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किसान ने भगवान इंद्र के खिलाफ की शिकायत, तहसीलदार ने कार्रवाई के लिए डीएम को भेजी चिट्ठी

उत्तर प्रदेश का एक बड़ा हिस्सा वर्षा की कमी से जूझ रहा है. ऐसे में किसान और अन्य लोग वर्षा के देवता इंद्र को खुश करने के लिए कई दकियानूसी उपाय करना शुरू कर देते हैं. इंद्र को खुश करने के लिए मान्यता के अनुसार उपाय करने लगते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 19, 2022 9:32 PM

अपनी तरह की एक अनोखी घटना में एक किसान ने वर्षा के देवता माने जाने वाले भगवान इंद्र (Rain God Indra) के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी गयी है. इतना ही नहीं, राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने भगवान इंद्र के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है. मामला उत्तर प्रदेश के गोंडा जिला का है. शिकायत करने वाले किसान का नाम सुमित कुमार यादव है.

कम वर्षा के लिए इंद्र को ठहराया जिम्मेदार

सुमित कुमार यादव गोंडा जिला के झाला गांव का रहने वाला है. शनिवार को ‘समाधान दिवस’ के दिन सुमित कुमार यादव ने कम वर्षा हुई, तो इसकी शिकायत दर्ज करा दी है. कथित तौर पर इस किसान ने कम वर्षा के लिए भगवान इंद्र को जिम्मेदार ठहराया है. उनकी वजह से ही जिला में पर्याप्त वर्षा नहीं हो रही है.

उत्तर प्रदेश के बड़े हिस्से में नहीं हुई वर्षा

बता दें कि उत्तर प्रदेश का एक बड़ा हिस्सा वर्षा की कमी से जूझ रहा है. ऐसे में किसान और अन्य लोग वर्षा के देवता इंद्र को खुश करने के लिए कई दकियानूसी उपाय करना शुरू कर देते हैं. इंद्र को खुश करने के लिए मान्यता के अनुसार उपाय करने लगते हैं. लेकिन, इंद्र के खिलाफ शिकायत करने का यह अपनी तरह का अनोखा मामला है.

भगवान इंद्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग

सुमित कुमार यादव ने अपनी शिकायत में कहा है कि कम वर्षा की वजह से जिला को विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है. कम वर्षा की वजह से सभी परेशान हैं. इसलिए मैं जिला मजिस्ट्रेट से निवेदन करता हूं कि वह इंद्र भगवान के खिलाफ कार्रवाई करें. आश्चर्य की बात यह है कि सुमित ने तहसीलदार को यह चिट्ठी सौंपी और उसने बिना पढ़े, इसे डीएम को भेज दिया.

भगवान इंद्र के खिलाफ की गयी शिकायत वायरल

भगवान इंद्र के खिलाफ की गयी शिकायती चिट्ठी जब सोशल मीडिया में वायरल हुई, तो तहसीलदार ने ऐसी कोई चिट्ठी डीएम को भेजे जाने से इंकार कर दिया. उसने कहा कि चिट्ठी देखकर वह भौंचक है. यह फर्जीवाड़ा है. मैंने ऐसी कोई चिट्ठी फॉरवर्ड नहीं की. तहसीलदार ने कहा कि इस मामले की जांच की जायेगी और सच्चाई का पता लगाया जायेगा.

अग्रेसित चिट्ठी पर हैं तहसीलदार के हस्ताक्षर

सूत्रों ने बताया कि चिट्ठी पर तहसीलदार के हस्ताक्षर हैं. सैकड़ों शिकायती चिट्ठियां समाधान दिवस के दौरान आती हैं. सभी को बिना पढ़े अग्रेसित कर दिया जाता है. चिट्ठियों को अग्रेसित करने से पहले उसे पढ़ा तक नहीं जाता.

अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

मामला सामने आने के बाद गोंडा के जिला मजिस्ट्रेट डॉ उज्ज्वल कुमार ने बताया कि ऐसी शिकायत करने वाले व्यक्ति का पता लगाया जायेगा और उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. डीएम के निर्देश पर तहसीलदार ने एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ कर्नलगंज पुलिस थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है.

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