बीरभूम में नहीं थम रहा विस्फोटकों के मिलने का सिलसिला, 12 हजार जिलेटिन स्टिक के साथ बम बरामद
छापामारी अभियान चलाकर भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है. इन विस्फोटकों में मुख्य रूप से जिलेटिन स्टिक पाए गए हैं. इस विस्फोटकों के मिलने के बाद से एक बार फिर जिला पुलिस सकते में आ गई है.
बीरभूम, मुकेश तिवारी : बीरभूम जिले में बम और विस्फोटकों के मिलने की सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार को खैरासोल में मिले करीब 15 बमों के बाद फिर जिले में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुए हैं. इस बार बीरभूम जिले के रामपुरहाट थाना इलाके के रदीपुर ग्राम स्थित एक परित्यक्त मकान में शनिवार मध्य रात पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापामारी अभियान चलाकर भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है. इन विस्फोटकों में मुख्य रूप से जिलेटिन स्टिक पाए गए हैं. इस विस्फोटकों के मिलने के बाद से एक बार फिर जिला पुलिस सकते में आ गई है. उक्त विस्फोटकों को किसने यहां पर छुपा कर रखा था और किस उद्देश्य से छिपा कर रखा था, इन सब विषयों को लेकर पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि उक्त परित्यक्त मकान के भीतर करीब 60 पेटियों में करीब 12 हजार जिलेटिन स्टिक बरामद किया है. उक्त विस्फोटक के मिलने की घटना के बाद रामपुरहाट थाना पुलिस इसे बड़ी सफलता मान रही है. पुलिस का कहना है कि उक्त विस्फोटक को किसने यहां पर छुप कर रखा था इन सब विषयों को लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है.हालांकि अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है. इस विस्फोटकों के मिलने की घटना के बाद से स्थानीय गांव के लोगों में दहशत फैल गया है. स्थानीय गांव के लोगों का कहना है कि संभवतः अवैध रूप से बमों को बनाने के उद्देश्य से ही जिलेटिन स्टिक को यहां पर छिपा कर रखा गया था. भारी मात्रा में जिलेटिन स्टिक के मिलने को लेकर गांव के लोग भी दहशत गर्द है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शनिवार की मध्य रात रामपुरहाट ब्लॉक एक के रदीपुर गांव के खेत के किनारे एक परित्यक्त घर से 60 बक्सों में रखी लगभग 12 हजार जिलेटिन की छड़ें बरामद कीं गई है. पिछले कुछ सालों में रदीपुर गांव से सटे इलाके से कई बार विस्फोटक बरामद हुए हैं. पुलिस की शुरुआती धारणा यह है कि इन अवैध विस्फोटकों का इस्तेमाल पत्थर खदानों में किया जाता है. इन विस्फोटकों को ज्यादातर गुप्त रास्तों से झारखंड में तस्करी कर लाया जाता है. बीरभूम-झारखंड सीमा पर कई अवैध पत्थर खदानें हैं. पुलिस के मुताबिक इन विस्फोटकों का इस्तेमाल उन पत्थर खदानों में किया जाता है.
संयोगवश, 28 जून को गुप्त सूत्रों से सूचना मिलने के बाद पुलिस ने नलहाटी इलाके में एक तृणमूल नेता के घर की तलाशी ली. वहां से एक सीसीटीवी डीवीआर, एक देशी पिस्तौल एक खाली मैगजीन, चार कारतूस, 16 किलो 250 ग्राम वजन के 130 जिलेटिन स्टिक जार और 50 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया गया. इस घटना के बाद से ही तृणमूल नेता मनोज घोष फरार थे. उन्हें एनआईए ने 10 जुलाई को गिरफ्तार किया था.
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