झारखंड में जंगली कंद खाने से ससुर और बहू की हुई मौत, 3 साल की बच्ची की हालत नाजुक, गांव में पसरा मातम
Jharkhand News: ससुर के बाद बहू की मौत हो गयी. इसके बाद तीन वर्षीया बच्ची टिक्की को परिजन घर लेकर चले गये. तीन दिनों के अन्दर एक ही परिवार के दो लोगों की गेठी खाने से हुई मौत के बाद पूरे गांव में मातम पसरा है.
Jharkhand News: झारखंड के लातेहार जिले के बारियातू प्रखंड क्षेत्र की बालुभांग पंचायत अंतर्गत गमहरीया टोला निवासी पचन गंझु (65 वर्ष) व उनकी बहू फागुनी देवी (32 वर्ष) की मौत जंगली गेठी (एक प्रकार का कंद) खाने से हो गई, जबकि तीन वर्षीया बच्ची की हालत गंभीर है. इसका इलाज लातेहार सदर अस्पताल में चल रहा था. मां की मौत के बाद परिजन बच्ची को अपने साथ घर ले गए हैं. तीन दिनों के अन्दर एक ही परिवार के दो लोगों की गेठी खाने से हुई मौत के बाद पूरे गांव में मातम पसरा है.
जानकारी के अनुसार पचन गंझु अपने पुत्र रामकुमार गंझु व बिनु गंझु के अलावा बहू फागुनी देवी, पोता टीकेसर गंझु उर्फ अरुण कुमार व पोती टीक्की कुमारी के साथ रहते थे. गरीबी के कारण यह परिवार जंगल का गेठी खाकर अपना जीवनयापन कर रहा था. एक जनवरी को भी पचन गंझु जंगल से पेट भरने के लिए गेठी लाया. घर में बहू पकाई और पचन गंझु, बहू फागुनी देवी व पोती टिक्की कुमारी ने दोपहर को खाया. खाने के एक घंटा बाद पचन की तबीयत बिगड़ने लगी और देखते-देखते उसकी मौत हो गई.
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इसके बाद बहू फागुनी देवी व बच्ची का तबीयत बिगड़ने लगी तो ग्रामीणों के सहयोग से दोनों को बालुमाथ सीएचसी ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति नाजुक देख चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल लातेहार भेज दिया. जहां दो जनवरी की संध्या बेला में फागुनी देवी की भी मौत हो गई. तीन जनवरी को पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया. मां की मौत के बाद तीन वर्षीया बच्ची टिक्की को परिजन घर लेकर चले गये. तीन दिनों के अन्दर एक ही परिवार के दो लोगों की गेठी खाने से हुई मौत के बाद पूरे गांव में मातम पसरा है.
रिपोर्ट: सुमित कुमार