Jharkhand News, लोहरदगा न्यूज (गोपी कुंवर) : झारखंड के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि किसानों की उन्नति के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है. इसी दिशा में किसानों को उन्नत बीज उपलब्ध कराया जा रहा है. इतना ही नहीं टानाभगतों को ट्रैक्टर, ट्रेलर समेत अन्य उपकरण उपलब्ध कराये गये हैं, ताकि वे अच्छी तरह और समय से खेती कर सकें. किसानों को सरकार बाजार भी उपलब्ध करायेगी, ताकि उन्हें फसल का उचित मूल्य मिल सके. लोहरदगा के नये नगर भवन में परिसंपत्तियों के वितरण के मौके पर राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू भी मौजूद थे.
लोहरदगा जिला प्रशासन की ओर से आज सोमवार को नया नगर भवन में टाना भगत विकास प्राधिकार, ग्रामीण विकास अभिकरण, कृषि/भूमि संरक्षण विभाग के द्वारा परिसंपत्तियों का वितरण किया गया. इसके अंतर्गत जिला स्तरीय टाना भगत विकास प्राधिकार कोष से शत-प्रतिशत अनुदान पर ट्रैक्टर, ट्रेलर, रोटावेटर, कल्टीवेटर दिया गया. इसकी लागत 93,73,896 रु है.
कृषि कार्यालय, लोहरदगा की ओर से 15 किसानों के बीच 50 प्रतिशत अनुदान पर हाइब्रिड धान डीआरआरएच-2, एक किसान को मक्का और एक किसान को मूंगफली का बीज दिया गया. भूमि संरक्षण कार्यालय, लोहरदगा की ओर से 80 प्रतिशत अनुदान पर 40 लाख की लागत से जेएसएलपीएस की 4 महिला स्वयं सहायता समूहों को मिनी ट्रैक्टर, ट्रेलर, कल्टीवेटर दिया गया. ग्रामीण विकास अभिकरण, लोहरदगा की ओर से प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत 12 लाभुकों को गृह प्रवेश कराया गया.
कार्यक्रम में विधायक मद से 08 ग्राम प्रधानों के बीच एक-एक ऑक्सीमीटर का वितरण किया गया. इसके अतिरिक्त इस वर्ष फरवरी माह में चमोली, उत्तराखंड में हुए भू-स्खलन की वजह से लोहरदगा जिला के किस्को प्रखण्ड के बेटहट पंचायत के कुल 09 मृतकों के परिजनों के बीच कुल 33 लाख की मुआवजा राशि आपदा प्रबंधन की ओर से वितरित की गई.
मौके पर झारखंड के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि किसानों की उन्नति के लिए सभी व्यवस्थाएं देंगे. अभी खेती के लिए बीज का वितरण किया जा रहा है जो समय पर हो रहा है. पूर्व के वर्षों में बीज के वितरण में देरी होने के कारण किसान समय से धान लगा नहीं पाते थे. जिसका असर फसल पर पड़ता था. उनकी सरकार किसानों के उत्थान को लेकर संवेदनशील है. खेती के लिए खाद, बीज, सिंचाई, कीटनाशक, कृषि उपकरण, बाजार सब कुछ देंगे. उन्होंने कार्यक्रम में जिला कृषि पदाधिकारी को कीटनाशक की व्यवस्था करने का निर्देश दिया ताकि आवश्यकता पड़ने पर समय से फसल को कीटों के प्रकोप से बचाया जा सके. किसानों की उपज बढ़ाने के लिए किसानों को बेहतर किस्म का बीज दिया जा रहा है.
मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह तैयार है किसानों को इस फसल का बाजार उपलब्ध कराने के लिए. सरकार किसानों का धान 20.50 रुये किलो की दर से खरीद कर रही है और किसानों को तीन-चार माह में भुगतान हो जा रहा है. किसानों का धान भारतीय खाद्य निगम को जाता है जिसका भुगतान केंद्र सरकार के अधीन भारतीय खाद्य निगम करती है. अब तक 188 करोड़ खाद्य निगम के पास बकाया है. इस प्रक्रिया में समय लगता है.
Also Read: कोरोना काल में आदिम जनजाति बिरहोर समुदाय की बढ़ी मुश्किलें, स्वरोजगार से जोड़ने की कर रहे हैं मांग
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू ने कहा कि जिले के किसानों की उन्नति उनका कर्तव्य है. टाना भगतों के उत्थान के लिए जिला में प्राधिकार गठित है. टाना भगतों का आजादी की लड़ाई में विशेष योगदान रहा है. प्राधिकार में मिलनेवाले कोष का उपयोग टाना भगतों के उत्थान के लिए किया जा रहा है. किसानों के लिए भी राज्य सरकार द्वारा काफी कुछ कार्य किये जा रहे हैं.
Posted By : Guru Swarup Mishra