Loading election data...

Hockey World Cup 2023: दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम में मैच जीत कर इतिहास रच सकता है भारत, आज होगा पहला मैच

FIH Hockey Men's World Cup 2023: शुक्रवार को विश्व कप की पहली बार मेजबानी कर स्मार्ट सिटी राउरकेला इतिहास रचेगा. इसके लिए पूरा शहर तैयार है. हालांकि ओडिशा लगातार दूसरी बार विश्व कप की मेजबानी कर रहा है. इससे पहले 2018 में भुवनेश्वर ने कलिंगा स्टेडियम में विश्व कप की मेजबानी की थी.

By Prabhat Khabar News Desk | January 13, 2023 6:42 AM

FIH Hockey Men’s World Cup 2023: राउरकेला. ओडिशा के भुवनेश्वर और राउरकेला में शुक्रवार से एफआइएच पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 का आगाज होगा. पहले दिन चार मैच खेले जायेंगे, जिसमें से दो भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में और दो राउरकेला में नवनिर्मित देश के सबसे बड़े वीर बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम में होंगे. मेजबान भारतीय हॉकी टीम शुक्रवार को राउरकेला के वीर बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम में स्पेन के खिलाफ अपने पहले मैच में जीत से टूर्नामेंट में शुरुआत करना चाहेगी, ताकि क्वार्टर फाइनल में सीधे जगह बना सके. साथ ही, विश्व कप में पदक के लिए 48 साल का इंतजार खत्म करने के इरादे से मैदान में उतरेगी.

भारत को दूसरे खिताब का इंतजार

भारतीय टीम विश्व कप में अब तक एकमात्र 1975 में स्वर्ण पदक जीती है. इससे पहले 1971 में पहले विश्व कप में भारत ने कांस्य और 1973 में रजत पदक जीता था. इसके बाद 1978 से 2014 तक भारत ग्रुप चरण से आगे नहीं जा सका है. पिछली बार भी भुवनेश्वर में हुए विश्व कप में भारत क्वार्टर फाइनल में नीदरलैंड से हारकर बाहर हो गया था. हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली भारतीय टीम इस बार अपनी जमीन पर पदक के प्रबल दावेदारों में से है. पुरुष विश्व कप हॉकी का यह 15वां संस्करण है, जिसमें 16 टीम हिस्सा ले रही हैं, जिन्हें चार ग्रुप में बांटा गया है. हर ग्रुप से शीर्ष टीम सीधे क्वार्टर फाइनल में पहुंचेगी और दूसरे तथा तीसरे स्थान की टीमों के बीच क्रॉसओवर मैच होंगे. विजेता क्वार्टर फाइनल में जायेगा.

आज इतिहास रचेगा राउरकेला

शुक्रवार को विश्व कप की पहली बार मेजबानी कर स्मार्ट सिटी राउरकेला इतिहास रचेगा. इसके लिए पूरा शहर तैयार है. हालांकि ओडिशा लगातार दूसरी बार विश्व कप की मेजबानी कर रहा है. इससे पहले 2018 में भुवनेश्वर ने कलिंगा स्टेडियम में विश्व कप की मेजबानी की थी, जिसमें बेल्जियम की टीम विजेता रही थी, जबकि नीदरलैंड उपविजेता और आस्ट्रेलिया की टीम तीसरे स्थान पर रही थी. वहीं मेजबान भारत की टीम छठे स्थान पर रही थी. इस बार टीम को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है. टोक्यो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतकर पुराना गौरव लौटाने की दिशा में पहला कदम रख चुकी भारतीय हॉकी टीम अब विश्व कप में अपने समृद्ध इतिहास को और समृद्ध बनाना चाहेगी. ओलिंपिक में आठ स्वर्ण पदक जीत चुकी भारतीय टीम ने एकमात्र विश्व कप 1975 में कुआलालंपुर में अजितपाल सिंह की कप्तानी में जीता था. उसके बाद से टीम सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच सकी है. भारत ने हाल ही में आस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की शृंखला में अच्छा प्रदर्शन किया था.

Also Read: Hockey World Cup: 48 साल बाद पदक जीतने के इरादे से उतरेगा भारत, पहला मुकाबला स्पेन से
लोकल ब्वॉय अमित रोहिदास और नीलम संजीव खेस पर रहेगी सबकी नजर

इस विश्व कप में भारतीय टीम में कप्तान हरमनप्रीत सिंह के साथ लोकल ब्वॉय डिफेंडर अमित रोहिदास और डिफेंडर नीलम संजीव खेस पर सबकी नजर रहेगी. सुंदरगढ़ जिले अमित रोहिदास टीम के उपकप्तान भी हैं. अमित ने 127 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और 18 गोल किया है. डिफेंडर अमित रोहिदास भी काफी अनुभवी हैं और पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ भी हैं. वहीं, नीलम संजीव खेस ने 30 अंतरराष्ट्रीय मैचों में पांच गोल किये हैं. दोनों से टीम और प्रशंसकों को काफी उम्मीदें हैं. घरेलू मैदान पर इनके शानदार प्रदर्शन की उम्मीद है. इसके अलावा अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश, मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह और मनदीप सिंह पर सफलता का दारोमदार होगा. फॉरवर्ड आकाशदीप सिंह पर भी सभी की नजरें होंगी.

पहले दिन होंगे ये चार मुकाबले

1. अर्जेंटीना बनाम दक्षिण अफ्रीका, भुवनेश्वर, दोपहर 1 बजे

2. ऑस्ट्रेलिया बनाम फ्रांस, भुवनेश्वर, दोपहर के 3 बजे

3. इंग्लैंड बनाम वेल्स, राउरकेला, शाम 5 बजे

4. भारत बनाम स्पेन, राउरकेला, शाम 7 बजे

भारतीय टीम

गोलकीपर : पीआर श्रीजेश और कृष्ण बहादुर पाठक.डिफेंडर : हरमनप्रीत सिंह (कप्तान), अ्मित रोहिदास (उपकप्तान), नीलम संजीव खेस, जरमनप्रीत सिंह, सुरेंद्र कुमार, वरुण कुमार.

मिडफील्डर : मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, नीलकांत शर्मा, शमशेर सिंह, विवेक सागर प्रसाद, आकाशदीप सिंह.

फॉरवर्ड : मनदीप सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, अभिषेक, सुखजीत सिंह.

वैकल्पिक : राजकुमार पाल, जुगराज सिंह

मुख्य कोच : ग्राहम रीड

रिपोर्ट- ललित नारायण सिंह, राउरकेला

Also Read: Hockey World Cup 2023: हरमनप्रीत की कप्तानी में 48 साल के सूखे को खत्म कर पायेगा भारत? ऐसा रहा है सफर

Next Article

Exit mobile version