कोडरमा : सरकार के द्वारा जरूरतमंद राशन कार्डधारियों (पीडीएस लाभुकों) को उपलब्ध करायी जाने वाली चीनी एक्सपायर्ड होने के बावजूद जिले को सप्लाई कर देने का मामला प्रकाश में आया है. मामला संज्ञान में आने के बाद चीनी लदे ट्रक को सप्लाई करने वाली कंपनी को बैरंग वापस कर दिया गया है.
मामला शनिवार देर शाम चंदवारा प्रखंड में स्थित एफसीआइ के गोदाम में चीनी अनलोडिंग के क्रम में सामने आया. सामग्री सप्लाई को लेकर राज्य स्तर पर टेंडर लेने वाली छत्तीसगढ़ की कंपनी की लापरवाही की वजह से ऐसा हुआ. अगर यह चीनी लाभुकों के बीच वितरित हो जाती, तो परेशानी खड़ी हो सकती थी.
हालांकि, समय रहते इस पूरे मामले को पकड़ लिया गया. साथ ही इसकी पूरी जानकारी झारखंड राज्य खाद्य निगम के एमडी को दी गयी है. जानकारी के अनुसार, झारखंड राज्य खाद्य निगम की ओर से टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के बाद छत्तीसगढ़ की कंपनी भोरमदेव एसएस यूके कवर्धा कबीरधाम को चीनी सप्लाई करने की जिम्मेवारी दी गयी है.
शनिवार को छत्तीसगढ़ से एक ट्रक चीनी लेकर चालक चंदवारा पहुंचा. यहां विभागीय पदाधिकारी की मौजूदगी में चीनी को उतारा जा रहा था. चार-पांच बोरा उतारे जाने के बाद चीनी गीला दिखने पर पदाधिकारी को संदेह हुआ. इसके बाद जब बोरा पर अंकित जानकारी देखी गयी, तो उसमें मैन्युफैक्चरिंग मंथ फरवरी 2019 और बेस्ट बिफोर जनवरी, 2020 अंकित था.
ऐसे में पदाधिकारियों ने तुरंत चीनी की अनलोडिंग रोक दी और पूरी जानकारी वरीय अधिकारियों को दी. वाहन के चालक अजमेर खान ने बताया कि ट्रक में 360 बोरा चीनी लदा है. ट्रांसपोर्टर ने उसे चीनी लोड कर चंदवारा में उतारने को कहा था. इधर, खाद्य निगम के डीएमएसएसपी अनिल कुमार ने बताया कि चीनी लदे ट्रक को संबंधित कंपनी को वापस कर दिया जा रहा है. साथ ही पूरे मामले की जानकारी एमडी को दे दी गयी है.
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Posted By : Mithilesh Jha