पैक्स में धान बेचने की बाट जोह रहे रामगढ़ के किसान, आधी कीमत पर धान खरीद ले रहे बिचौलिये

गोला/रामगढ़ (सुरेंद्र कुमार/शंकर पोद्दार) : किसानों की आय दोगुनी करने के दावे के बीच अब तक रामगढ़ में किसानों के धान की खरीदारी शुरु नहीं हो पायी है. इस कारण रामगढ़ जिले के किसान पैक्स (प्राइमरी एग्रीकल्चरल क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी) में धान बेचने की बाट जोह रहे हैं. इसका फायदा बिचौलिये उठा रहे हैं. वे पूरे क्षेत्र में हावी हैं और किसानों के खेतों में पहुंच कर आधी कीमत पर धान की खरीदारी कर रहे हैं. इससे किसानों को काफी नुकसान हो रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 24, 2020 12:13 PM
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गोला/रामगढ़ (सुरेंद्र कुमार/शंकर पोद्दार) : किसानों की आय दोगुनी करने के दावे के बीच अब तक रामगढ़ में किसानों के धान की खरीदारी शुरु नहीं हो पायी है. इस कारण रामगढ़ जिले के किसान पैक्स (प्राइमरी एग्रीकल्चरल क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी) में धान बेचने की बाट जोह रहे हैं. इसका फायदा बिचौलिये उठा रहे हैं. वे पूरे क्षेत्र में हावी हैं और किसानों के खेतों में पहुंच कर आधी कीमत पर धान की खरीदारी कर रहे हैं. इससे किसानों को काफी नुकसान हो रहा है.

धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से किसानों में रोष है. जानकारी के अनुसार रामगढ़ जिले में धान खरीदारी के लिए धान क्रय केंद्र (पैक्स) बनाया गया है, लेकिन अबतक धान की खरीदारी शुरु नहीं हो पायी है. कई किसान अपने धान को निकाल कर बेचने के लिए खलिहान में रखे हुए है, जबकि कई किसानों का धान अब भी खेतों में ही पड़ा हुआ है. बताते चलें कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष रामगढ़ जिले के गोला, चितरपुर, दुलमी, मांडू, रामगढ़ व पतरातू प्रखंड क्षेत्र में धान प्रचुर मात्रा में हुई है. किसानों का कहना है कि धान का उत्पादन अधिक होने के कारण इस बार वे धान को बेचेंगे.

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गोला प्रखंड के पूरबडीह बरवाटांड़ के किसान कृपाल महतो ने कहा कि उन्होंने अपने 15 क्विंटल धान को 11.75 रुपये कीमत पर गांव में ही बेच दिया. पैक्स में धान की ऊंची कीमत मिलती है, इसकी जानकारी मुझे नहीं है, किसी ने बताया भी नहीं, जबकि रायपुरा पुरनाजारा के किसान अनुज कुमार ने कहा कि मुझे भी इस बार 25-30 क्विंटल धान बेचना है, लेकिन पैक्स में खरीदारी कैसे होती है. इसकी जानकारी मुझे नहीं है. किसान कलेश्वर महतो ने कहा कि धान बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करा लिए हैं. पैक्स खुलने का इंतजार कर रहे हैं. मुझे लगभग 70-80 क्विंटल धान बेचना है. उन्होंने कहा कि पिछले बार पैक्स में बेचे गये धान की राशि मिल गयी है. कई किसानों ने कहा कि मजबूरीवश बिचौलियों के हाथों वे धान बेचते हैं, क्योंकि तत्काल हमलोगों को राशि मिल जाती है, जबकि पैक्स में धान बेचने से एक-दो माह बाद राशि मिलती है.

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गोला के पैक्स अध्यक्ष कमाल शहजादा ने बताया कि धान क्रय की प्रक्रिया की पूरी कर ली गयी है. किसान रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं. सरकार का आदेश आते ही खरीदारी शुरु कर दी जायेगी. रजिस्ट्रेशन कराने के लिए किसानों को जमीन का रसीद, आधार कार्ड व बैंक खाता की फोटो कॉपी, कर्मचारी व सीआई से जमीन संबंधित रिपोर्ट प्रस्तुत करना होगा. बताया जाता है कि गत वर्ष लगभग 28 हजार पांच सौ क्विंटल धान की खरीदारी क्रय केंद्रों के माध्यम से हुई थी.

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जिला आपूर्ति पदाधिकारी आबिद हुसैन ने बताया कि रामगढ़ जिले में इस पर 13 धान क्रय केंद्र (पैक्स) बनाये गये हैं. पिछले बार छह केंद्र बनाये गये थे. सरकार द्वारा इस बार किसानों को धान बेचने के लिए बाजार एप बनाया गया है. इसके माध्यम से किसान रजिस्ट्रेशन कर धान बेच पायेंगे. उन्होंने बताया कि जिले में किसी भी किसान का पैसा बकाया नहीं है. सरकार ने नियम बनाया है कि धान बेचने के दूसरे दिन किसानों के खाता में आधा पैसा आयेगा, जबकि शेष राशि बाद में दी जायेगी.

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धान क्रय केंद्र नहीं खुलने के कारण बिचौलिया क्षेत्र के किसानों से औने-पौने दाम में धान खरीद रहे हैं. बिचौलिया फिलहाल 11-12 रुपये प्रति किलो के हिसाब से सैकड़ों क्विंटल धान की खरीदारी कर जमा कर रहे हैं. जैसे ही पैक्स में खरीदारी शुरु होगी. बिचौलिया चावल मील में ऊंची कीमत में बेचेंगे. इससे क्षेत्र के किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है, वहीं बिचौलिया मालामाल हो रहे हैं.

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Posted By : Guru Swarup Mishra

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