पीएम मोदी ने आज कार्तिक पूर्णिमा और गुरु पर्व के अवसर पर देशवासियों को संबोधित करते हुए एक बड़ा और ऐतिहासिक एलान किया है. उन्होंने काफी समय से विरोध में रहे तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की है. उन्होंने किसानों से क्षमा मांगते हुए तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया है. वहीं, इस महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस फैसले को आने वाले समय में पांच राज्यों में होने वाली विधानसभा चुनाव में हार का डर बताया है.
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि आज से तीनों कृषि कानून इस देश में नहीं रहेंगे. एक बड़ा संदेश देश में गया है कि देश एकजुट हो तो कोई भी फैसला बदला जा सकता है. चुनाव में हार के डर से प्रधानमंत्री ने तीनों कृषि कानून का वापस लिया है. किसानों की जीत देशवासियों की जीत हैं.
आज से तीनों कृषि क़ानून इस देश में नहीं रहेंगे। एक बड़ा संदेश देश में गया है कि देश एकजुट हो तो कोई भी फैसला बदला जा सकता है। चुनाव में हार के डर से प्रधानमंत्री ने तीनों कृषि क़ानूनों का वापस लिया है। किसानों की जीत देशवासीयों की जीत है: महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक pic.twitter.com/woJepkMFgJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 19, 2021
राकेश टिकैट ने पीएम मोदी की अपील ठुकराते हुए लिखा कि आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा. सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें.
आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा ।
सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें : @RakeshTikaitBKU#FarmersProtest
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वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया। अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!
देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया।
अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो!जय हिंद, जय हिंद का किसान!#FarmersProtest https://t.co/enrWm6f3Sq
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इधर कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने तीन कृषि कानून पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 700 से ज़्यादा किसानों की मौत के बाद अगर ये सरकार कृषि क़ानून वापस लेती है तो इससे पता चलता है कि यह सरकार किसानों के बारे में कितना सोचती है. साल भर से जो किसान और आम जनता का नुकसान हुआ है इसकी ज़िम्मेदारी कौन लेगा? इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे.
700 से ज़्यादा किसानों की मौत के बाद अगर ये सरकार कृषि क़ानून वापस लेती है तो इससे पता चलता है कि यह सरकार किसानों के बारे में कितना सोचती है। साल भर से जो किसान और आम जनता का नुकसान हुआ है इसकी ज़िम्मेदारी कौन लेगा? इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे: कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे pic.twitter.com/Ast9ur2deg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 19, 2021
गाजीपुर बॉर्डर पर तीन कृषि कानून वापस लेने की खुशी में जश्न सा माहौल रहा. घोषणा के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों बांटी जलेबियां.
#WATCH प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीनों कृषि क़ानूनों को वापस लेने की घोषणा करने के बाद गाज़ीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने जलेबियां बांटी। pic.twitter.com/05VwiTEQV1
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वहीं, तीन कृषि कानून वापस लेने पर शिवसेना के संजय राउत ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि आज सरकार को तीनों कृषि क़ानून वापस लेने पड़े हैं, राजनीति की वजह से यह वापस लिए गए हैं लेकिन मैं इसका स्वागत करता हूं. पंजाब और उत्तर प्रदेश के चुनाव में हार के डर की वजह से यह क़ानून वापस लिए हैं. सरकार के ऊपर दबाव था आखिर में किसानों की जीत हुई.
आज सरकार को तीनों कृषि क़ानून वापस लेने पड़े हैं, राजनीति की वजह से यह वापस लिए गए हैं लेकिन मैं इसका स्वागत करता हूं। पंजाब और उत्तर प्रदेश के चुनाव में हार के डर की वजह से यह क़ानून वापस लिए हैं। सरकार के ऊपर दबाव था आखिर में किसानों की जीत हुई: संजय राउत, शिवसेना, मुंबई pic.twitter.com/Hor6SlHYOs
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वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसानों को बधाई देते हुए कहा कि मैं सभी देशवासियों को गुरू नानक देव की जयंती पर बधाई देता हूं. आज के दिन किसानों को बहुत बड़ी सफलता मिली है. मैं देश के सभी किसानों को बधाई देता हूं. अगर ये 3 कृषि कानून पहले वापस हो जाते तो 700 किसानों की जान बचाई जा सकती थी.
मैं सभी देशवासियों को गुरू नानक देव की जयंती पर बधाई देता हूं। आज के दिन किसानों को बहुत बड़ी सफलता मिली है। मैं देश के सभी किसानों को बधाई देता हूं। अगर ये 3 कृषी क़ानून पहले वापस हो जाते तो 700 किसानों की जान बचाई जा सकती थी: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल https://t.co/ccBJK90yPD pic.twitter.com/rcuUv1xcz9
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कृषि कानून रद्द होने पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कृषि क़ानून चाहे जैसे भी रहे हों लेकिन अगर कहीं से भी आवाज़ निकली है तो लोकतंत्र में संवाद की अनसुनी नहीं कर सकते. जब कहीं से आवाज़ उठी है तो उसकी भी सुनवाई होगी, बातचीत से, संवाद से हम इन समस्याओं का समाधान करेंगे.
कृषि क़ानून चाहें जैसे भी रहे हों लेकिन अगर कहीं से भी आवाज़ निकली है तो लोकतंत्र में संवाद की अनसुनी नहीं कर सकते। जब कहीं से आवाज़ उठी है तो उसकी भी सुनवाई होगी, बातचीत से, संवाद से हम इन समस्याओं का समाधान करेंगे: कृषि क़ानून रद्द होने पर उत्तर प्रदेश CM योगी आदित्यनाथ, लखनऊ pic.twitter.com/opwPzfk1wX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 19, 2021
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कृषि बिल वापस लेने पर सरकार को घेरते हुए कहा कि आपके नियत और बदलते रुख पर विश्वास करना मुश्किल है.
600 से अधिक किसानों की शहादत
350 से अधिक दिन का संघर्ष, @narendramodi जी आपके मंत्री के बेटे ने किसानों को कुचल कर मार डाला, आपको कोई परवाह नहीं थी।आपकी पार्टी के नेताओं ने किसानों का अपमान करते हुए उन्हें आतंकवादी, देशद्रोही, गुंडे, उपद्रवी कहा, आपने खुद आंदोलनजीवी बोला..1/3
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 19, 2021
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि तीन कृषि बिल वापस लेना किसानों की बड़ी जीत है. उन्होंने कहा कि यह किसानों की बहुत बड़ी जीत है। मैं किसानों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। उनके संघर्ष को सलाम करता हूं। सरकार ने यह फ़ैसला उत्तर प्रदेश चुनाव को ध्यान में रखते हुए लिया है.
यह किसानों की बहुत बड़ी जीत है। मैं किसानों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। उनके संघर्ष को सलाम करता हूं। सरकार ने यह फ़ैसला उत्तर प्रदेश चुनाव को ध्यान में रखते हुए लिया है: तीनों कृषि क़ानून रद्द होने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, जयपुर pic.twitter.com/mO0bjJXTbd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 19, 2021
BSP प्रमुख मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी (BSP) की केंद्र सरकार से मांग है कि किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों की मृत्यु हुई है, केंद्र सरकार उन्हें उचित आर्थिक मदद दे और उनके परिवार में से एक सदस्य को सरकारी नौकरी ज़रूर दें.
हमारी पार्टी(BSP) की केंद्र सरकार से मांग है कि किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों की मृत्यु हुई है, केंद्र सरकार उन्हें उचित आर्थिक मदद दे और उनके परिवार में से एक सदस्य को सरकारी नौकरी ज़रूर दें: BSP प्रमुख मायावती, लखनऊ pic.twitter.com/76nj4UCe4u
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 19, 2021
वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मोदी सरकार की तारिफ करते हुए कहा कि आइए हम एक साथ काम करते रहें, और अपनी सामूहिक भावना से भारत को आने वाले समय में और भी नई ऊंचाइयों पर ले जाएं.
The number of good governance measures taken by the @narendramodi Government are innumerable. Let us keep working together, and through our collective spirit take India to even newer heights in the times to come.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) November 19, 2021
गृह मंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि ये घोषणा करने के लिए ‘गुरु पूरब’ के विशेष दिन को चुना, यह दर्शाता है कि प्रत्येक भारतीय के कल्याण के अलावा और कोई विचार नहीं है.
What is unique about PM @narendramodi Ji's announcement is that he picked the special day of ‘Guru Purab’ to make this announcement. It also shows there is no other thought except the welfare of each and every Indian for him. He has shown remarkable statesmanship.
— Amit Shah (@AmitShah) November 19, 2021