Dhanbad News: मुगमा कालीमाता कॉलोनी स्थित ओंकार बाबा के आश्रम पर गुरुवार को सन्नाटा पसरा रहा. अन्य प्रांत से आये करीब छह सौ अनुयायियों को बुधवार की रात को ही पुलिस ने उनके घर भेज दिया था. जय ओंकार पैराडाइज नामक आश्रम पर दिन भर पुलिस का पहरा रहा. इधर देर शाम निरसा थाना परिसर में थाना प्रभारी दिलीप यादव की पहल पर आश्रम के अनुयायी व स्थानीय लोगों की बैठक हुई. मामले में लोदना निवासी जीतेंद्र कुमार निषाद व मुरारी तिवारी की शिकायत पर पुलिस ने बाबा विपिन कुमार, शशि वर्मा, अमित कुमार, अनमोल कुमार पर मारपीट, प्रताड़ना, ठगी के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की. लेकिन यौन शोषण की धारा पर मामला दर्ज किसी पीड़िता के सामने नहीं आने के कारण नहीं हो पाया. पुलिस ने एक सौ से अधिक अज्ञात लोगों पर आश्रम में तोड़फोड़ का भी मामला दर्ज किया है.
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थाना प्रभारी दिलीप यादव ने कहा कि दोनों पक्षों में शांति बनाये रखने को लेकर बैठक की गयी. अब यहां कोई कार्यक्रम होगा तो एसडीएम के यहां से आदेश पत्र चाहिए. कानून को हाथ में लेने का अधिकार किसी को भी नहीं है. किसी पीड़िता के सामने नहीं आने के कारण यौन शोषण की प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है.
मुगमा में बुधवार की रात को जिस ओंकार बाबा पर आरोप लगाया गया है. इस संबंध में निरसा के गोपालगंज स्थित नया थाना में मुखिया विमल रवानी की उपस्थिति में बैठक हुई. बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि बाबा स्वयं को भगवान मानें या उनके अनुयायी, इससे स्थानीय लोगों को कोई लेना-देना नहीं है. इससे पूरे मुगमा क्षेत्र की छवि धूमिल हुई है. बाबा पर इससे पहले भी दो बार यौन शोषण का आरोप लग चुका है. इसलिए मामले की जांच होनी चाहिए. ग्रामीणों की ओर से मुखिया विमल रवानी, विपिन कुमार, दयाराम कोयरी आदि थे.
इधर, शिवदयाल प्रसाद ( जय ओंकार रियल लाइफ एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का सचिव व सेवानिवृत्त फौजी), अवधेंद्र कुमार, व विनय कुमार ने बैठक में कहा कि दिल्ली का पंकज तिवारी नामक युवक ही बाबा को बार-बार दिल्ली ले जाता था. वह बाबा के फ्लैट में वर्षों से रह रहा है. पंकज बाबा के फ्लैट को हथियाना चाहता है और इसी के कारण वह बाबा के खिलाफ साजिश रच रहा है. बाबा पर लगाया जा रहा आरोप गलत है.
ओंकार बाबा उर्फ विपिन कुमार ने मुगमा के डी-नोबिली स्कूल में प्लस टू तक पढ़ाई की. उसके बाद दिल्ली चला गया. जैसा कि बताया गया एलएलबी दिल्ली में रह कर की. उसके एक सबंधी ने बताया कि उसने सीएस की भी पढ़ाई की है. झारखंड हाइकोर्ट मे बतौर अधिवक्ता निबंधित है. मानवाधिकार संस्था से भी जुड़ा हुआ है. शुरुआती दौर में झाड़-फूंक भी करता था. महिलाओं के साथ बेरहमी से मारपीट भी करता था. आश्रम में इसका कई बार विरोध भी हुआ था. मामला थाना तक भी पहुंचा था. प्रचार-प्रसार के लिए बिहार, बंगाल, यूपी सहित अन्य जगहों पर एजेंट बनाया. यह काम लगभग 20 वर्षों से किया जा रहा है. यहां स्थानीय कोई भक्त नहीं है.