हॉकी में बदल गया पेनल्टी कार्नर को लेकर नियम, अब ये काम कर सकेंगे खिलाड़ी
पेनल्टी कार्नर का बचाव करने वाले खिलाड़ियों को फ्लिक लिये जाने के तुरंत बाद सर्कल के अंदर अपने सुरक्षा उपकरण हटाने पड़ते थे, लेकिन एफआईएच ने अपने नियम 4.2 में बदलाव किया जो कि पेनल्टी कार्नर के लिये सुरक्षा उपकरणों को हटाने से जुड़ा है.
हॉकी में पेनल्टी कॉर्नर को लेकर नियम में बड़ा बदलाव किया गया है. अब खिलाड़ी चेहरे को बचाने के लिए सुरक्षा उपकरणों का उपयोग कर पायेंगे.
दरअसल अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) ने खिलाड़ियों के लिये खेल को अधिक सुरक्षित बनाने के प्रयास के तहत पेनल्टी कार्नर का बचाव करने वाले खिलाड़ियों को गेंद के स्ट्राइकिंग सर्कल से बाहर जाने के बाद भी अपने सुरक्षा उपकरणों के उपयोग करने की मंजूरी दे दी है.
इससे पहले पेनल्टी कार्नर का बचाव करने वाले खिलाड़ियों को फ्लिक लिये जाने के तुरंत बाद सर्कल के अंदर अपने सुरक्षा उपकरण हटाने पड़ते थे, लेकिन एफआईएच ने अपने नियम 4.2 में बदलाव किया जो कि पेनल्टी कार्नर के लिये सुरक्षा उपकरणों को हटाने से जुड़ा है.
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एफआईएच के खेल निदेशक और दो बार के ओलंपियन जॉन वायट ने बयान में कहा, नियम 4.2 में बदलाव किया गया है. खिलाड़ी अब अपने सुरक्षा उपकरणों के साथ गेंद के साथ दौड़ना जारी रख सकते हैं, लेकिन उन्हें 23 मीटर क्षेत्र से बाहर निकलने पर उपकरण को तुरंत हटाना होगा.
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वायट ने कहा, पेनल्टी कार्नर के लिये सुरक्षा उपकरण का उपयोग करते हुए कोई भी खिलाड़ी किसी भी समय 23 मीटर क्षेत्र के बाहर नहीं खेल सकता है. इसे खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिये लाया गया है ताकि खिलाड़ी खेल पर अधिक ध्यान दे सकें और उन्हें दबाव की परिस्थितियों में उपकरण नहीं हटाना पड़े. उन्होंने कहा, दिसंबर 2021 में भुवनेश्वर में एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप में इसका ट्रायल किया गया था तथा प्रशिक्षकों, खिलाड़ियों और अधिकारियों ने इसका समर्थन किया था.