हजारीबाग, आरिफ : हजारीबाग शहर के रांची पटना रोड़ सर्किट हाउस के सामने झारखंड सरकार का इकलौता राजकीय भूतात्विक प्रयोगशाला में बुधवार सवेरे लगभग छह बजे एकाएक आग लगने से लाखों रुपये की संपत्ति जलकर खाक हो गया है. गनीमत रही की रात्रि प्रहरी की तत्परता से कार्यालय परिसर के अंदर रहने वाले कुछ कर्मचारियों ने समय पर दमकल विभाग को खबर किया. दमकल कर्मियों ने आकर एक घंटे में आग पर काबू पाया. इससे बड़ी अनहोनी होने से बच गया है. खान एवं भूतत्व विभाग का प्रमंडलीय कार्यालय में संयुक्त रूप से एक छत के नीचे अलग-अलग छह कार्यालय है. इसमें राज्य का इकलौता भूतात्विक प्रयोगशाला के अलावा, अपर निदेशक भूतत्व, उपनिदेशक भूतत्व, सहायक निदेशक जिला भूतात्विक, उपनिदेशक खनन एवं जिला खनन कार्यालय शामिल है.
प्रारंभिक जानकारी में बताया गया कि आग लगने से बरामदे में रखा टेबल, कुर्सी, कुछ अलमीरा में रखे महत्वपूर्ण कागजात, सीसीटीवी कैमरा वायर, प्रयोगशाला का दरवाजा, खिड़की, संबंधित सामान जलकर खाक हो गया है. वहीं, पूरा कार्यालय परिसर आग के कारण काला पड़ गया है. अधिकारी जले सामग्री का आकलन कर रहे हैं. बता दें कि सभी कार्यालय में बिजली व्यवस्था को व्यवस्थित रखने को लेकर 100 केवी का विभाग की ओर से सोलर प्लांट लगाया गया है. इसे लगभग एक सप्ताह से इंस्टॉल किया जा रहा था. सोलर प्लांट की बड़ी-बड़ी मशीनों को साइड में रखने के बजाय जगह-जगह कार्यालय परिसर के बरामदे में रख दिया गया है.
मंगलवार देर शाम तक सोलर प्लांट लगाने वाले एजेंसी के जिम्मेवार कर्मियों ने कामकाज को अंतिम रूप दिया. कुछ कार्यालय कर्मी बता रहे हैं कि इसमें तकनीकी खराबी को ठीक नहीं कर पाये और लोग चले गये. सवेरे लगभग छह बजे इसमें आग लगी. रात्रि प्रहरी ने इसकी सूचना कार्यालय परिसर में रहने वाले कर्मियों को दी. कर्मियों ने दमकल विभाग कर्मियों को फोन कर बताया. इसके बाद दमकल कर्मी आकर आग बुझाया है. आग पर काबू पाने में दमकल कर्मियों को लगभग एक घंटे का समय लगा है. इधर मंगलवार को सरकारी कार्यालय में छुट्टी है. अधिकारी एवं कर्मी अपने कार्यालय में आगजनी की घटना को देख माथा पीट रहे थे. उन्हें चिंता सता रही है कि अब वह कामकाज कैसे और कहां बैठकर करेंगे. एक अधिकारी ने बताया कि काम का बहुत लोड है. ऊपर से इस तरह की घटना ने चिंता बढ़ा दिया है.
कार्यालय परिसर दो तले का है. राजकीय प्रयोगशाला ग्राउंड फ्लोर में संचालित है. राजकीय प्रयोगशाला में राजभर के सभी 24 जिले से प्राप्त होने वाले खनिज संपदा जैसे चूना, पत्थर, कोयला, अबरक, पानी एवं इससे जुड़े अन्य संपदा की सरकारी तौर पर जांच कर रिपोर्ट तैयार किया जाता है. बाद में यह रिपोर्ट संबंधित जिले को भेजा जाता है. इसके लिए प्रयोगशाला में केमिस्ट के अलावा अन्य जानकारी से संबंधित दर्जनों अधिकारी (महिला/पुरुष) कार्यरत हैं. सभी अधिकारी प्रतिदिन प्रयोगशाला में तरह-तरह के प्रशिक्षण में लगे रहते है.
प्रयोगशाला में लगी आग को समय पर नहीं बुझाने से अन्य पांच कार्यालय में आग लगने से बड़ा नुकसान हो सकता था. सभी पांच कार्यालय के अधिकारी अपने कार्यालय को सुरक्षित पाकर राहत की सांस लिया है. अधिकारियों को आपस में बात करते सुना गया कि जेरेडा की ओर से कार्यालय परिसर में लगाई गई सोलर प्लांट के इंस्टॉल में एजेंसी के कर्मियों की लापरवाही के कारण आग लगी है. पूरे मामले की जांच कर एजेंसी एवं दोषियों पर कार्रवाई कार्रवाई की मांग की है.