झारखंड : बकरे को बचाने कुएं में उतरे पिता-पुत्र, बच गया बकरा, बाप-बेटे की मौत
साहिबगंज जिले में कुएं में गिरे बकरे को बचाने के लिए एक युवक कुंए में उतरा, लेकिन कुंए में उतरने के साथ वह बेहोश हो गया. उसे बचाने के लिए पिता भी कुंए में उतरे, फिर बकरे और अपने बेटे को रस्सी के सहारे बाहर निकाला. इस दौरान बकरा तो बच गया लेकिन पिता और पुत्र की मौत हो गई.
Sahibganj News: झारखंड के साहिबगंज जिले से दर्दनाक खबर आयी है. जिले के रांगा थाना क्षेत्र के केंदुआ में बुधवार की दोपहर कुएं में गिरे बकरे को निकालने के चक्कर में पिता-पुत्र की मौत हो गयी. बाद में बकरा सुरक्षित बाहर निकाला गया. जानकारी के अनुसार, केंदुआ निवासी इकबाल शेख (46) का बकरा उसके घर के आंगन में बने कुएं में गिर गया. बकरे को निकालने के लिये इकबाल का बेटा मुस्ताकिम शेख (19) रस्सी के सहारे कुएं में उतरा. कुएं में उतरने के बाद वह बेहोश हो गया, जिसे निकालने के लिये पिता भी कुएं में उतर गये.
बकरे और बेटे को बाहर निकालने के बाद पिता बेहोश
कुएं में उतर कर पिता ने बेटे व बकरे को रस्सी से बांधकर ऊपर खड़े लोगों को खींचने को कहा और वह भी खुद बेहोश हो गया. रस्सी में बंधे मुस्ताकिम को परिजनों ने खींचकर बाहर निकाला और इलाज के लिये कल्याण अस्पताल केंदुआ ले गये, जहां चिकित्सक ने युवक को मृत घोषित कर दिया. इधर, इकबाल को बाहर निकालने के लिए लोगों ने कुएं में रस्सी फेंका, अंदर किसी प्रकार की कोई हरकत नहीं हुई. इसके बाद कुछ युवक कमर में रस्सी बांधकर कुएं में उतरने का प्रयास करने लगे लेकिन आधा अंदर जाते ही ऑक्सीजन की कमी होने की बात करते हुए वे लोग वापस बाहर आ गये.
मौके पर पहुंची पुलिस
बाद में स्थानीय लोगों ने रस्सी के सहारे इकबाल के शव को बाहर निकाला. जानकारी मिलते ही पतना बीडीओ सुमन कुमार सौरभ व रांगा थाना पुलिस मौके पर पहुंची. जिस बकरे को निकालने पिता-पुत्र उतरे थे, उस बकरे की जान बच गयी. घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. घटना के बाद परिजन शव को लेकर अपने पैतृक गांव बरहरवा थाना क्षेत्र के हस्तीपाड़ा चले गये. परिजन पोस्टमार्टम के लिये तैयार नहीं हो रहे थे. प्रशासन के अधिकारी उन्हें समझाने में जुटे थे.
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