायरेक्ट कांटेक्ट है कोई मिडिल मैन नहीं है. आप फैन्स को सामने से थैंक्स कह सकते हैं. उनके साथ सीधे बात कर सकते हैं. चीज़ें अब ज़्यादा आसान हो गयी हैं.
सोशल मीडिया का एक पहलू ट्रोलिंग भी है क्या उससे परेशान होती हैं?
मैं परेशान नहीं होती हूं. जब आप कुछ करते हैं तो आप दुनिया के सामने खुद को रखते हैं. ऐसे में कोई अच्छा कहेगा तो कोई बुरा भी कहेगा तो मैं उन सब बातों को पर्सनली नहीं लेती हूं.
आप एक्टिंग भी करती हैं डांस भी और अब सिंगिंग में भी आप अपना कैरियर बना रही हैं कैसे बैलेंस करती हैं और रियाज में कितना वक्त देती हैं?
जब भी समय मिलता है मैं डांस और म्यूजिक का रियाज़ करती हूं. डांस के शोज में मैं सिर्फ जज नहीं करती कई बार साथी को जज,प्रतियोगियों के साथ डांस भी करती हूं तो वो भी कहीं ना कहीं डांस का रियाज़ ही होता है. म्यूजिक तो मेरे पूरे परिवार में हैं मेरे पति गिटार बजाते हैं. मेरे बेटे पियानो,तबला,ड्रम. फ्री टाइम मिलता है तो हम जैमिंग करते हैं. मेरे बेटे ने मेरे साथ आइफा में आई फ़ॉर इंडिया के लिए परफॉर्म भी किया था. जब मैंने गाया था तो पियानो पर वही था. जिसे लोगों ने बहुत पसंद किया था.
क्या बेटे के साथ भी कोई सिंगल की प्लानिंग है?
अभी तो छोटा बेटा 11 क्लास में है. बड़ा बेटा कॉलेज में गया है तो अभी उसके पढ़ाई के महत्वपूर्ण साल है. वो लोग पूरी तरह से अपनी पढ़ाई में उलझे हैं. एक दिन लेकिन ज़रूर मिलकर सिंगल निकालेंगे. मेरे बड़े बेटे को म्यूजिक में बहुत रुचि भी है. वो खुद प्रोड्यूस करता है.
आपने गुलाब गैंग और देवदास में कवित गाया था अगर मौका मिला तो क्या अपनी फिल्मों के लिए प्लेबैक सिंगिंग करना चाहेंगी?
हमारे पास आशाजी,सुनिधि,श्रेया जैसे बेहतरीन सिंगर हैं लेकिन हां हिंदी में मैंने कुछ लिखा और वो फ़िल्म या किसी प्रोजेक्ट की ज़रूरत होगी तो मैं ज़रूर गाऊंगी.