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पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिये फैक्ट फाइंडिंग कमेटी पहुंची कोलकाता

बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हम हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे और पीड़ितों से मिलेंगे, उसके बाद हम अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा को सौंपेंगे.

By Shinki Singh | July 12, 2023 12:23 PM

पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिये भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी कोलकाता पहुंच चुकी है. पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे रविशंकर प्रसाद ने बताया कि फैक्ट फाइंडिंग कमेटी हिंसा वाले सभी इलाकों का दौरा करेगी. इसके साथ ही पीड़ितों के परिजनों से भी मुलाकात कर उनके घटना की पूरी जानकारी लेगी. उनका कहना है कि यह कमेटी उत्तर बंगाल जाकर वहां भी लोगों से मिलेगी और उसके बाद पूरी घटना की एक रिपोर्ट तैयार कर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपी जाएगी.

रविशंकर प्रसाद भाजपा की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के संयोजक

जेपी नड्डा ने इस कमेटी में रविशंकर प्रसाद, डॉ सत्यपाल सिंह, डॉ राजदीप रॉय और रेखा वर्मा को शामिल किया है. केंद्रीय मंत्री रहे रविशंकर प्रसाद को इस कमेटी का संयोजक बनाया गया है. डॉ सत्यपाल मलिक सांसद हैं और मुंबई पुलिस के कमिश्नर रह चुके हैं. राजदीप रॉय और रेखा वर्मा दोनों सांसद हैं. रेखा वर्मा भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं.यह पूरी टीम बंगाल के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेगी.

बंगाल में हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण- रविशंकर प्रसाद

पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बंगाल में हिंसा काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. फैक्ट फाइंडिंग कमेटी राज्यपाल सीवी आनंद से भी मुलाकात कर सकती है. गौरतलब है कि राज्यपाल भी लगाताय हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहें थे ऐसे में उनसे मिलकर फैक्ट फाइंडिंग कमेटी को कई जानकारियां मिल सकती है. ऐसे कमेटी उनसे भी मुलाकात करेगी. गौरतलब है कि बंगाल में लगातार हो रहीं हिंसा को लेकर राज्यपाल ने कई बार राज्य चुनाव आयोग को अर्लट किया है इसके बावजूद हिंसा जारी है. आज भी हिंसा में 3 लोगों की मौत हुई है.

हिंसा में अब तक 45 लोगों की हुई मौत

पंचायत चुनाव की घोषणा से लेकर अब तक बंगाल में लगातार हो रही हिंसा में 45 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं कई लोग घायल भी है. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के ऐलान होते ही राजनीतिक हिंसा शुरू हो गई थी. यह दौर मतदान के दौरान भी जारी रहा और चुनाव परिणाम आने के बाद भी जारी है.

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