कोडरमा में फिर पहुंचा जाली नोट, पति-पत्नी समेत 3 गिरफ्तार, रांची और गिरिडीह समेत बिहार से जुड़े हैं इसके तार

jharkharnd news: कोडरमा पुलिस ने जाली नोट गिरोह का खुलासा किया. पुलिस ने पति-पत्नी समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार तीनों लोग रांची के रहने वाले हैं. वहीं, इस गिरोह का मास्टरमाइंड गिरिडीह का है. जबकि जाली नोट बिहार के गया से आया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2021 7:02 PM

Jharkhand news: कोडरमा पुलिस ने जाली नोट गिरोह का खुलासा किया है. इस मामले में पति-पत्नी समेत 3 की गिरफ्तारी हुई है. पुलिस ने इनलोगों के पास से 30 हजार 800 रुपये के अलग-अलग जाली नोट, दो एटीएम कार्ड, चार आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड, तीन मोबाइल, बाइक (JH 11AC 7308) और होंडा स्कूटी (JH 01CW 0943) बरामद हुआ है. गिरफ्तार आरोपियों में 32 वर्षीय बबिता खलको पति संजय गोप निवासी सुखदेव नगर रांची, 32 वर्षीय रानी खलको पति उदय कुमार निवासी पंडरा कृषि बाजार समिति रांची व 35 वर्षीय उदय कुमार वर्मा पिता प्रियदर्शन महतो निवासी धुरगड़गी जमुआ जिला गिरिडीह शामिल हैं. आरोपियों में उदय और रानी आपस में पति-पत्नी है.

कोडरमा में फिर पहुंचा जाली नोट, पति-पत्नी समेत 3 गिरफ्तार, रांची और गिरिडीह समेत बिहार से जुड़े हैं इसके तार 2

पत्रकारों से बात करते हुए रविवार को डीएसपी मुख्यालय संजीव कुमार सिंह ने कहा कि जाली नोट के धंधे के तार गिरिडीह के अलावा बिहार के गया समेत अन्य जिलों से जुड़े हैं. आरोपियों से हुई पूछताछ व अनुसंधान में अब तक ये बात सामने आयी है कि बबिता खलको इस गिरोह की सक्रिय सदस्य है, जबकि अन्य 10 प्रतिशत कमीशन पर नोट बाजार में बदलने का काम करते थे.

पिछले दिनों जयनगर के पेठियाबागी में आदित्य वर्मा के सीएसपी में 11,500 रुपये के जाली नोट देकर बैंक खाता में ट्रांसफर करवाने के बाद इस मामले का खुलासा हुआ था. मामले में पहले बबिता को गिरफ्तार किया गया. इसकी निशानदेही पर रानी के पास से 10 हजार के जाली नोट बरामद हुए, जबकि इनसे हुई पूछताछ के बाद उदय की गिरफ्तारी हुई.

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वहीं, बाद में गिरिडीह के जिले के बिरनी थाना क्षेत्र के अरारी में प्रवीण कुमार पिता बसंत कुमार कुशवाहा के मकान में छापामारी की गयी. प्रवीण के घर से 100-100 रुपये का 31 सीट पाया गया, जिसमें 100-100 रुपये का तीन नोट छपा हुआ है. आरोपियों ने बताया है कि उन्हें बिहार के गया से जाली नोट प्राप्त होता था.

इस मामले में प्रवीण के अलावा पप्पू वर्मा पिता नोखलाल महतो निवासी बरोटोला थाना बिरनी जिला गिरिडीह की भी तलाश है. ये गिरोह के मुख्य सरगना हैं. डीएसपी ने बताया कि आरोपी अब तक गिरिडीह के विभिन्न इलाकों में एक से डेढ़ लाख रुपये के जाली नोट खपा चुका है.

मुख्य सरगना गिरफ्त से दूर, कई खुलासे बाकी

जिस प्रकार जिले के जयनगर थाना क्षेत्र में जाली नोट खपाने के मामले का खुलासा हुआ है उससे कई सवाल उठ रहे हैं. इस नये मामले के बाद यह साफ हो गया है कि जाली नोट छापने व इसे बाजार में खपाने का खेल लंबे समय से चल रहा है. इससे पहले कोडरमा के झुमरीतिलैया में नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने भी जाली नोट के मामले में छापामारी की थी. 11 सितंबर, 2020 को एनआईए की टीम ने गोपनीय तरीके से RLSY कॉलेज रोड स्थित किशोर कुमार अग्रवाल के मकान में छापामारी की थी और किशोर का मोबाइल व सिम कार्ड जब्त कर साथ ले गई थी. इससे पहले किशोर की गिरफ्तारी जनवरी 2020 में उत्तरप्रदेश के मुगलसराय में जाली नोट की खेप के साथ हुई थी.

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इस बार जाली नोट मामले में दूसरा गिरोह पकड़ में आया है, पर गिरोह का सरगना पुलिस की गिरफ्त से दूर है. गिरफ्तार आरोपियों में बबिता खलको, रानी वर्मा व उदय वर्मा ने पूछताछ में जो खुलासे किए हैं उससे अब तक यह बात साफ हुई है कि गिरोह का सरगना गिरिडीह जिले के बिरनी थाना क्षेत्र का रहने वाला है. बिरनी थाना क्षेत्र अरारी गांव में प्रवीण कुमार के घर पर हुई छापामारी में सौ-सौ रुपये के 31 शीट बरामद हुए हैं. प्रत्येक शीट में सौ-सौ के तीन-तीन नोट हैं यानी 9300 रुपये, जबकि बबिता व रानी के पास पांच-पांच सौ रुपये के जाली नोट बरामद हुए हैं.

दूसरी ओर बिरनी थाना क्षेत्र के बरोटोला निवासी पप्पू कुमार वर्मा फरार हैं. ऐसे में गिरोह के सरगना व इसके नेटवर्क तक पहुंचकर पूरा खुलासा करना पुलिस के लिए चुनौती है. वह भी तब जब इस धंधे के तार गिरिडीह के अलावा बिहार के गया व अन्य जिलों से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं. बताया यह भी जा रहा है गया के अलावा सीतामढ़ी व अन्य जिलों से जाली नोट बाजार में लाने का नेटवर्क जुड़ा हुआ है. यही कारण है कि इसमें जाली करंसी के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के भी शामिल होने की संभावना है. पुलिस इन सभी बिंदुओं पर आगे अनुसंधान करेगी तो कई खुलासे हो सकते हैं.

असली की तरह ही दिखते हैं जाली नोट

पुलिस ने आरोपियों के पास से जो जाली नोट बरामद किये हैं वो प्रथम दृष्टया पूरी तरह असली की तरह ही दिखते हैं. पुलिस ने 100 व 500 रुपये के जाली नोट बरामद किये हैं. यही नहीं प्रवीण कुमार के घर से 100 रुपये का छपा हुआ शीट तक बरामद किया गया है. ऐसे में आशंका है कि किसी जगह पर पहले इन नोट को मशीन के जरिये पहले छापा जाता है. फिर कटिंग कर गिरोह के सदस्यों द्वारा बाजार में खपाया जाता है. पुलिस के लिए इस मामले में गिरोह के सरगना की गिरफ्तारी के साथ ही नोट छापने वाली मशीन व अन्य सामान की बरामदगी भी एक चुनौती है.

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इस संबंध में कोडरमा एसपी कुमार गौरव ने कहा कि जाली नोट बरामदगी मामले में गिरफ्तार तीन आरोपियों से हुई पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर आगे का अनुसंधान जारी है. मुख्य सरगना की गिरफ्तारी के बाद कई खुलासे हो सकते हैं. गिरिडीह के अलावा बिहार के गया व अन्य जिलों से गिरोह के तार जुड़े हैं. अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क भी हो सकता है, पर यह जांच का विषय है.

Posted By: Samir Ranjan.

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