Exclusive : The Family Man 2 के बाद फीस डबल करने की चर्चा पर मनोज बाजपेयी ने कही ये बात…
अभिनेता मनोज बाजपेयी इन दिनों सफलता का दूसरा नाम बन चुके हैं. मनोज जल्द ही ज़ी 5 की फ़िल्म डायल 100 में नज़र आनेवाले हैं. एक बार वह फिर पुलिस के किरदार में है. मनोज कहते हैं कि वो पुलिस को नहीं बल्कि पुलिस की वर्दी पहने हुए इंसान को जीते हैं.
Manoj Bajpayee interview : अभिनेता मनोज बाजपेयी इन दिनों सफलता का दूसरा नाम बन चुके हैं. भोंसले, साइलेंस कैन यू हियर इट,फैमिली मैन 2,रे जैसे उनके प्रोजेक्ट्स की वाहवाही इस बात की गवाह है. मनोज जल्द ही ज़ी 5 की फ़िल्म डायल 100 में नज़र आनेवाले हैं. एक बार वह फिर पुलिस के किरदार में है. मनोज कहते हैं कि वो पुलिस को नहीं बल्कि पुलिस की वर्दी पहने हुए इंसान को जीते हैं. हर इंसान अलग है इसलिए पुलिस की भूमिका होते हुए भी हर किरदार अलग है. उर्मिला कोरी की हुई बातचीत
आप हमेशा से उम्दा एक्टर रहे हैं अब आप किंग ऑफ ओटीटी कहे जा रहे हैं इस सफलता को कितना खास पास पाते हैं?
मैं इस तरह की बातों को सुनकर असहज हो जाता हूं. मुझे ना कभी चाह थी ना कभी होगी कि मैं किंग ऑफ ओटीटी हो जाऊं या सुपरस्टार हो जाऊं. मुझे अच्छी बात ये लग रही है कि लोग मेरे साथ काम करना चाह रहे हैं. मुझे अच्छी अच्छी कहानियां और रोल्स दे रहे हैं जो मुझे अपनी एक्टिंग के साथ न्याय करने में मदद करती है. आगे जो भी काम आए. मैं उसका अच्छे से चुनाव करुं ताकि जो भी दर्शक मेरे काम को देखने के लिए उत्साहित हैं. मैं उसके साथ न्याय कर सकूं. मैं उनको निराश ना करूं. ये कोशिश हमेशा से रही है और आगे भी रहेगी.
ज़ी 5 की फ़िल्म डायल 100 में एक एक्टर में तौर पर आपके लिए क्या यादगार रहा?
सबसे यादगार ये रहा है कि ऐसी फिल्म करना जो ना सिर्फ एक थ्रिलर है बल्कि वो आज के समाज में बढ़ते बच्चों के खिलाफ बहुत सारे जो खतरे बनकर आ रहे हैं. ये फ़िल्म उनके खिलाफ भी बात करती है. मैं चाहता हूं कि सारे माता पिता खुद के साथ साथ अपने बच्चों को भी ये फ़िल्म दिखाए ताकि वो आनेवाले खतरे से अवगत हो सके.
निजी जिंदगी में एक पिता के तौर आप अपनी बेटी की परवरिश में क्या चुनौतियां पाते हैं?
आज की सबसे बड़ी समस्या ये है कि आज के बच्चों की दुनिया समेटकर उनके फ़ोन,टेबलेट और आईपैड में आ गयी है. एक विकसित होता दिमाग बहुत ही नाजुक होता है. उसको सही और बुरे की समझ नहीं होती है. ऐसे में 24 घंटे बच्चों पर नज़र रखना माता पिता के लिए कठिन काम हो गया है. अगर दोनों वर्किंग हैं या नहीं भी है तो भी. बच्चा क्या देख रहा है. किससे संपर्क कर रहा है. उसको समझ पाना बड़ा मुश्किल होता है. इससे मैं भी जूझता हूं लेकिन मैं पूरा श्रेय अपनी पत्नी को दूंगा. मेरी बेटी 11 साल की होने वाली है. वो भी फ़ोन और लैपटॉप का इस्तेमाल करती है लेकिन मेरी पत्नी का पूरा ध्यान इस पर रहता है कि वो क्या देख रही है. किन लोगों से संपर्क में है . बेटी को सही संस्कार मिले. ये हमारी प्राथमिकता है. उससे हर विषय पर वो बात भी करती है ताकि वो हमसे कुछ भी छुपाए नहीं. वो शिक्षा अभी से शुरू हो गयी है. इस बात को मैं भी फॉलो करता हूं. जब भी मैं उसके साथ होता हूं या उसके साथ संपर्क स्थापित करता हूं.
सेलिब्रिटीज के साथ साथ आजकल उनके बच्चों को भी ट्रॉल्लिंग का सामना करना पड़ता है?
कुछ बीमार लोग हैं. बीमार लोग के मस्तिष्क का कुछ किया नहीं जा सकता है. ये हमेशा से थे. सोशल मीडिया और डिजिटल फ़ोन के कारण ये सब चीज़ें ज़्यादा सामने आती हैं. जो इस दिमागी बीमारी से जूझ रहे हैं उनके घरवालों को कहूंगा कि उनका ख्याल करें. उनको ऐसा करने से रोकें. हज़ार किलोमीटर दूर से कोई आपको सोशल मीडिया पर गाली दे रहा है. आप उसका क्या कर सकते हैं.
डायल 100 में आपके साथ साक्षी तंवर हैं उनके साथ कैसा रहा स्क्रीन शेयर करना?
साक्षी को मैं तब से जानता हूं जब से वे कॉलेज के थर्ड ईयर में थी. मैंने उनलोगों के ग्रुप के साथ एक प्ले भी डायरेक्ट किया था. उसमें उन्होंने लीड भूमिका निभायी थी. उस प्ले के लिए उन्होंने पहली बार एक्टिंग की थी. जब वो टीवी पर दिखती थी तो मैं लोगों को बताता था कि मैंने इनको डायरेक्ट किया है. उन्होंने मुझे हमेशा गौरान्वित किया है. वो आज भी नहीं बदली हैं. वैसे ही हैं. बहुत ही भली इंसान हैं. उनके उम्दा संस्कार हैं.
फ़िल्म डायल 100 में एक कॉल ने आपकी ज़िंदगी बदल दी है क्या कभी किसी कॉल ने आपको परेशान किया है?
करियर के शुरुआती दौर में कुछ दोस्त और परिचित ड्रिंक करके कॉल करते थे. वो अपने दोस्तों को दिखाने के लिए कि मुझे जानते हैं. इतना याराना है कि कुछ भी बकवास कर सकते हैं. कई बार गाली वाली भी देने लगते थे. बात हद से बढ़ने लगी तो मैंने फिर पुलिस में शिकायत की थी.
आप ओटीटी पर एक के बाद एक फिल्में और वेब सीरीज में नज़र आ रहे हैं क्या आपको ओवर एक्सपोज़र या एक्टिंग में दोहराव का डर जेहन में होता है?
मैं 27 साल से काम कर रहा हूं और खुद से ये वादा भी किया है कि मैं खुद को परदे पर नहीं दोहराऊंगा. ये जो वादा है. वो स्क्रिप्ट के चुनाव से लेकर अभिनय करने तक हर कदम पर रहता है. जब तक ये शरीर काम कर रहा है तब तक ये होने से रहा.
आपके फिल्मों के चुनाव में रीयलिस्टिक रहे हैं क्या लार्जर देन लाइफ फिल्में और किरदार आपको लुभाते नहीं है?
अच्छी स्क्रिप्ट आएगी तो मुझे लार्जर देन लाइफ किरदार करने में कोई दिक्कत नहीं है. अक्स मैंने किया था. कोई मतलब वाली नए तरीके की कहानी लेकर कोई आएगा तो ज़रूर करूंगा. मेरे अंदर कभी भी किसी चीज़ को लेकर ना नहीं है.
खबरें हैं कि फैमिली मैन 2 की सफलता के बाद आपने अपना मेहनताना डबल कर दिया है?
मैं पैसे की बात मीडिया से जल्दी करता नहीं हूं कि मैं क्या कमाता हूं क्या नहीं कमाता हूं लेकिन ऐसा कहा जाता है कि आप अच्छा काम कर रहे हैं लोगों का प्यार मिल रहा है तो लोग ही आपको मेहनताना डबल करके देते हैं. हमको मांगने की ज़रूरत नहीं पड़ती हैं तो मेरे साथ भी यही हो रहा है.
आपके आनेवाले प्रोजेक्ट्स कौन से हैं?
मैंने कनु बहल की फ़िल्म लगभग पूरी कर दी है।तकरीबन छह से सात दिन का काम बाकी है।राम रेड्डी की फ़िल्म खत्म की है।अभिषेक चौबे की अगली फिल्म की तैयारी चल रही है। दो नए डायरेक्टर्स के साथ भी काम कर रहा हूं। एक डेढ़ साल तक मेरे पास तारीखों की समस्या है क्योंकि मैं इन्ही प्रोजेक्ट्स में बिजी रहूंगा।पहले इन कामों को खत्म करूंगा तो फिर मैं आगे के बारे में सोचूंगा।