बरेली. उत्तर प्रदेश के बरेली के एक गेस्ट हाउस में एक रेलकर्मी छात्रा के साथ रंगरेलियां मना रहा था. उसको कुछ लोगों ने रंगरेलियां मनाने से रोका था. इसके साथ ही मोबाइल को कब्जे में लेकर चेक किया तो करीब डेढ़ दर्जन से अधिक लड़कियों के फोटो थे. इसके बाद लोगों रेलकर्मी को भगा दिया. लेकिन छात्रा को उसके परिजनों के हवाले किया था. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था. मगर, अब इसमें मंगलवार को नया मोड़ आ गया है. रेलवे स्टेशन चौकी इंचार्ज वीरेंद्र सिंह की तरफ से जमात रजा ए मुस्तफा और रजा एक्शन कमेटी संगठन के चार-पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ ए आईआर दर्ज की गई है. इसको लेकर संगठन के पदाधिकारियों ने नाराजगी जताई है. उनका कहना है कि अश्लीलता फैलाने से रोकने वालों पर ही पुलिस ने कार्रवाई की है. इस मामले में पुलिस अफसरों से शिकायत करने की बात कही.
रविवार को शाहजहांपुर का एक रेलकर्मी बरेली स्टेशन रोड के एक गेस्ट हाउस में शाहजहांपुर के शिक्षण संस्थान की एक छात्रा के साथ रंगरेलियां मना रहा था. यहां कुछ लोग पहुंच गए.उन्होंने छात्रा के साथ अश्लीलता करने वाले रेलकर्मी का मोबाइल कब्जे में ले लिया. उसके मोबाइल में डेढ़ दर्जन से अधिक लड़कियों के आपत्तिजनक फोटो थे. इन लोगों ने छात्रा के परिजनों को सूचना दी. वह छात्रा को लेकर घर चले गए. इसके बाद रेलकर्मी को भी भगा दिया गया था. मगर, यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसके चलते पुलिस ने रेलकर्मी और छात्रा को बुलाया. मगर, वह दोनों नहीं आए. उन्होंने कार्रवाई से इंकार कर दिया. इसके बाद मंगलवार को सुभाष नगर थाने में रेलवे स्टेशन चौकी इंचार्ज वीरेंद्र सिंह की ओर से जमात रजा ए मुस्तफा और रजा एक्शन कमेटी के 4-5 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है. आरोप है कि इन लोगों ने प्रेमी युगल का वीडियो बनाया था. उनकी पहचान बताई गई. पुलिस वीडियो के आधार पर आरोपियों के चेहरे पहचानने के बाद गिरफ्तारी करने की बात कह रही है.
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शहर की सुभाष नगर पुलिया ढलान के पास बने एक होटल में रविवार को शाहजहांपुर में तैनात एक रेल कर्मी एक छात्रा को लेकर पहुंचा था. दोनों ने अपनी आईडी जमा कर एक कमरा ले लिया. यहां कुछ ही देर बाद कुछ लोग होटल पहुंच गए. लोगों ने कमरा खुलवाया. इसके बाद दोनों से सख्ती से पूछताछ की थी. उनके नाम पता बताने के बाद संगठन के लोगों ने कॉल करके परिजनों को बुला लिया. वह छात्रा को लेकर चले गए. मगर रेलकर्मी को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था. यह घटनाक्रम सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मामला दो समुदाय से जुड़ा होने के कारण काफी चर्चा का विषय बना हुआ है.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली