Ghaziabad: गाजियाबाद के लोनी में बार्डर थानाक्षेत्र की इंद्रपुरी कॉलोनी स्थित मकान की दूसरी मंजिल पर कमरे में आग लगने से बुजुर्ग की जिंदा जलकर मौत हो गई. जानकारी पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया. घटना के वक्त परिवार के सदस्य नीचे के फ्लोर पर कमरे में थे.
गाजियाबाद की इंद्रपुरी कॉलोनी में 75 वर्षीय राम आसरे अग्रवाल परिवार के साथ रहते थे. वह एक बैंक से मैनेजर पद से रिटायर्ड थे. परिवार में दो बेटे दीपक अग्रवाल, विवेक, दो बेटियां पूनम, ज्योति बहू हैं. विवेक अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रायपुर में रहते हैं। यहां दीपक उसकी पत्नी और दो बच्चे हैं. दो मंजिला मकान के नीचे वाले फ्लोर पर वह परिवार के सदस्य रहते हैं.
राम आसरे दूसरी मंजिल के एक कमरे में रहते थे. वह कई दिनों से बीमार थे. मंगलवार रात करीब सवा आठ बजे परिवार के सदस्य उन्हें खाना देने गए थे. इसके कुछ देर बाद ही राम आसरे के कमरे से आवाज आने लगी. परिवार के सदस्य ऊपर की मंजिल पर पहुंचे, तो कमरे से धुंआ और आग की लपटें निकल रही थीं. उन्होंने पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की. वहीं परिजनों का शोर सुनकर आसपास के लोगों ने दमकल विभाग और पुलिस को सूचना दी.
इसके बाद पुलिस और दमकलकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और आग बुझाने की कोशिश की. करीब आधे घंटे बाद आगर पर काबू पाया जा सका. जब दमकल कर्मी कमरे में दाखिल हुए तो राम आसरे आग में झुलसे मिले. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई है.
बताया जा रहा है कि राम आसरे कई बीमारियों से ग्रस्त थे. उनका इलाज चल रहा था. करीब दस साल पहले उनकी पत्नी शकुंतला देवी की मौत हो गई थी. बीमारी के चलते वह बिस्तर पर ही रहते थे. आग लगने पर उन्होंने शोर मचाया. लेकिन स्वयं बचने के लिए कमरे से बाहर नहीं आ सके. इसके चलते वह आग की चपेट में आ गए. एसीपी रजनीश कुमार उपाध्याय के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत की वजह स्पष्ट हो सकेगी.