जामताड़ा : वित्त रहित शिक्षक व कर्मियों ने की हड़ताल, 19 को विधानसभा के बाहर करेंगे प्रदर्शन
राज्य के 32 विधायकों ने भी इन शिक्षकों व कर्मियों के समर्थन में मुख्यमंत्री को अनुशंसा पत्र लिखकर स्कूल व कॉलेजों का अधिग्रहण करने के साथ-साथ तत्काल अनुदान देने को कहा है.
जामताड़ा : प्रदेश वित्त रहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को जामताड़ा इंटर महिला महाविद्यालय के शिक्षक विभिन्न मांगों के समर्थन में शैक्षणिक हड़ताल पर रहे. प्रदेश प्रतिनिधि मुकेश कुमार मिश्रा के नेतृत्व में महाविद्यालय के सभी शिक्षक व कर्मी मांगों के समर्थन में नारे लगाये और राज्य सरकार से मांगों पर अविलंब पहल करने की मांग की. कॉलेज में शैक्षणिक हड़ताल होने से दूर-दराज से इस ठंड में पढ़ने आयी छात्राओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. वह निराश होकर पुनः वापस घर के लिए रवाना हो गयीं. प्राचार्य टीके माजि ने कहा कि वित्त रहित स्कूल व इंटर कॉलेजों में कार्यरत शिक्षक तथा कर्मचारी लंबे समय से छात्रों को पढ़ा रहे हैं, लेकिन वेतन या मानदेय के नाम पर इन्हें एक रुपया भी नहीं मिलता है, जबकि राज्य सरकार प्रत्येक वित्तीय वर्ष अनुदान देती है जो इस महंगाई में नाकाफी है.
19 दिसंबर को करेंगे विधानसभा का घेराव
राज्य के 32 विधायकों ने भी इन शिक्षकों व कर्मियों के समर्थन में मुख्यमंत्री को अनुशंसा पत्र लिखकर स्कूल व कॉलेजों का अधिग्रहण करने के साथ-साथ तत्काल अनुदान देने को कहा है. विधायकों के अनुशंसा पत्र पर कार्रवाई करने के लिए सीएमओ ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव को पित पत्र लिखा है. सीएमओ के प्रधान सचिव ने विधायकों के अनुशंसा पत्र के आलोक में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव को पित पत्र लिखकर आवश्यक कार्रवाई करने को भी कहा है. सरकार की उदासीन रवैये से अब मोर्चा आंदोलन करेगा. शीतकालीन सत्र को देखते हुए मोर्चा ने अपनी मांगों के समर्थन में 19 दिसंबर को विधानसभा के सामने महाधरना व 20-21 दिसंबर को रांची में अपने-अपने क्षेत्र के विधायकों के आवास का घेराव करने का निर्णय लिया है. मौके पर व्याख्याता संजू कुमारी मंडल, केके घोष, अनिता गुप्ता, तारकेश्वर भट्टाचार्य, दिलीप बाउरी, रवींद्र सिंह, देवेश्वर सोरेन, वीणा रजक, मौसमी मजूमदार, मुनमुन चकवर्ती, एलिजाबेथ टुडू आदि मौजूद थीं.