ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में फसल बचाने के लिए अधिक कीमत पर यूरिया खरीदने को मजबूर हैं किसान
सुंदरगढ़ जिले में सुंदरगढ़ सर्कल के लिये 83 हजार 640 क्विंटल, पानपेाष सर्कल के लिये 21 हजार 380 तथा बणई सर्कल के लिये 25 हजार 550 क्विंटल यूरिया खाद की जरूरत होती है. सुंदरगढ़ जिला के लिये कुल एक लाख 30 हजार 570 क्विंटल यूरिया खाद की आवश्यकता है.
ओडिशा के सुंदरगढ़ जिला में इस बार मानसून की बेरुखी के बाद अब यूरिया खाद का संकट देखा जा रहा है. जिससे किसानों की परेशानी बढ़ गयी है. इस बार बारिश कम व काफी बाद में होने से धान की रोपाई का काम भी देर से हुआ. धान की रोपाई के बाद धान की पैदावार बढ़ाने के लिए अधिकांश किसान यूरिया खाद का प्रयोग करते हैं. जिसमें लैंपस में जिन किसानों के पास किसान कार्ड होता है, उन्हें रियायती दर पर यूरिया खाद दिया जाता है. लेकिन इस बार यूरिया खाद की कमी होने से किसानों को बाहर से अधिक कीमत पर यूरिया खाद खरीदना पड़ रहा है.
लैंपस में 50 किलो यूरिया की कीमत 300 रुपये, बाहर में 450 रुपये
जिले के अलग-अलग लैंपस में जिन-जिन किसानों के पास किसान कार्ड है, उन्हें रियायती दर पर यूरिया खाद मुहैया कराया जाता है. जिसमें 50 किलो यूरिया खाद की बाेरी 300 रुपये में मिलती है. जबकि बाहर से खरीदने पर इसकी कीमत 450 रुपये पड़ती है. लेकिन मजबूरी में किसान ज्यादा कीमत देकर यूरिया खाद खरीद रहे हैं.
यूरिया खाद संकट पर राजनीतिक दलाें के किसान मोर्चों की चुप्पी आश्चर्यजनक
तीन प्रमुख राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), बीजू जनता दल (बीजद) व कांग्रेस में महिला, छात्र, युवा, एससी, एसटी, ओबीसी मोर्चा समेत किसान मोर्चा है. लेकिन ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में देखी जा रही यूरिया खाद संकट पर इन तीनों राजनीतिक दलों के किसान मोर्चा के नेताओं ने अभी तक इसके खिलाफ आवाज बुलंद नहीं की है, जो कि आश्चर्य का विषय बना है.
जरूरत के मुताबिक नहीं मिल रहा है यूरिया
सुंदरगढ़ जिले में सुंदरगढ़ सर्कल के लिये 83 हजार 640 क्विंटल, पानपेाष सर्कल के लिये 21 हजार 380 तथा बणई सर्कल के लिये 25 हजार 550 क्विंटल यूरिया खाद की जरूरत होती है. सुंदरगढ़ जिला के लिये कुल एक लाख 30 हजार 570 क्विंटल यूरिया खाद की आवश्यकता है. डीआरसीएस (डिप्टी रजिस्ट्रार आफ को-ऑपरेटिव सोसाइटी) विभाग ने सुंदरगढ़ सर्कल के लिए 82 हजार 381 क्विंटल यूरिया खाद का ऑर्डर दिया था, लेकिन केवल 1,259 क्विंटल यूरिया खाद की आपूर्ति हुई है.
पानपोष सर्कल के लिए 20 हजार 849.15 क्विंटल यूरिया खाद के आर्डर में से 530.85 क्विंटल तथा बणई सर्कल के लिये 25 हजार 422.4 क्विंटल के आर्डर में से 127.6 क्विंटल यूरिया खाद की ही आपूर्ति हुई है. जिससे पूरे जिले में यूरिया खाद के लिए मारामारी मची है. अपनी फसल बचाने के लिये किसान ज्यादा कीमत देकर यूरिया खाद खरीदने को मजबूर हैं.
Also Read: ओडिशा में सिंचाई के लिए जल कर चुकाने के बाद भी पानी नहीं मिलने से किसान निराश
Also Read: जी20 के रात्रिभोज में दुनिया को मिलेट्स का महत्व बताएंगी ओडिशा की दो महिला किसान