‘मेरे जीवन साथी’ और ‘काला सोना’ जैसी फिल्मों के निर्माता हरीश शाह का निधन
film producer and director harish shah passes away : फिल्मकार हरीश शाह (Harish Shah) का कैंसर से लंबी लड़ाई लड़ने के बाद मंगलवार को सुबह निधन हो गया. उन्हें गले का कैंसर था और वह 76 वर्ष के थे. हरीश शाह के भाई एवं फिल्मकार विनोद शाह ने बताया कि उन्होंने सुबह छह बजे अपने घर पर अंतिम सांस ली. विनोद शाह ने कहा, ‘‘ वह 10 साल से कैंसर से जंग लड़ रहे थे और आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली.''
Harish Shah Death : फिल्मकार हरीश शाह (Harish Shah) का कैंसर से लंबी लड़ाई लड़ने के बाद मंगलवार को सुबह निधन हो गया. उन्हें गले का कैंसर था और वह 76 वर्ष के थे. हरीश शाह के भाई एवं फिल्मकार विनोद शाह ने बताया कि उन्होंने सुबह छह बजे अपने घर पर अंतिम सांस ली. विनोद शाह ने कहा, ‘‘ वह 10 साल से कैंसर से जंग लड़ रहे थे और आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली.” पवन हंस शवग्रह में परिवार वालों की मौजूदगी में मंगलवार दोपहर उनका अंतिम संस्कार किया गया.
शाह ने ‘मेरे जीवन साथी’, ‘ काला सोना’, ‘राम तेरे कितने नाम’ जैसी फिल्मों का निर्माण किया. उन्होंने 1980 में बतौर निर्देशक अपनी नई पारी का आगाज करते हुए फिल्म ‘धन दौलत’ का निर्देशन किया. इसके अलावा उन्होंने 1988 में आई फिल्म ‘ज़लज़ला’ और 1995 में ‘अब इंसाफ होगा’ का निर्देशन भी किया. बतौर निर्माता उनकी आखिरी फिल्म 2003 में आई ‘जाल : द ट्रैप’ थी. इस साल बॉलीवुड ने कई चर्चित सितारों को खो दिया.
ऋषि कपूर
बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) का बीते 30 अप्रैल को कैंसर के कारण निधन हो गया था. अभिनेता 2018 से ल्यूकेमिया (रक्त का कैंसर) से जंग लड़ रहे थे. मुंबई के चंदनवाड़ी स्थित श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया. लॉकडाउन के चलते अंतिम संस्कार में ऋषि कपूर की पत्नी नीतू कपूर, बेटे रणबीर कपूर और आलिया भट्ट परिवार के अलावा 20 करीबी ही शामिल हुए थे.
इरफान खान
‘द लंचबॉक्स’ फेम अभिनेता इरफान खान ने 29 अप्रैल को मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में आखिरी सांस ली. इरफान खान बीते दो साल से न्यूरोएंडोक्राइन नाम की जानलेवा बीमारी से लड़ रहे थे. दो साल पहले मार्च 2018 में इरफान को अपनी बीमारी का पता चला था. इस बीमारी के इलाज के लिए इरफान खान लंदन भी गए थे और करीब साल भर इलाज कराने के बाद वह वापस भारत लौटे थे. हालांकि, लंदन से स्वस्थ होकर लौटने के बाद उन्होंने बॉलीवुड में वापसी की और अंग्रेजी मीडियम की शूटिंग भी की थी. लेकिन फिर उनकी तबीयत बिगड़ी और वो इस दुनिया को छोड़ गए.
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जानेमाने गीतकार योगेश
जानेमाने लेखक और गीतकार योगेश (Yogesh) का 29 मई को निधन हो गया. वह 77 साल के थे. उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों के लिए कई चर्चित गाने लिखे जिनमें ‘कहीं दूर जब ढल जाए’ और ‘जिंदगी कैसी है पहेली’ शामिल हैं. दोनों ही गाने साल 1971 में आई सुपरहिट फिल्म ‘आनंद’ का गाना है. इस फिल्म में राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन ने मुख्य भूमिका निभाई थी.
वाजिद खान
संगीतकार वाजिद खान का 1 जून को निधन हो गया. वाजिद खान के यूं अचानक चले जाने से पूरी फिल्म इंडस्ट्री स्तब्ध है. फिल्म इंडस्ट्री में साजिद वाजिद की जोड़ी के रूप में मशहूर वाजिद खान के निधन पर शोक प्रकट करते हुए इसे फिल्म तथा संगीत उद्योग को एक भारी क्षति बताया है. लॉकडाउन की वजह से जानेमाने संगीतकार के अंतिम संस्कार में परिवार के अलावा कुछ करीबी ही शामिल हो पाए. वाजिद का पार्थिव शरीर वर्सोवा के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया.
Posted By: Budhmani Minj