ठंड…आंसू गैस..वॉटर कैनन और किसान!
देश में कोरोना संकट है. गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस जारी है. देश के किसान सड़कों पर हैं. किसान दिल्ली चलो अभियान पर निकले हैं. पुलिस रोकने में जुटी है और अन्नदाता हैं कि मानने को तैयार नहीं हैं
देश में कोरोना संकट है. गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस जारी है. देश के किसान सड़कों पर हैं. किसान दिल्ली चलो अभियान पर निकले हैं. पुलिस रोकने में जुटी है और अन्नदाता हैं कि मानने को तैयार नहीं हैं. आखिर क्या है किसानों के सड़कों पर प्रदर्शन का मतलब. तस्वीरों में देखते हैं कैसा रहा किसानों का दिल्ली चलो अभियान.
पंजाब और हरियाणा से हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की ओर कूच कर चुके हैं. उनको सीमा पर ही रोक देने का भरसक प्रयास जारी है.
सीमा पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. सीमा पर कई स्थानों में सीआरपीएफ के जवानों को भी तैनात किया गया है.
पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए वाटर कैंनेन का इस्तेमाल किया. कई स्थानों पर आंसू गैस के गोले भी दागे गए. इस बीच किसानों ने कई जगह पुलिस की बैरिकेटिंग तोड़ दी. किसानों की तरफ से पथराव की भी खबरें हैं. पुलिस ने कहीं-कहीं हल्का बलप्रयोग भी किया.
दिल्ली की तरफ बढ़ रहे किसानों के एक समूह को करनाल में रोका गया. करनाल में पुलिस ने किसानों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. इस बीच हजार की संख्या में किसानों को लेकर दिल्ली जा रहे सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव को गुरुग्राम पुलिस ने हिरासत में लिया.
इस बीच किसान रैली के मद्देनजर राजधानी दिल्ली में कई मेट्रो का रूट बदल दिया गया है. कुछ मेट्रो की टाइमिंग बदली गई है.
कई रूट्स पर मेट्रो को अगले आदेश तक रद्द कर दिया गया है. बता दें कि केंद्र सरकार के नए कृषि बिल का पंजाब और हरियाणा में लगातार विरोध हो रहा है.
Posted By- Suraj Thakur