धनबाद : तोपचांची सीएचसी में जिप अध्यक्ष और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के बीच जमकर हुई बहस, VIDEO वायरल

धनबाद के तोपचांची सीएचसी में उस समय असहज स्थिति उत्पन्न हो गयी, जब जिला परिषद अध्यक्ष शारदा सिंह और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ श्वेता गुंजन के बीच जमकर तू-तू, मैं-मैं हुआ. हंगामा होता देख वहां भीड़ लग गयी, तो मरीज और उनके परिवार वाले भी अचरज भरी निगाह से पूरा दृश्य देखने लगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2023 10:29 PM
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Jharkhand News: धनबाद जिला अंतर्गत तोपचांची प्रखंड के जीटी रोड स्थित  साहोबहियार सीएचसी केंद्र में शुक्रवार को तब असहज स्थिति उत्पन्न हो गयी, जब केंद्र की प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ श्वेता गुंजन और जिला परिषद अध्यक्ष शारदा सिंह में जमकर तू-तू-मैं-मैं हो गयी. इस दौरान दोनों ने एक-दूसरे को काफी भला-बुरा कहा. हंगामा होता देख वहां भीड़ लग गयी, तो मरीज और उनके परिवार वाले भी हलकान नजर आये. 

क्या है मामला

शुक्रवार की सुबह सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक गाय सीएचसी के लेबर रूम में घुस कर वहां पर रखे कागज और सामान खाते हुए दिखी. इसके बाद सुबह 11.30 बजे जिला परिषद अध्यक्ष शारदा सिंह और जिला परिषद सदस्य विकास कुमार महतो सीएचसी पहुंचे. दोनों ने वहां का निरीक्षण करना शुरू कर दिया. इस दौरान वहां पर शौचालय में काफी गंदगी मिली. वहीं, इस गर्मी में भी गर्भवती महिलाएं और जज्जा-बच्चा रेक्सीन के बेड पर सोये हुए थे. उनको तकिया का कवर और चादर तक नहीं मिला था. लेबर रूम का पंखा भी बंद था. एक महिला ने नास्ता नहीं मिलने की शिकायत की, तो एक ने डिलेवरी के नाम पर 900 रुपये लेने का आरोप लगाया. यह भी कहा कि अगर मरीज बात नहीं माने, तो उसे धनबाद रेफर कर दिया जाता है. यह सब सुनने के बाद जिप अध्यक्ष वहां की प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ श्वेता गुंजन से इन गड़बड़ियों के संबंध में पूछताछ शुरू की, तो उन्होंने कहा कि पता करते हैं. हम तीन दिन के प्रभारी हैं. इसके बाद दोनों बहस शुरू हो गयी.

किसने क्या कहा 

डॉ श्वेता गुंजन : हम तीन दिन के प्रभारी हैं. ऐसा प्रभारी कौन रहता है. हम प्रभारी नहीं रहना चाहते हैं.

शारदा सिंह : आप लिख कर दीजिए कि आप प्रभारी नहीं रहना चाहतीं.

डॉ श्वेता गुंजन : हम लिख कर दे रहे हैं.

शारदा सिंह : आप आवाज नीचे किजिये, आपकी गलती पकड़ी गयी तो जोर से बोल रही हैं.

डॉ श्वेता गुंजन : आवाज नीचे नहीं करेंगे, नहीं करेंगे. क्या गलती पकड़ाएगा, क्या गलती पकड़ाएगा.

शारदा सिंह : आप हमको नहीं जानतीं, हम किसी के परिचय से यहां नहीं आये हैं.

डॉ श्वेता गुंजन : हमको जानना भी नहीं है. आप क्या कर लिजिएगा, हमें नौकरी से टर्मिनेट कर दीजिएगा, तो कर दीजिए.

शारदा सिंह : यहां इतनी गड़बड़ी क्यों है.

डॉ श्वेता गुंजन : चिकित्सक इतने कम हैं. इस पर क्यों नहीं आप लोग कुछ कहती हैं.

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सिविल सर्जन से जिप अध्यक्ष और चिकित्सक ने जो कहा

शारदा सिंह : सीएस साहब आपकी चिकित्सा प्रभारी दुर्व्यवहार कर रही हैं.

डॉ श्वेता गुंजन : गुड मार्निंग सर, एक लेडीज और चार आदमी आकर हमको घेर रखी है. अस्पताल का वीडियो बना रही है. हम पुलिस को फोन करते हैं.

शारदा सिंह : कौन आपके साथ दुर्व्यवहार कर रहा, बुलाइये पुलिस को.

डॉ श्वेता गुंजन : चेयरमैन हैं तो हम बोले हैं कि चेंबर में बैठें, पर यहां सब हंगामा कर रहे हैं. 

शारदा सिंह : कब बोलीं आप हमको चेंबर में बैठने.

डॉ श्वेता गुंजन : सब पावर इन्हीं लोग के पास है, हमारे पास कुछ नहीं.

डॉ श्वेता ने जिप अध्यक्ष से माेबाइल लेकर कहा : सर ये लोग मुझे गंवार कह रहे

हंगामे के बाद जिप अध्यक्ष शारदा सिंह सिविल सर्जन आलोक विश्वकर्मा को फोन कर डॉ श्वेता की शिकायत करने लगीं. इसी क्रम में डॉ श्वेता ने उनसे मोबाइल ले लिया और सीएस से कहने लगी कि वो दो साल के लिए यहां आयी हैं और किसी जिप अध्यक्ष को नहीं जानती हैं. ये लोग उन्हें गंवार कह रहे हैं. रात में अस्पताल में कोई चिकित्सक नहीं था. इस दौरान गाय घुस गयी. नर्स ने छह सौ रुपये ले लिये. ये लोग आते ही मेरे पर हावी हो रहे हैं. एक लेडीज है और चार जेंटस हैं, लफंगा, ये हमें घेर रहे हैं. हम थाना को रिर्पोट कर रहे हैं अभी. ये चेयरमैन हैं, हम ओपीडी कर रहे हैं, तो क्या इनकाे इंटरटेन करेंगे. खाली इन्हीं के पास पावर है, हमलोग के पास कुछ है ही नहीं. डॉ श्वेता ने कहा कि वह अपनी क्षमता से इस जगह पर पहुंची है और इससे उनका कुछ खर्चा नहीं चलता.

जिप अध्यक्ष ने सीएस से की शिकायत

हंगामे के बाद जिला परिषद अध्यक्ष शारदा सिंह ने सीएस को पत्र लिख कर कहा है कि वह जिप अध्यक्ष सह रोगी कल्याण समिति की अध्यक्ष होने के नाते औचक निरीक्षण के लिए सीएचसी, तोपचांची गयी थी. वहां अनियमितता पाया और उनके साथ प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया. जिप अध्यक्ष ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि डॉ श्वेता ने कहा कि जनप्रतिनिधि दो साल के लिए चुन कर आते हैं और डाक्टरों को सिखाने का प्रयास करते हैं. मैं प्रभारी नहीं रहना चाहती हूं. इसकी लिखित सूचना भी दे चुकी हूं. जिप अध्यक्ष ने मांग की है कि सीएचसी तोपचांची में चिकित्सा व्यवस्था में सुधार हो और दोषी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को कारण बताओ जारी कर 24 घंटे के अंदर कार्रवाई हो.

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अस्पताल आये लोगों ने मुझे जाहिल और गंवार कहा : डॉ श्वेता गुंजन

इस हंगामे के बाद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ श्वेता गुंजन से पूछने पर उन्होंने कहा कि अस्पताल आये लोगों ने उन्हें जाहिल और गंवार कहा. इसके कारण उन्होंने भी गुस्से में कुछ कहा है.

जिप अध्यक्ष और सदस्य ने किया पलटवार

वहीं, जिला परिषद अध्यक्ष शारदा सिंह ने कहा कि सीएचसी के औचक निरीक्षण के दौरान वहां पर कुव्यवस्था मिली. मरीजों को कोई सुविधा न देकर दवा बाहर से मंगवा कर इलाज करने और बाद में नजराना लेना की बात पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ श्वेता गुंजन भड़क गयी. दूसरी ओर, जिप सदस्य विकास कुमार महतो ने कहा कि सीएचसी की कुव्यवस्था छुपाने के लिए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा श्वेता गुंजन कुछ भी कह सकती है.

मामला गंभीर है, जांच टीम गठित : सीएस

इस संबंध में धनबाद के सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा ने कहा कि सीएचसी प्रभारी ने जिला परिषद अध्यक्ष के साथ अभद्र व्यवहार किया है, इसकी लिखित शिकायत मिली है. विषय गंभीर है. इसे देखते हुए डॉक्टरों की तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की गयी है. रिपोर्ट में सीएचसी प्रभारी के दोषी पाये जाने पर विभागीय कार्रवाई की जायेगी.

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