Firozabad News: तीसरे चरण के चुनाव के लिए जिले में पहुंचने लगी अतिरिक्त फोर्स, ऐसी रहेगी सुरक्षा व्यवस्था
Firozabad News: फिरोजाबाद जिले में पैरामिलिट्री फोर्स का आना शुरू हो गया है. हर बूथ पर पुलिस और होमगार्ड के जवान के साथ पैरामिलिट्री फोर्स या पीएसी के जवान तैनात रहेंगे. बाहर से आने वाली फोर्स के रुकने का इंतजाम जिले भर में किया गया है.
Firozabad News: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में 20 फरवरी को तीसरे चरण का मतदान होना है. इसे लेकर दूसरे जिलों के सुरक्षाकर्मी यहां पहुंचने लगे हैं. जिले में पैरामिलिट्री फोर्स के साथ पुलिस और होमगार्ड को भी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किया गया है, जिसके लिए अधिकतर सुरक्षाकर्मी जिले में पहुंच गए हैं. इनके ठहरने के लिए जिले में अलग-अलग 100 से अधिक स्थानों पर व्यवस्था की गई है.
फिरोजाबाद में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
जिले में चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस के 4,576 इंस्पेक्टर, एसआई, सिपाही और 784 होमगार्ड अयोध्या, लखनऊ, गोरखपुर, मऊ और बस्ती से आएंगे. चुनाव आयोग द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. जिले में 72 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स और तीन कंपनी पीएसी आएगी.
Also Read: UP Election 2022: फिरोजाबाद में अखिलेश बोले- सातवें चरण तक बीजेपी के बूथों पर सन्नाटा होगा और भूत नाचेंगे
तीन हजार से अधिक होमगार्ड संभालेंगे सुरक्षा की जिम्मेदारी
इसके साथ ही अमरोहा, मुरादाबाद, बलरामपुर, आजमगढ़, हापुड़, जीआरपी गोरखपुर और विजिलेंस से 450 इंस्पेक्टर, एसआई और 4,126 सिपाही आएंगे. वहीं अयोध्या, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, बस्ती, मऊ और मिर्जापुर से 3,312 होमगार्ड भी पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के साथ कंधे से कंधे मिलाकर मतदान केंद्रों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे.
Also Read: Firozabad Assembly Chunav: फिरोजाबाद में चूड़ी उद्योग के कारीगरों को मदद चाहिए, हर चुनाव में बना मुद्दा
हर बूथ पर तैनात रहेंगे पीएसी के जवान
एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया, जिले में पैरामिलिट्री फोर्स का आना शुरू हो गया है. हर बूथ पर पुलिस और होमगार्ड के जवान के साथ पैरामिलिट्री फोर्स या पीएसी के जवान तैनात रहेंगे. बाहर से आने वाली फोर्स के रुकने का इंतजाम जिले भर में किया गया है. स्कूल, गेस्ट हाउस, होटल और रेस्तरां में पुलिसकर्मियों को रोका जाएगा. जिले भर में सुरक्षाकर्मियों के रुकने के लिए करीब 100 से अधिक स्थान चिन्हित किए गए हैं.
रिपोर्ट- राघवेंद्र सिंह गहलोत, आगरा