कोलकाता/भुवनेश्वर : कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए पूर्व तट रेलवे ने अपने पूरे संसाधनों के साथ तैयारी कर ली है. इस संबंध में रेलवे के चिकित्सा विभाग सहित मंडल रेल प्रबंधकों को पूरे जोन के क्षेत्राधिकार में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम हेतु समुचित उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं. स्थिति की निगरानी के साथ विषेश व्यवस्था के संबंध में विभिन्न विभागों को व्यापक दिशा-निर्देश दिये जा चुके हैं. पूर्व तट रेलवे के महत्वपूर्ण स्टेशनों पर विशेष नियंत्रण कक्ष/हेल्प डेस्क की स्थापना के साथ ही वहां तैनात कर्मचारियों को इस विषय में जागरूक व प्रशिक्षित किया जा रहा है. इसके अलावा संबंधित स्वास्थ्य प्राधिकारियों के साथ समन्वय व सहयोग भी सुनिश्चित किया जा रहा है. कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए पूर्व तट रेलवे की ओर से कई कदम उठाये जा रहे हैं.
कोरोना के डर से दफनायी गयीं 20 हजार मुर्गियां
फरक्का. देश भर में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस का खौफ मुर्शिदाबाद जिले में भी साफ दिख रहा है. पॉल्ट्री चिकन के सेवन से भी वायरस फैलने की खबरों से जहां इसकी बिक्री में कमी आयी है, वहीं अब इस पर पूरी तरह पाबंद लगाने के लिए भी कदम उठाये जा रहे हैं. इसी सिलसिले में रविवार को रामपुरा मोड़ के पास सुकांत कॉलोनी में करीब 20,000 से अधिक पॉल्ट्री चिकन (मुर्गियों) को दफना दिया गया. रघुनाथगंज के तृणमूल कांग्रेस विधायक मो अखरुजमान व जिला परिषद सदस्य के नेतृत्व में पॉल्ट्री मुर्गियों को दफनाया गया. विधायक ने कहा कि कोरोना वायरस के खौफ से लोग सहमे हुए हैं. तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस को देखते हुए यह कदम उठाया गया है.
यात्रियों एवं रेल उपयोगकर्ताओं के बीच सूचना, प्रशिक्षण एवं संवाद संबंधी स्थानीय भाषाओं में सामग्रियों जैसे पोस्टर, बैनर, पर्चे आदि के माध्यम से जागरूकता फैलायी जा रही है. रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों व रेल उपयोगकर्ताओं को जागरूक करने के लिए ऑडियो एवं वीडियो क्लिप चलाये जा रहे हैं.
रेलवे अस्पतालों में बुखार से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए अलग व्यवस्था की गयी है. बुखार से ग्रसित मरीजों के लिए अलग से विशिष्ट संकेत के साथ काउंटर, वार्ड की व्यवस्था की गयी है.
रेलवे अस्पतालों में बुखार से पीड़ित मरीजों के उपचार के लिए अलग वार्ड एवं बेड की व्यस्था की गयी है.
चिकित्साकर्मियों को निर्देश दिया गया है कि यदि पूर्व तट रेलवे के क्षेत्राधिकार में कोरोना वायरस से संदिग्ध या पीड़ित किसी भी मरीज का पता चलता है, तो तत्काल इसकी सूचना स्थानीय स्वास्थ्य प्राधिकारियों को दी जाये.
सभी चिकित्सा प्रभारियों को संबंधित राज्य के स्वास्थ्य प्राधिकारियों से निरंतर संपर्क में रहने का निर्देश दिया गया है.
सभी रेलवे अस्पतालों में नियंत्रण कक्ष एवं टेलीफोन हेल्प लाइन की व्यवस्था की गयी है.
जब कभी भी आवश्यक हो, रेलवे परिसर में उपलब्ध पृथक वार्ड/संगरोधी वार्ड का उपयोग स्थानीय स्वास्थ्य प्राधिकारियों के परामर्श से किया जायेगा.
कोरोना वायरस से ग्रसित संभावित संदिग्ध मरीजों के लिए सेंट्रल हाॅस्पिटल, भुवनेश्वर सहित खोरधा रोड, संबलपुर एवं वाल्टियर मंडल अस्पताल में सभी जीवन रक्षक दवाओं व उपकरणों से सुसज्जित 10 बेड वाले अलगाव वार्ड की व्यवस्था की गयी है.
अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए ट्रेनों के एसी कोचों से पर्दे व कंबल अस्थायी रूप से हटाये जा रहे हैं. हालांकि, आवश्यकता होने पर यात्रियों की मांग पर उन्हें अतिरिक्त चादर दिये जायेंगे.
ट्रेनों के कोचों व शौचालयों को निरंतर रूप से कीटाणुरहित रखने के लिए विषेश जोर दिया जा रहा है.