बरेली में किसानों ने ओसवाल शुगर मिल के जीएम को विधायक-एसडीएम के सामने पीटा, बाहर से गन्ना खरीदने का आरोप
प्रकरण की जानकारी होने पर बरेली की नवाबगंज विधानसभा सीट से विधायक डॉ.एमपी आर्य अपने समर्थकों के साथ शुगर मिल पर पहुंच गए. विधायक और उनके समर्थकों ने गन्ना किसानों का समर्थन कर मिल प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी जताई. किसानों ने शुगर मिल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
Bareilly News: उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों का शुगर मिलों पर करोड़ों रुपए बकाया है. मगर, वर्षों से गन्ना किसानों को बकाया राशि का भुगतान नहीं हो रहा है. इससे गन्ना किसान काफी खफा हैं. गन्ना किसानों का आरोप है कि शुगर मिल बकाया गन्ना भुगतान नहीं देने के साथ ही बिचौलियों के माध्यम से गन्ना खरीद रही है. इससे खफा गन्ना किसानों ने बरेली देहात की नवाबगंज तहसील के औरंगाबाद स्थित ओसवाल शुगर मिल पर जमकर हंगामा किया. गन्ना किसानों पर आरोप है कि उन्होंने ओसवाल शुगर मिल के महाप्रबंधक (जीएम) वीएन मिश्रा को विधायक, एसडीएम के सामने ही दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. पुलिस ने काफी मुश्किल से जीएम को किसानों के बीच से छुड़ाया. इसके बाद बाहर से लाई गई गाने की ट्रैक्टर ट्रालियों को कब्जे में ले लिया. मिल गेट पर बड़ी संख्या में पुलिस बल लगाया गया है. काफी दिनों से ओसवाल शुगर मिल प्रबंधन पर बिचौलियों के माध्यम से बाहर से गाना खरीदने का आरोप लग रहा था. इससे खफा किसान रविवार को शुगर मिल पर पहुंच गए. शुगर मिल पर खड़ी ट्रैक्टर ट्रालियों को देखकर हंगामा शुरू कर दिया. किसानों ने मिल में गन्ना तौल और पेराई भी बंद करा दी.
जानकारी होने पर विधायक मौके पर पहुंचे
प्रकरण की जानकारी होने पर बरेली की नवाबगंज विधानसभा सीट से विधायक डॉ.एमपी आर्य अपने समर्थकों के साथ शुगर मिल पर पहुंच गए. विधायक और उनके समर्थकों ने गन्ना किसानों का समर्थन कर मिल प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी जताई. किसानों ने शुगर मिल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मिल प्रबंधन ने पुलिस और एसडीएम को सूचना दी. इससे एसडीएम एन राम और सीओ चमन सिंह चावड़ा पुलिस टीम के साथ पहुंचे. एसडीएम और पुलिस के आने के बाद जीएम भी आ गए. मगर, किसानों का जीएम को देखकर पारा चढ़ गया. दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई. विधायक और एसडीएम के सामने ही किसानों ने जीएम को दौड़ा लिया. किसानों पर जीएम को पीटने का आरोप है. विधायक और एसडीएम ने काफी मुश्किल से मामले को शांत कराया.
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शुगर मिल के महाप्रबंधक ने आरोपों को बेबुनियाद बताया
उधर इस मामले में ओसवाल शुगर मिल के जीएम बीएन मिश्रा ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि शुगर मिल में एक भी गाना बिना पर्ची के नहीं खरीदा जा रहा है. बकाया भुगतान भी धीरे-धीरे किया जा रहा है. मगर, कुछ लोग राजनीति दबाव बनाने के उद्देश्य विरोध कर रहे हैं. विधायक, और एसडीएम बाहर खड़े थे. इसलिए मैं पहुंचा था. लेकिन, रास्ते में ही मुझे घर कर मारपीट की गई.
पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्रालियों को कब्जे में लिया
किसानों ने कई घंटे तक शुगर मिल गेट पर प्रबंधन के खिलाफ हंगामा किया. इसके बाद एसडीएम और पुलिस ने किसानों को शांत किया. पुलिस ने ओसवाल शुगर मिल में बाहर से आए गन्ने की ट्रैक्टर-ट्रालियों को कब्जे में ले लिया. इनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली