प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण होने की शुभ घड़ी आखिरकार आ ही गयी. इसके लोकर्पण का इंतजार सिर्फ काशीवासी या भारतवासी ही नहीं, अपितु पूरी दुनिया कर रही है. देश विदेश में बसे भारतवासी अपने देश से भले ही दूर रह रहें हों, मगर उनकी आत्मा आज भी अपने देश और शहर काशी के बाबा विश्वनाथ के ही चरणों में समर्पित है.
इटली, जापान, सिंगापुर में रहने वाले भारतवासी जो कि वाराणसी शहर के ही मूल निवासी हैं, उन्होंने सोशल मीडिया व अपने परिजनों से मिली तस्वीरों को देखकर बाबा विश्वनाथ धाम के भव्य स्वरूप पर आश्चर्य और खुशी दोनों एकसाथ प्रकट की. उन्हें काशी में इतने बड़े बदलाव की उम्मीद ही नहीं थी. मगर पीएम मोदी के द्वारा इस तरह से काशी विश्वनाथ धाम को मिली भव्यता ने उनकी खुशी को दोगुनी कर दी है. एक तो काशी विश्वनाथ धाम की भव्यता दूसरी तरफ काशी शहर में बढ़ते विकास परिवर्तन को देखकर उन्होंने पीएम मोदी का धन्यवाद किया.
वाराणसी के चौक थाना के खोवा गली निवासी गौरव खन्ना व उनकी पत्नी सिंगापुर में रहते हैं. गौरव ने बताया कि काशी विश्वनाथ मंदिर के चौक क्षेत्र के खोवा गली में उनका पुश्तैनी मकान है, जहां पर अभी भी परिवार के लोग रहते है. गौरव खन्ना का मकान काशी विश्वनाथ से चंद कदम की दूरी पर है. तब वे जब काशी विश्वनाथ मंदिर को देखते थे तो उन्हें याद है कि उस वक्त गलियां इतनी संकरी हुआ करती थी कि बंधक के तरीके से प्रतीत होता था. आज सोशल मीडिया से प्राप्त तस्वीरों में इतने चौड़े रास्ते को देखकर बहुत खुशी हो रही हैं
गौरव ने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर इतनी जल्दी इतना बड़ा और सुविधाजनक बन जायेगा, इसकी कभी कल्पना भी नहीं कि थी. आज यह सपना पीएम मोदी ने साकार कर दिखाया. संकरी गलियों के शहर को पीएम मोदी ने चौड़ीकरण कर के बाबा विश्वनाथ धाम का निर्माण कर पूरे देश को ऐसा तोहफा दिया है जिसकी वजह से पूरे भारतवासी उनके प्रति कृतज्ञ रहेंगे. काशी विश्वनाथ धाम के दर्शनों के लिए मन व्याकुल हो रहा है. जैसे ही कोरोना गाइडलाइन खत्म होगी, तुरन्त अपने शहर वाराणासी आकर बाबा विश्वनाथ धाम में दर्शन पूजन करना है.
वाराणसी के दुर्गाकुंड के मूल निवासी राम गुप्ता 2008 से इटली में रहते हैं. वहां वह अपना व्यापार करते हैं. उन्होंने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर निर्माण की सभी काशीवासियों को बधाई दी. लोकार्पण के बाद काशी विश्वनाथ का स्वरूप देखकर बहुत ही भाव विह्वल हो रहे राम गुप्ता ने कहा कि सोशल मीडिया के द्वारा जब उन्होंने काशी विश्वनाथ धाम की भव्यता देखी तो उन्हें यह आश्चर्य हुआ कि जब कुछ साल पहले वे यहां दर्शन करने आये थे तब उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि काशी विश्वनाथ मंदिर इतना भव्यतम और दिव्य स्वरूप में निर्मित हो जाएगा. देश के प्रधानमंत्री पीएम मोदी इसके लिए बधाई और धन्यवाद दोनो के पात्र हैं.
राम गुप्ता ने कहा कि जब मैं पहले यहां दर्शन करने आया था तो बहुत संकरी गलियां थी. यहां आने जाने में काफी दिक्कत होती थी. अब कॉरिडोर देखकर मन प्रसन्न हो गया. मेरा परिवार भी बनारस में रहता है. उनसे भी मिली तस्वीरें देखकर बहुत खुशी हो रही है. कोरोनाकाल की वजह से काशी नहीं आ पा रहा हूं, लेकिन अब जल्द ही आऊंगा और काशी विश्वनाथ धाम के इस अद्भुत स्वरूप का दर्शन करुंगा.
वाराणसी के भेलूपुर की निवासी संध्या गुप्ता इटली के मिलानो शहर में रहती हैं. उन्होंने लोकार्पण के बाद की तस्वीरें सोशल मीडिया पर देखने के बाद बहुत खुशी जाहिर करते हुए हर हर महादेव का उद्घोष करते हुए कहा कि पीएम मोदी को बहुत बहुत धन्यवाद, जो उन्होंने मेरे शहर के बाबा विश्वनाथ के धाम को इतना भव्य और दिव्य स्वरूप दिया. मैं काशी आती रहती हूं. मेरे रिश्तेदार यहीं रहते हैं. बाबा विश्वनाथ धाम की भव्यता देखकर रुका नहीं जा रहा है क्योंकि कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि इतना सुंदर मन्दिर बन जायेगा. मन तस्वीरों को देखकर खुश हो जा रहा है. बस जल्द ही बाबा के दरबार में दर्शन करने आना है. यही बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना है.
जापान के टोक्यो में रहने वाले योगेंद्र पुराण भारतीय मूल के सबसे पहले विधायक बने हैं. उन्होंने काशी विश्वनाथ धाम की भव्यता को लेकर कहा कि काशी विश्वनाथ धाम के लोकर्पण होने की सभी भारतवासियों समेत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और काशी से जुड़े सभी साधु संतों को हार्दिक बधाई. काशी विश्वनाथ का मंदिर एक ऊर्जा का स्रोत हैं. इसका फायदा न सिर्फ काशीवासियों को होगा बल्कि पूरी दुनिया को होगा. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर निर्माण की वजह से हजारों लोग अब मन्दिर में सुविधाजनक रूप से दर्शन कर पाएंगे.
योगेंद्र पुराण ने कहा कि काशी शहर का भी बहुत तेजी से विकास हो रहा है. नए रास्ते बनाये जा रहे हैं. स्मार्ट सिटी को लाया जा रहा है. ट्रैफिक को कंट्रोल किया जा रहा है. कूड़ा हटाने की व्यवस्था की जा रही है. रास्तों से आवारा जानवरो को हटाया जा रहा है. इस तरह से काशी अब अपने नए स्वरूप में पूरे देश विदेश के पर्यटकों का स्वागत करने के लिए तैयार हो रहा है. भारत और जापान का सम्बंध आगे बढ़ रहा है. क्योटो और काशी का भी सम्बन्ध आगे बढ़े यही मेरी इच्छा रहेगी.
(रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी)