कोलकाता : ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा देने वाले देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की पुण्य तिथि पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया है. सोमवार को तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने मांग की कि केंद्र सरकार नये कृषि कानूनों को वापस ले.
लाल बहादुर शास्त्री की 55वीं पुण्यतिथि पर उनके ‘जय जवान, जय किसान’ के नारे को याद करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि किसान देश के नायक हैं. उन्होंने ट्वीट किया, ‘पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि. उन्होंने हमें ‘जय जवान, जय किसान’ का प्रेरणादायी नारा दिया था.’
ममता बनर्जी ने आगे लिखा, ‘हमें हमारे किसान भाइयों-बहनों पर गर्व है. किसान हमारे देश के नायक हैं. केंद्र को किसान विरोधी कानूनों को अभी वापस लेना चाहिए.’ ममता बनर्जी नये कृषि कानूनों के खिलाफ मुखर रही हैं, जिनके विरुद्ध किसान दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं. उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने भी प्रदर्शन को समर्थन जताया है.
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भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने इससे पहले आरोप लगाया कि नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव लाने का पश्चिम बंगाल सरकार का निर्णय ‘चुनाव को देखते हुए लोगों को मूर्ख बनाने की चाल’ है.
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इससे पहले, तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा किसानों के प्रति ‘फर्जी’ चिंता व्यक्त करती है, क्योंकि केंद्र सरकार आंदोलनरत किसानों की मांगें मानने को तैयार नहीं है.
पश्चिम बंगाल में 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए अप्रैल-मई में चुनाव प्रस्तावित हैं. दिलीप घोष ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि अगर बंगाल सरकार किसानों को लेकर चिंतित है, तो वह नये कृषि कानूनों को लागू करने में बाधाएं क्यों उत्पन्न कर रही है.
Tribute to Lal Bahadur Shastri, former prime minister, on his death anniversary. He gave us the inspirational slogan ‘Jai Jawan, Jai Kisan’. We are proud of our farmer brothers and sisters. Farmers are the heroes of our nation. The Centre MUST repeal the anti-farmer Acts NOW!
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) January 11, 2021
उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों का भरोसा खोने के चलते मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को लागू करने के लिए राजी हो गयी हैं.
Posted By : Mithilesh Jha