बोलपुर (पश्चिम बंगाल), मुकेश तिवारी : विश्व भारती के कुलपति डॉ विद्युत चक्रवर्ती को जान से मारने की आशंका है. साथ ही अधिकारियों और कर्मचारी भी ऐसी आशंका जता रहे हैं. इसको लेकर कुलपति ने बीरभूम जिले के शांति निकेतन थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. कुलपति का कहना है कि भूमि अधिग्रहण को लेकर उन्हें डर है कि उनकी जान न ले ली जाए. बता दें कि भूमि विवाद को लेकर विश्व भारती का नोबल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन के साथ मामला चल रहा है. इसी के मद्देनजर कुलपति ने ऐसी आशंका जतायी है.
विश्व भारती के नोटिस पर कलकत्ता हाईकोर्ट का रोक
उन्होंने आरोप लगाया कि 13 डिसिमल जमीन विवाद को लेकर छह मई तक अमर्त्य सेन को भूमि खाली करने का नोटिस दिया गया था. इस नोटिस के आलोक में गुरुवार को कलकत्ता हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए अंतरिम रोक लगा दी है. कोर्ट ने कहा कि जब तक निचली अदालत में सुनवाई नहीं हो जाती तब तक विश्व भारती कोई कार्रवाई नहीं करेगी.
सीएम ममता बनर्जी का अमर्त्य सेन का समर्थन
इस मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी कह चुकी है कि नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन के खिलाफ अगर विश्व भारती कोई कार्रवाई करती है, तो उसका जोरदार विरोध होगा. इसको लेकर अमर्त्य सेन के घर ‘प्रतीची’ के सामने धरना मंच बनाने का काम भी शुरू हो गया है. सीएम ने विधायकों को इस धरना के माध्यम से विश्व भारती के बुलडोजर के खिलाफ आवाज उठाने की बात भी कही थी.
छह मई को विश्व भारती के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
इधर, विश्व भारती के अधिकारियों ने शांति निकेतन पुलिस स्टेशन और बोलपुर के सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट के पास जान जाने की आशंका के साथ लिखित शिकायत दर्ज करायी है. विश्व भारती के मुताबिक, छह मई को अमर्त्य सेन के शांति निकेतन स्थित आवास के सामने विश्व भारती के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम है. इसके अलावा कुछ दिन पहले अमर्त्य सेन के जमीन विवाद को लेकर शांति निकेतन में मशाल जुलूस निकाला गया था. इस घटना को लेकर विश्व भारती के अधिकारियों ने विश्व भारती अनुमंडल आयुक्त और पुलिस से संपर्क किया.
शांति निकेतन थाने में प्राथमिकी दर्ज
लिखित शिकायत के अनुसार, विश्व भारती के कुलपति और अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों की जान से मारने की आशंका को लेकर थाने में मामला दर्ज कराया गया है. बता दें कि अमर्त्य सेन के घर के अलावा विश्व भारती एक विरासत स्थल है. इनमें रवींद्र भवन, नाट्यघर छतीमाला, उपासना गृह और छात्र आवास सुरक्षित नहीं हैं. इसलिए पहले से सुरक्षा मुहैया कराने के लिए आवेदन किया गया है. विश्व भारती की इस शिकायत की प्रतियां जिलाधिकारी, जिला पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक और बोलपुर मंडल पुलिस अधिकारी को भेजी गई है.