Bihar: पंजाब के लुधियाना में जिंदा जला बिहार के प्रवासी मजदूर का परिवार, झोपड़ी में आग लगने से 7 की मौत
Bihar News: पंजाब के लुधियाना में एक झोपड़ी में आग लगने से परिवार के मुखिया व बच्चे समेत कुल 7 लोग जिंदा जल गये. सभी लोगों की मौत की बात सामने आ रही है. सभी मृतक बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले बताये जा रहे हैं.
पंजाब से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आयी है जहां एक झोपड़ी में आग लगने से एक ही परिवार के सात लोग जिंदा जल गये. सभी लोगों की मौत की सूचना है. मृतक बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले बताये जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक प्रवासी मजदूर की झोपड़ी में आग लगने से घर के मुखिया व बच्चों की मौत हुई है.
देर रात अचानक लगी आग
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, घटना टिब्बा रोड स्थित मक्कड़ कॉलोनी क्षेत्र की है. जिस झोपड़ी में आग लगी वो कूडे के ढेर से लगा हुआ बताया जा रहा है. मंगलवार देर रात अचानक ही इसमें आग लग गयी. देखते ही देखते पूरी झोपड़ी आग की चपेट में चली गयी और अंदर सो रहा पूरा परिवार ही इसकी चपेट में आ गया.
मौके पर पहुंची पुलिस व दमकल की टीम
घटना की जानकारी मिलते ही दमकल की टीम व पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. थोड़ी ही देर में दमकल की टीम ने आग पर काबू पा लिया. इससे पहले अंदर सो रहे लोग आग लगने के कारण बुरी तरह झुलस गये और उन्हें बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिल सका. सभी मृतक बिहार के समस्तीपुर जिले के निवासी बताये जा रहे हैं. रोजी रोटी की तलाश में सभी पंजाब गये थे. मरने वालों में परिवार के मुखिया व बच्चे हैं.
घटना में पति-पत्नी व पांच बच्चों की मौत
घटना में पति-पत्नी व पांच बच्चों की मौत हुई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शवों को बरामद करने के बाद मृतकों की पहचान सुरेश साहनी उम्र 55 वर्ष, उनकी पत्नी अरुणा देवी उम्र 52 वर्ष, चार बेटियां राखी उम्र 15 वर्ष , मनीषा उम्र 10 वर्ष , गीता उम्र 8 वर्ष और चंदा उम्र 5 वर्ष व 2 साल के बेटे सन्नी के रूप में हुई है.
बड़ा बेटा सोया था कहीं और, बच गयी जान
बताया जा रहा है कि इस पूरे प्रकरण में एक पूरा परिवार आग की भेंट चढ़ गया. लेकिन इसी परिवार का एक बेटा बाल-बाल बचा है. दरअसल मृतक सुरेश सहनी का बड़ा बेटा बीते रात इस झोपड़ी में नहीं सोया था. वह कहीं और सोने चला गया था. सुबह जब उसे घटना की जानकारी हुई तो आनन-फानन में मौके पर पहुंचा. लेकिन तबतक सबकुछ जलकर खाक हो चुका था.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan