Jharkhand news: सिंदरी के हर्ल प्लांट में लगी आग, मजदूरों में मची अफरा-तफरी, कोई नुकसान नहीं
jharkhand news: सिंदरी के हर्ल प्लांट के लैब बिल्डिंग में आग लगने से कुछ देर के लिए अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी. हालांकि, वहां कार्यरत मजदूरों की तत्परता से इस आग पर काबू पाया गया. फिलहाल, कोई नुकसान की खबर नहीं है.
Jharkhand news: धनबाद के सिंदरी में हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड (हर्ल) के निर्माणाधीन प्लांट में कार्यरत फ्रांस की कंपनी टेक्निप के लैब बिल्डिंग की छत पर आग लग गयी. आग लगने के कारण धुएं का गुब्बार उठने से मजदूरों में अफरा-तफरी मच गयी. हालांकि, मजदूरों ने थोड़ी देर में आग को बुझा दिया. आग से फिलहाल कोई नुकसान की खबर नहीं है. वहीं, कुछ लोगों ने आग का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल कर दिया.
मजदूरों की तत्परता से आग पर काबू
घटना के संबंध में हर्ल के एचआर हेड कुंदन किशोर ने बताया कि फ्रांस की कंपनी टेक्निप के लैब बिल्डिंग की छत पर इंसुलेटर का सामान, थर्मोकल आदि रखा हुआ है. लैब बिल्डिंग की छत पर इलेक्ट्रिक वेल्डिंग का काम चल रहा था. संभावना जतायीी जा रही है कि आग इसी से लगा होगा. हालांकि, आग के धुएं उठते देख तत्काल वहां कार्यरत मजदूरों ने आग पर काबू पाया. इससे किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है.
तीन बार प्लांट में लग चुकी है आग
बता दें कि सिंदरी के इस हर्ल प्लांट में अब तक तीन बार आग लग चुकी है. मालूम हो कि 25 मई, 2018 को पीएम नरेंद्र मोदी ने सिंदरी में हर्ल के इस यूरिया प्लांट की नींव रखी थी. इधर, शुक्रवार की दोपहर प्लांट में आग लगने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है.
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इसी माह के अंतिम सप्ताह से यूरिया के उत्पादन की संभावना
सिंदरी में हर्ल के यूरिया प्लांट से मार्च, 2022 के अंतिम सत्पाह में उत्पादन की संभावना है. इसी को ध्यान में रखते हुए प्लांट में कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है. वहीं, अमाेनिया प्लांट का कार्य भी पूरा हो गया है. मालूम हो इस सयंत्र से नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन होगा. बताया गया कि इस सयंत्र से करीब 4000 मीट्रिक टन यूरिया और करीब 2200 मीट्रिक टन अमोनिया उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है.
Posted By: Samir Ranjan.