EXCLUSIVE Report : सुशांत सिंह राजपूत, रिया चक्रवर्ती ही नहीं कई नामचीन हैं बॉलीवुड के ड्रग कनेक्शन से जुड़े

Bollywood Drugs Connection : सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के मामले में आरोपी रिया चक्रवर्ती ने उन पर नशा करने का आरोप लगाया. जांच आगे बढ़ी, तो खुद रिया और उनके भाई समेत कई अन्य नशे के कारोबार के आरोपों में घिर गये. नशे में झूमते बॉलीवुड की नजर में चरस, गांजा, अफीम कोई नशा ही नहीं है. चकाचौंध और शोहरत की रंगीन दुनिया में कोकीन, एमडी और एलएसडी जैसे नशीले पदार्थ पार्टियों की शान बनते हैं. नशाखोरी और ड्रग तस्करी के काले कारनामों पर अब जांच एजेंसियों का शिकंजा कस रहा है. बॉलीवुड में नशा, ड्रग तस्करी, इसकी रोकथाम की स्थिति और विशेषज्ञों की इन केंद्रित टिप्पणी के साथ प्रस्तुत है ये वरिष्ठ पत्रकार-लेखक विवेक अग्रवाल की खबर...

By Prabhat Khabar News Desk | September 6, 2020 6:40 PM

Bollywood Drugs Connection : सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के मामले में आरोपी रिया चक्रवर्ती ने उन पर नशा करने का आरोप लगाया. जांच आगे बढ़ी, तो खुद रिया और उनके भाई समेत कई अन्य नशे के कारोबार के आरोपों में घिर गये. नशे में झूमते बॉलीवुड की नजर में चरस, गांजा, अफीम कोई नशा ही नहीं है. चकाचौंध और शोहरत की रंगीन दुनिया में कोकीन, एमडी और एलएसडी जैसे नशीले पदार्थ पार्टियों की शान बनते हैं. नशाखोरी और ड्रग तस्करी के काले कारनामों पर अब जांच एजेंसियों का शिकंजा कस रहा है. बॉलीवुड में नशा, ड्रग तस्करी, इसकी रोकथाम की स्थिति और विशेषज्ञों की इन केंद्रित टिप्पणी के साथ प्रस्तुत है ये वरिष्ठ पत्रकार-लेखक विवेक अग्रवाल की खबर…

ड्रग्स मामले में कसा शिकंजा

रिया चक्रवर्ती के व्हॉट्सएप पर डिलीट हुई चैट सीबीआइ ने दोबारा हासिल कर ली है. इससे रिया और उसके दोस्तों के ड्रग्स एंगल का खुलासा हुआ. इसी के बाद सीबीआइ ने मामला एनसीबी की तरफ मोड़ दिया. अब तक रिया के भाई शौविक चक्रवर्ती और सुशांत का हाउस मैनेजर सैम्युअल मिरांडा गिरफ्तार हो चुके हैं. संभव है, रिया और उसके कुछ और साथियों की इस मामले में गिरफ्तारी हो. सच तो यह है कि अकेले मुंबई फिल्म उद्योग ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया का फिल्म उद्योग ड्रग्स की बीमारी से ग्रस्त है. अगर यह कहें कि त्रस्त है, तो अधिक मुफीद होगा. यहां ग्लैमर और अकूत धन है और इसके पीछे राजनीति के कारण सत्ता की ताकत भी है. सत्ता और ग्लैमर के संसार में नशे का अलग ही साम्राज्य बन चुका है.

कई फिल्मी सितारे आ चुके हैं नशे की गिरफ्त में

संजय दत्त और फरदीन खान जैसे कई चर्चित चेहरे नशे की गिरफ्त में आ चुके हैं. संजय दत्त की मां नरगिस हर दिन बहुत सारा पैसा देती थीं. इससे संजय की सोहबत बुरी हुई और वे ड्रग्स के चंगुल में जा फंसे. पिता फिरोज खान और चाचा संजय खान के फिल्मी ग्लैमर और अकूत संपदा की चकाचौंध में फरदीन नशे की गिरफ्त में चले गये. उनकी गिरफ्तारी ने बड़ा भूचाल पैदा किया था. तब यह बात उठी कि फिल्म उद्योग में नशेबाजी के खिलाफ मुहिम शुरू होनी चाहिए, लेकिन यह बातों तक ही सीमित रह गयी. फरदीन के मामले में नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने अंधेरी के जुहू इलाके में जिस एटीएम पर घेराबंदी की थी, वहां एक राजनेता की बहू के साथ फिल्म जगत का एक मशहूर पार्श्वगायक आनेवाला था. ड्रग पेडलर ने वहां कोकीन लेने फरदीन को भी बुला लिया था. एनसीबी अधिकारी ने फरदीन को ही धर दबोचा. कुछ अर्से तक फरदीन जेल में रहे. अंततः सबूतों के अभाव में फरदीन बरी हो गये. उन्हें एक मशहूर रेडीमेड कंपनी ने ब्रांड एंबेसडर भी बनाया, जिससे यह संदेश गया– ‘ड्रग्स आर कूल’.

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काम के दबाव का बहाना

फिल्म जगत से जुड़े लोगों का कहना है कि फिल्मी सितारे, निर्देशक या अन्य लोग इसलिए नशे के आदी हो जाते हैं कि उन पर काम का दबाव बहुत होता है. ऊर्जा भरने के लिए वे पहले चरस और गांजा लेते हैं और बाद में कोकीन तक जा पहुंचते हैं. फिल्मी हस्तियों की लेट नाइट पार्टीज में कोकीन का सेवन फैशन की निशानी माना जाता है. फिल्मी सितारे कोकीन लेने को ‘मैचो मैन’ होने के रूप में लेते हैं. अपना दर्जा ऊंचा करने का दिखावा करते हुए कोकीन लेना फिल्मी सितारों का पसंदीदा शगल है.

पुलिस या सरकार नहीं लेती जल्दी संज्ञान

करण जौहर की एक दावत के वायरल हुए वीडियो में दीपिका पादुकोण से लेकर तमाम फिल्मी हस्तियां नशे में दिखायी दे रही हैं. पार्टी में शामिल सभी लोगों का टेस्ट कराने की मांग उठी थी. इस मामले में न तो पुलिस ने संज्ञान लिया, न किसी और एजेंसी ने. सरकार भी खामोश रही.

बिखरते रिश्ते, नशाखोरी और पतन

टूटे रिश्तों के बाद शराबखोरी ने महान अदाकारा मीना कुमारी को बर्बाद कर दिया. कागज के फूल जैसा क्लासिक सिनेमा बनानेवाले निर्देशक गुरुदत्त भी यह लाफानी दुनिया छोड़ गये. सुशांत सिंह मामले में स्वघोषित झंडाबरदार कंगना रनौत ने सबसे पहले वंशवाद का मुद्दा उठा कर निजी एजेंडा सेट किया. जब उन्हें इस पर सहयोग नहीं मिला, तो उन्होंने ड्रग्स का एंगल आते ही से झपट लिया. कंगना एक के बाद एक फिल्मी सितारों और हस्तियों पर नशाखोरी का आरोप लगा रही हैं. उनके आरोपों में कितनी सच्चाई है, यह स्पष्ट नहीं, लेकिन इतना जरूर है कि इस पर गंभीरता से जांच की जरूरत है.

कंगना के आरोप में कितनी सच्चाई

एक इंटरव्यू में कंगना ने यहां तक कह दिया कि फिल्म उद्योग में 99 फीसदी लोग ड्रग्स लेते हैं. फिल्म उद्योग में अगर इतनी बड़ी मात्रा में ड्रग्स की खपत होती, तो बॉलीवुड कब का खत्म हो चुका होता. बॉलीवुड में लगभग एक दशक से चलन हो गया है कि जिस पार्टी में ड्रग्स नहीं, वह पार्टी ही नहीं है. एक मशहूर अभिनेता ने तो एक फिल्म की सक्सेस पार्टी के दौरान डायरेक्टर से यह तक कह दिया कि जब पार्टी में कोकीन नहीं है, तो उन्हें बुलाया क्यों?

बॉलीवुड में कैसे पहुंचता है नशीला पदार्थ

फिल्म इंडस्ट्री को ड्रग्स पहुंचने के कई तरीके और रास्ते हैं. सबसे पहले अंदरूनी लोग ही सहयोगियों और भाई-बंधुओं तक नशे के सामान को पहुंचाते हैं. मॉडलिंग से फिल्मों में आये एक मशहूर फिल्मी सितारे का नाम इन दिनों बॉलीवुड के सबसे बड़े ड्रग पेडलर के रूप में मशहूर हो चुका है. कुछ अन्य लोग भी हर तरह का नशा इंडस्ट्री में पहुंचाते हैं.

प्रोफेशनल ड्रग्स डीलर और पेडलर

इनके पास बहुत ही सधा हुआ डिलिवरी नेटवर्क है. सेलफोन पर कोड लैंग्वेज में इन्हें मैसेज भेजा जाता है कि कितनी मात्रा में कौन-सा ड्रग्स चाहिए. तय स्थान पर उनका कुरियर पहुंचता है. माल लेनेवाला पूछता नहीं कि वह कौन है, माल लानेवाला पूछता नहीं कि माल किसे दिया. यह काला कारोबार पूरी गोपनीयता से होता है. जितनी ज्यादा सीक्रेसी, उतना ज्यादा धंधा.

बॉलीवुड की पार्टियों में कोकीन

फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा, फिल्म उद्योग में सबसे ज्यादा प्रचलित मादक पदार्थ कोकिन है. फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों के लगभग सभी पार्टियों में इसका इस्तेमाल होता है. यह बहुत महंगा नशा है, लेकिन जब आप नये होते हैं और इन बड़े व शक्शिाली लोगों की पार्टी में शामिल होते हैं, तो वहां यह आपको मुफ्त ही दिया जाता है. कई बार आपको पता भी नहीं चलता और एमडीएमए के क्रिस्टल्स पानी में मिला कर आपको दे दिये जाते हैं. यदि मादक पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो बॉलीवुड में छानबीन करे, तो कई लोग सलाखों के पीछे होंगे. यदि इनका रक्त परीक्षण किया जाए, तो कई चौंकाने वाले खुलासे होंगे.

महंगी कीमतों पर बेचे जाते हैं नशीले पदार्थ

फिल्मी हस्तियों को कोकीन, एमडी, एलएसडी, आइस जैसे ड्रग्स बाजार भाव से भी 20 से 50 फीसदी ऊंची कीमत पर बेचे जाते हैं. फिल्मी हस्तियां आठ से 10 हजार रुपये प्रति ग्राम मिलनेवाली कोकीन 12 से 15 हजार प्रति ग्राम पर भी खरीदने के लिए तैयार रहती हैं. इसके दो कारण हैं. पहला, उनके पास पैसों की कमी नहीं.

दूसरा यह कि कोकीन पेडलर इसे रहस्य बनाये रखने की गारंटी देता है. कहा जाता है कि कई टीवी सितारे जब तक नशा नहीं मिलता, तब तक वे अभिनय नहीं कर पाते हैं. वैनिटी वैन से मेकअप रूम तक, फाइव स्टार होटल की पार्टियों से लेकर हाउस पार्टी तक, हर जगह नशे का बोलबाला फिल्म इंडस्ट्री में हो चुका है.

जांच की तह तक पहुंचना जरूरी

सुशांत सिंह के मामले में अब रिया की विच हंटिंग और न्यूज चैनल के झूठे रुदन से अधिक कुछ नहीं बचा है. रिया को नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो गिरफ्तार भी कर लेता है, तो भी सबूत जुटाना और अदालत में पेश करना मुश्किल होगा, जितना फरदीन मामले में था. ड्रग्स ट्रेड और सेवन के मामले की जांच में एजेंसियों का पसीना निकलना तय है.

सुशांत सिंह के लिए जो लोग आंसू बहा रहे हैं, वे पूरा सच जानना चाहते हैं. वे सुशांत की मौत की वजह और उसके लिए उत्तरदायी लोगों के साथ-साथ ऐसे लोगों के ड्रग्स कनेक्शन के बारे में भी जानना चाहते हैं. साथ ही यह भी चाहते हैं कि फिल्म जगत ड्रग्स ही गिरफ्त से बाहर निकले.

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