धनबाद : धनबाद जिले में चल रही 117 शराब की दुकानों में महंगी शराब का टोटा हो गया है. नयी आबकारी नीति के तहत पूरे राज्य में दो मई से सरकार खुद शराब की दुकानें संचालित कर रही. धनबाद में अब तक 117 शराब की दुकानें खुल चुकी है. इस माह के अंत तक 20 और दुकानें खुलेंगी. बावजूद इसके दुकानों से कई महंगे ब्रांड की शराब गायब है. ग्राहक सस्ती शराब पीने को विवश हैं. उत्पाद अधिकारियों के अनुसार दुकानों में अभी पुराना माल ही जा रहा है. इस कारण शराब की किल्लत है.
बीयर में सौ रुपये का इजाफा : शराब दुकानों में बीयर की कमी का फायदा बार संचालक उठा रहे हैं. एक माह पहले बार में जो बीयर 220 से 250 के बीच ग्राहकों को परोसी जाती थी, उसकी कीमत में 100 रुपये बढ़ा दी गयी है. बार संचालक इस किल्लत में बीयर की कालाबाजारी कर रहे हैं.
धनबाद जिला में बीयर की ब्लैक मार्केटिंग हो रही है. जो बीयर दुकानों में 120 रुपये से लेकर 180 रुपये तक के बीच बिकती थी, वह लगभग दुकानों से गायब हो चुकी है. साथ ही लगभग शराब दुकानों में डीप फ्रीजर नहीं है. अभी तक कुछ दुकानें व्यवस्थित तक नहीं है. कई दुकानदार जमीन पर बैठकर कारोबार कर रहे हैं.
धनबाद में कई ब्रांड की शराब नहीं दिख रही है. इनमें खास कर 100 पाइपर्स, टीचर्स, ब्लैक डॉक, ब्लैक लेवल, रेड लेबल, चिवास रिगल, वैट 69 सहित कई महंगी फॉरन लीकर पूरी तरह से गायब हो चुकी है. यह हाल पिछले 20 दिनों से है. ऐसे में महंगी शराब पीने वाले या तो सस्ती शराब की सेवन कर रहे हैं, या उन्हें बार की ओर रुख करना पड़ रहा है. इसके लिए उन्हें ज्यादा भुगतान करना पड़ रहा है.
अभी पुराना माल ही दुकानों में जा रहा है, इस कारण शराब की किल्लत हो रही है. जल्द ही नया माल आने के बाद सारी समस्याएं दूर हो जायेगी.
उमाशंकर सिंह, सहायक उत्पाद आयुक्त
Posted By: Sameer Oraon