धनबाद, मनोहर कुमार : झरिया मास्टर प्लान के तहत पहले चरण में 70 हाइ रिस्क फायर साइट से 12323 परिवार हटाये जायेंगे. इनमें 2110 लीगल टाइटल होल्डर व 10213 नन लीगल टाइटल होल्डर हैं. इसकी तैयारी शुरू हो गयी है. सर्वाधिक 26 हाइ रिस्क साइट बीसीसीएल के पीबी एरिया में चिह्नित किये गये हैं. वहां से 4344 नन एलटीएच परिवारों को पुनर्वासित करना है. इसके अलावा 998 कुसुंडा, 339 पीबी एरिया, 282 ब्लॉक-टू, 214 सिजुआ व 173 कतरास एरिया से एलटीएच परिवार सुरक्षित स्थान पर पुनर्वासित किये जायेंगे, जबकि नन एलटीएच की बात करें तो 2584 लोदना, 1214 सिजुआ, 944 बस्ताकोला व 483 परिवार कतरास एरिया से पुनर्वासित किये जायेंगे.
बता दें कि झरिया मास्टर प्लान के तहत चिह्नित कुल 595 भू-धंसान व फायर साइट में 70 साइट सर्वाधिक खतरनाक हैं. फर्स्ट फेज में हाइ रिस्क साइट से लोगों को अविलंब पुनर्वासित करना कोयला मंत्रालय की प्राथमिकता है. इसलिए इसपर तेजी से काम शुरू हो गया है. कोयला सचिव के स्तर पर हर 15-15 दिनों पर मॉनिटरिंग भी शुरू हो गयी है. हाइ रिस्क वाले फायर साइट पर रह रहे एलटीएच व नन एलटीएच परिवारों को पुनर्वासित करने की जिम्मेदारी जेआरडीए व जिला प्रशासन की है. वहीं 540 कोलकर्मियों को हटाने की जिम्मेदारी बीसीसीएल को दी गयी है.
कहां कितने परिवारों की शिफ्टिंग
एरिया हाइ रिस्क साइट एलटीएच नन एलटीएच
बरोरा 02 37 90
ब्लॉक-टू 04 282 53
गोविंदपुर 02 21 139
कतरास 03 173 483
सिजुआ 09 214 1214
कुसुंडा 08 998 362
पीबी एरिया 26 339 4344
बस्ताकोला 08 41 944
लोदना 08 05 2584
कुल 70 2110 10213
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