Loading election data...

पहले कोरोना ने बर्बाद किया, अब विपक्ष षडयंत्र रच रहा है : हेमंत सोरेन

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार आपके घर तक विकास योजनाओं को पहुंचाने के लिए कटिबद्ध है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 5, 2023 12:37 AM
an image

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार आपके घर तक विकास योजनाओं को पहुंचाने के लिए कटिबद्ध है. चार साल में पहले कोरोना के कारण दो साल बर्बाद हुआ और इसके बाद जब विकास का काम करना शुरू किया तो विपक्ष के लोग षडयंत्र रच रहे हैं. सरकार हमारी बनी नहीं कि गिराने की बात की जाने लगी. जब भी विकास करने के लिए हम आगे बढ़ते हैं और केंद्र सरकार से बकाया राशि मांगते हैं, तो हमारे पीछे सीबीआइ को लगा दिया जाता है. ये बातें मुख्यमंत्री ने सोमवार को गिरिडीह के झंडा मैदान में आयोजित आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में कही. उन्होंने कहा कि झारखंड में कोल इंडिया कमाई कर रही है, लेकिन हमारा बकाया एक लाख 36 हजार करोड़ रुपये नहीं मिल रहा है. अगर हमें यह राशि मिल जाती तो हम हर गरीब को आवास, रोजगार देते, जो नहीं दे पा रहे हैं. यदि यह राशि मिलती तो ग्यारह सौ के स्थान पर 500 रुपये में गैस सिलिंडर लोगों को देते. वहीं राज्य में 15 हजार गुणवत्तापूर्ण स्कूल खोलते और दस लाख से भी ज्यादा सरकारी पदों पर बहाल करते.

विवाद खड़ा कर नियुक्ति प्रक्रिया को किया जाता है बाधित

श्री सोरेन ने कहा कि अब सरकार नियुक्ति में तेजी ला रही है. जेपीएससी की नियमावली बन गयी है. शीघ्र ही बहाली शुरू होगी. हालांकि विपक्ष के लोग विवाद खड़ा कर नियुक्ति की प्रक्रिया को बाधित करते है. 60 से 70 हजार लोगों को प्राइवेट संस्थानों में रोजगार दिया गया है. इसके लिए और प्रयास किये जायेंगे. आम लोगों के साथ-साथ केंद्र की सरकार ने अपने कर्मचारियों के साथ भी भेदभावपूर्ण व्यवहार किया. इनकी पेंशन पर रोक लगा दी है. हमारी सरकार ने पुरानी पेंशन को लागू कर सरकारी कर्मचारियों को उचित सम्मान दिया है.

पूर्व की सरकारों ने कुछ काम नहीं किया था

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व की सरकारों ने झारखंड में कोई काम नहीं किया था. अधिकारियों को वे लोग अपने कार्यों में लगा दिये थे. जिस कारण आम लोगों की समस्या धरी की धरी रह गयी. आपकी सरकार आपके द्वार के अब तक के कार्यक्रम में लगभग 80 से 90 लाख समस्याएं आयी हैं. यह देखकर हम माथा पकड़कर बैठ गये. इन समस्याओं के समाधान में हमारे अधिकारी लगे हुए हैं. पेंशन से बुजुर्ग को सहारा मिल रहा है. अब कोई बुजुर्ग पेंशन से वंचित नहीं हैं. आने वाली पीढ़ी को सावित्री बाई फुले योजना का लाभ दिया जा रहा है. आठ लाख बच्चियों को छात्रवृत्ति से जोड़ा गया. बेटी को बोझ न समझिये, राज्य सरकार उनकी पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए तैयार है. पूर्व में दो बच्चियों के लिए छात्रवृत्ति देने की योजना थी, लेकिन अब इस योजना से एक घर की चार बच्चियां लाभ ले सकती हैं. गुरुजी क्रेडिट योजना से लोग डॉक्टर, इंजीनियर, पत्रकार आदि की पढ़ाई कर सकते हैं. दस लाख रुपये तक राज्य सरकार छात्राओं को लोन देगी. यह लोन बिना किसी गारंटी के मिलेगा और नौकरी मिलने के बाद वापस करना होगा.

2024-25 तक युवा राज्य होगा झारखंड

सीएम ने कहा कि यदि कोई आपदा नहीं आयी तो झारखंड को 2024-25 तक युवा राज्य बना देंगे. यह राज्य आगे बढ़ने वाले राज्यों के अगले पायदान पर होगा. जबकि केंद्र सरकार ने इस राज्य को बर्बाद करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा है. डीवीसी का 1200 करोड़ बकाया रहने के कारण बिजली काट देती है. राज्य के लोग चिंता न करें, हम अपना खुद की बिजली देंगे और डीवीसी से लोगों को खरीदने की जरूरत भी नहीं होगी. ट्रांसमिशन लाइन का काम चालू है. केंद्र सरकार की नीतियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब डबल इंजन की सरकार थी तो एक करार हुआ था जिसके कारण राज्य के मूल खाते से केंद्र सरकार सीधे बकाया की राशि निकाल लेती है. जबकि पेंशन, स्कॉलरशिप, राशन, किसानों का पैसा इसी खाते में रखा गया है.

आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम से लोगों को मिल रहा है लाभ

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम से गांव के लोगों को लाभ मिल रहा है. हमारे अधिकारी अब गांव तक जा रहे हैं. आज काम तेजी से हो रहा है. विकास की योजनाओं की गठरी लेकर जब अधिकारी आपके गांव पहुंचे तो आप गठरी से अपने लाभ की योजना निकाल लें. इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी विभाग के लिए अलग-अलग स्टॉल लगाये जा रहे हैं. आपने कभी नहीं सुना होगा कि बीडीओ, सीओ आपके गांव तक भी पहुंचते थे. सरकार की जिम्मेदारी है कि सब के लिए काम करने की, चाहे वो हमें वोट दिया हो या नहीं. आज के कार्यक्रम में विपक्ष के नेताओं का नाम भी है, परंतु दुर्भावनावश वे ऐसे कार्यक्रम में नहीं आते हैं.

Also Read: गिरिडीह : 42 हाथियों के झुंड ने मचाया उत्पात, 25 एकड़ में लगी फसलों को रौंदा

Exit mobile version