नेतरहाट पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत बोले- जहां भी होगा मजदूर-किसानों का आंदोलन, वहां रहेगा मेरा समर्थन
jharkhand news: नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज विरोधी जनसंघर्ष समिति की ओर से आयोजित दो दिवसीय विरोध एवं संकल्प दिवस में शामिल होने किसान नेता राकेश टिकैत नेतरहाट पहुंचे. कहा कि आंदोलन आदमी से नहीं, बल्कि विचारधार से चलता है. जहां भी किसान, मजदूर और गरीबों का आंदोलन होगा, वहां मेरा समर्थन रहेगा.
Jharkhand news: झारखंड के लातेहार स्थित नेतरहाट पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने हुंकार भरी. कहा कि जहां भी गरीब, मजदूर और किसानों का आंदोलन होगा, वहां मेरा समर्थन रहेगा. कहा कि कोई भी आंदोलन आदमी से नहीं, बल्कि विचारधारा से चलता है. ऐसे आंदोलनों में युवाओं को आगे आना होगा. श्री टिकैत मंगलवार को नेतरहाट के टुटुवापानी में नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज विरोधी जनसंघर्ष समिति की ओर से आयोजित दो दिवसीय विरोध एवं संकल्प दिवस को संबोधित कर रहे थे.
3 दशक पूर्व शुरू हुई आंदोलन आज भी जारी
किसान नेता श्री टिकैत ने कहा कि नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज निर्माण के विरोध की शुरुआत लगभग 3 दशक पूर्व हुई थी. आंदोलन की शुरुआत करने वाले कई लोग आज जीवित नहीं होंगे. बावजूद इसके आंदोलन मजबूती से चल रहा है. कहा कि दिल्ली में एक आंदोलन शुरू हुआ था, जो 13 महीने तक चला. इस आंदोलन को पूरे देश का समर्थन मिला. जिसके बाद हमारी जीत हुई.
सरकार जमीन लेने की बजाए शिक्षा देने पर काम करे
उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 विचारों के आदान-प्रदान का साल है. देश में गरीब, मजदूर और किसान जहां भी आंदोलन करेंगे, मेरा उनको भरपूर समर्थन मिलेगा. किसान अपनी जमीन नहीं देना चाहते हैं, क्योंकि यह उनका अधिकार है. सरकार जमीन लेने की बजाए शिक्षा देने का काम करे, तो समाज एवं देश की प्रगति होगी. कहा कि नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज से विस्थापित होनेवाले लातेहार और गुमला जिले के 245 गांव के लोग कहां जाएंगे, यह काफी गंभीर विषय है.
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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माले विधायक विनोद सिंह ने कहा कि गत 20 दिसंबर को विधानसभा में मैंने सरकार से पूछा था कि बिहार सरकार की अधिसूचना संख्या 1862 दिनांक 20.08.1999 के अनुसार नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज का उक्त क्षेत्र के ग्रामीण विरोध कर रहे हैं.
फायरिंग रेंज की समयावधि विस्तार पर रोक नहीं लगने पर जारी रहेगा आंदोलन
साथ ही पूछा था कि यह एक इको सेंसेटिव क्षेत्र है और 11 मई, 2022 को राज्य सरकार फील्ड फायरिंग रेंज की समयावधि विस्तार पर रोक लगाने का विचार रखती है. इस सवाल पर सरकार ने बताया कि इस संबंध में विभाग को अब तक कोई प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है. कहा कि फायरिंग रेंज की समयावधि विस्तार पर सरकार जब तक रोक नहीं लगाती तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा. इस मौके पर रत्न तिर्की, बासबी किंडो, दयामनी बारला, प्रभाकर तिर्की, बलराम, जेम्स हेरेंज, अनिल मनोहर, जस्निता केरकेट्टा, कुरदुला, ज्योति लकड़ा, मेघा श्रीराम, सेलेटिन कुजूर और सुनील मिंज आदि उपस्थित थे.
रिपोर्ट : वसीम अख्तर, महुआडांड़, लातेहार.