बरेली : शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के ख्वाजा कुतुब निवासी दिनेश शर्मा ने बताया कि वह सोबती बिल्डर कंपनी के मार्केटिंग मैनेजर हैं. कंपनी के निदेशक चरन पाल सिंह सोबती के भाई प्रीतपाल सिंह सोबती की कंपनी मैसर्स मां चंडीकाय एसोसिएट हापुड़ में काफी समय से संजीव चौधरी सुपरवाइजर के पद पर थे. वे हापुड़ के रहने वाले है.संजीव ने अपने बेटे रितिक उर्फ हनी चौधरी को कंपनी में चालक के पद पर रखने की सिफारिश की थी.
हनी को चालक के ट्रायल के रूप में अस्थाई तौर पर रख लिया था. कुछ दिन काम सही तरीके से किया. बाद में संजीव, और उसके बेटे हनी की गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल होने की शिकायत कंपनी को मिलने लगी. लगातार शिकायत मिलने के बाद दोनों पिता – पुत्र को कंपनी से अलग कर दिया. नौकरी से निकाले जाने के कुछ समय बाद दोनों ने काम पर लौटने का प्रयास किया. इसके लिए कई बार कंपनी के उच्चाधिकारियों से संपर्क साधने का प्रयास किया. पूर्कं की गतिविधियों की जानकारी होन के कारण कंपनी ने उनकी सेवा लेने से साफ- साफ इंकार कर दिया. इसके बाद संजीव,उसके बेटे और संजीव की पत्नी कई अज्ञात नंबरों से कॉल करने लगे. आए दिन नये नये नंबरों से फोनकर पांच लाख रूपये की रंगदारी मांगने लगे.
25 अप्रैल को ग्रीन पार्क कॉलोनी में तीनों ने मार्केटिंग मैनेजर दिनेश को घेरकर गाली गलौज की. उन्होंने धमकी दी कि एक हफ्ते के अंदर पैसे नहीं दिए, तो पत्नी से दुष्कर्म करने के आरोप में जेल भिजवा देगा.इसका विरोध करने पर आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी. पुलिस ने संजीव, उसके बेटे और पत्नी के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराई है.पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने इस मामले में कॉल का ब्यौरा भी जुटाना शुरू कर दिया है.
रिपोर्ट मुहम्मद साजिद बरेली