Exclusive : कपिल शर्मा नहीं बल्कि सुनील ग्रोवर की कॉमेडी पसंद है परेश रावल को…इंटरव्यू में किया खुलासा

हंगामा 2 जल्द ही डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज होने वाली है. अभिनेता परेश रावल (Paresh Rawal) एक बार फिर कहानी की अहम धुरी हैं. वे खुश हैं कि उनकी और निर्देशक प्रियदर्शन की जोड़ी एक बार फिर दर्शकों के सामने आ रही हैं. जो अलग अलग कहानियों के साथ दर्शकों का मनोरंजन करती रही हैं.

By कोरी | July 19, 2021 2:16 PM
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हंगामा 2 जल्द ही डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज होने वाली है. अभिनेता परेश रावल (Paresh Rawal) एक बार फिर कहानी की अहम धुरी हैं. वे खुश हैं कि उनकी और निर्देशक प्रियदर्शन की जोड़ी एक बार फिर दर्शकों के सामने आ रही हैं. जो अलग अलग कहानियों के साथ दर्शकों का मनोरंजन करती रही हैं. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत

हंगामा 2 के ट्रेलर में आप इनसिक्योर पति की भूमिका में नज़र आ रहे हैं?

शिल्पा शेट्टी जिसकी बीवी होगी तो उसका पति इन सिक्योर होगा ही. वैसे किरदार कहानी सबकुछ पिछली हंगामा से बिल्कुल अलग है. हिल स्टेशन पर कहानी को कहा गया है. रोमांटिक लव स्टोरी भी है. इस बार काफी बातें अलग हैं लेकिन क्लीन फैमिली एंटरटेनर हैं. आजकल के प्रोजेक्ट में तो समझता नहीं कि कब गाली गलौच शुरू हो जाए कब न्यूड सीन. इस फ़िल्म को आप पूरे परिवार के साथ देख सकते हैं.

मिजान के किरदार के लिए आयुष्मान और कार्तिक आर्यन को अप्रोच किया गया था लेकिन उन लोगों ने फिल्म को ना कह दिया था?

मैं पहली बार आपसे ही इस बात को जान रहा हूं. जहां तक मुझे पता है मिजान ही इस फ़िल्म में शुरू से था क्योंकि मैंने प्रियदर्शन से बात की थी तो उन्होंने बताया था कि मलाल फ़िल्म लड़के ने की है तो मैं इस बारे में ज़्यादा कुछ नहीं कह पाऊंगा.

शिल्पा के साथ ऑन स्क्रीन शूटिंग का अनुभव कैसा रहा?

बहुत ही अच्छी इंसान हैं. एक अरसे के बाद वो आ रही थी. उनकी कमबैक फिल्मों में से एक हैं तो बहुत ही ज़्यादा उत्साहित थी. पहले से कहीं ज़्यादा खूबसूरत शिल्पा आज दिख रही हैं.

हंगामा 2 थिएटर के बजाय ओटीटी पर रिलीज हो रही है?

दुख तो लगता है क्योंकि आपने फ़िल्म बनायी थी तो थिएटर के लिए बनायी थी लेकिन एक सुकून भी है कि कम से कम ओटीटी पर तो आयी. ओटीटी नहीं होता तो फिर हम क्या करते थे. आज के समय में ओटीटी परम सत्य है इसको मानकर चलना चाहिए.

आपने कॉमेडी में कई यादगार किरदार किए हैं आपके एक्टिंग का क्या प्रोसेस रहता है?

आप कैरक्टर से चिपके रहो. जिस सिचुएशन में वो डायलॉग बोलता है. वो कॉमेडी है. आप सिर्फ कैरेक्टर में रहिए आपको कॉमेडी करने के लिए कोई झंडा फहराने के लिए कोई ज़रूरत नहीं है.

आपने कॉमेडी के कई आइकोनिक किरदार किए हैं उनपर मीम्स बनते रहते हैं आपका क्या रिएक्शन होता है?

कुछ मीम्स अच्छे होते हैं. कुछ बुरे होते हैं. मैं बुरे को कुछ नहीं कर सकता हूं. अच्छे को मैं याद करता हूं. ट्रॉल्लिंग इग्नोर करने के लिए ही है. आप कीचड़ में क्यों पत्थर फेंकोगे. कपड़े आपके बिगड़ेंगे. उनका कुछ नहीं जाता है.

टीवी पर भी कॉमेडी के कई शोज आते हैं आपकी क्या उनपर राय है?

टीवी पर कॉमेडी के बेहतरीन शो आ रहे हैं. जो बहुत अच्छे अच्छे एक्टर्स को मौका दे रहे हैं. मैं अपनी बात करूं तो मुझे सुनील ग्रोवर की कॉमेडी बहुत पसंद है. वो फिल्मों और ओटीटी पर भी छाप छोड़ रहे हैं. मुझे लगता है कि टीवी के कॉमेडी शोज ने हम फ़िल्म वालों और बेहतरीन करने के लिए चुनौती रख दी है कि आपको और अच्छा करना पड़ेगा. वैसे कॉमेडी के नाम पर कुछ भी करने में मैं यकीन नहीं करता हूं.

आप एनएसडी के चैयरमैन हैं क्या आपको लगता है कि जो वहां ट्रेनिंग मिलती है उससे अलग इंडस्ट्री में चुनौतियां होती हैं?

हां,वहां की जो तैयारी है वो और फिर जब बंदा मुम्बई उतरता है तो वो अलग होता है. उसके लिए आपको हौसला आपको अंदर से मजबूत रखना पड़ेगा. इस प्रोफेशन में आप आते हैं तो आपको लड़ाई तो लड़नी पड़ेगी. संघर्ष करना ही पड़ेगा. सफल नहीं हैं तो उसके लिए करनी पड़ेगी. सफल हो गए तो उसको बरकरार रखने के लिए करनी पड़ेगी. मैं इतना सीख कर आया हूं तो क्यों स्ट्रगल करुं. ऐसी सोच है तो मेहरबानी करके इस लाइन में आइए ही मत. अभी तो फिर भी ओटीटी के आने से बहुत मौके सभी को मिल रहे हैं.

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