Bareilly News : उत्तर प्रदेश के बरेली में भुता थाना क्षेत्र के गांव बरुआ हुसैनपुर के ग्राम प्रधान और सचिव के खिलाफ एसएसपी के निर्देश पर गुरुवार शाम मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में एक महीने पहले डीएम ने एफआईआर के निर्देश दिए थे. लेकिन, उनकी बात को अनसुना कर दिया गया था. इन लोगों पर गांव के प्राइमरी स्कूल के गेट की दीवार का निर्माण घटिया सामग्री से कराने का आरोप है. जिसके चलते 30 दिसंबर को स्कूल का गेट और दीवार गिरने से पुष्पेंद्र के छह वर्षीय पुत्र गजेंद्र की मौत हो गई थी.
गांव के प्राइमरी स्कूल में अखिलेश बच्चों के साथ खेल रहा था. इसी दौरान प्राइमरी स्कूल का गेट और दीवार गिर गई. इसके नीचे दबकर अखिलेश की मौत हो गई थी. यह जानकारी डीएम मानवेंद्र सिंह को मिली. इस पर पूर्व डीएम मानवेंद्र सिंह ने तुरंत बीएसए और बीईओ को जांच के लिए भेजा. बीइओ भानु भास्कर गंगवार ने मौके पर जांच पड़ताल की.
बीएसए और बीइओ की जांच रिपोर्ट में मिशन कायाकल्प योजना के तहत ग्राम प्रधान और सचिव के प्राइमरी स्कूल की बाउंड्री वाल का निर्माण कराने की बात सामने आई थी. स्कूल के गेट को पुरानी दीवार की नींव पर ही बगैर सरिया के बना दिया गया. ग्राम प्रधान ने गली के खड़ंजा निर्माण को आई ईंट का रोड़ा स्कूल में डाल दिया. इसकी वजह से गेट में ताला नहीं लग पा रहा था. गेट बंद न होने के कारण बच्चे गेट पर खेलते थे. गेट हिलने लगा. शिक्षकों ने निर्माण के लिए कई बार कहा, लेकिन उनकी बात को अनसुना कर दिया. गेट और दीवार गिरने से बच्चे की मौत हो गई.
बच्चे की मौत के लिए ग्राम प्रधान और सचिव को दोषी माना गया था. डीएम ने जांच रिपोर्ट आने के बाद ग्राम प्रधान और सचिव पर मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए थे. डीएम ने मुकदमे के निर्देश दिए थे, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं किया गया. इस पर मृतक बच्चे के पिता पुष्पेंद्र ने गुरुवार दोपहर एसएसपी से शिकायत की. इसके बाद एसएसपी के निर्देश पर मुदकमा दर्ज किया गया है.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद