CSJMU में प्रथम मिड सेमेस्टर की परीक्षाएं शुरू,चार पालियों में नौ हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने दी परीक्षा
एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार प्रथम मिड सेमेस्टर की परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है. प्रवेश के समय ही विश्वविद्यालय ने अपना अकेडमिक कैलेंडर जारी कर दिया था.
कानपुर: छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय परिसर में सत्र 2023-24 की प्रथम मिड सेमेस्टर (विषम) की परीक्षाएं मंगलवार से प्रारंभ हो गयी है. पहले दिन विश्वविद्यालय के अलग-अलग विभागों में नौ हजार से अधिक छात्र-छात्राएं पहले सेमेस्टर की परीक्षाओं में सम्मिलित हुए. कैम्पस परीक्षा प्रभारी डॉ बी पी सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा नए सत्र के लिए निर्धारित एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार प्रथम मिड सेमेस्टर की परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है. प्रवेश के समय ही विश्वविद्यालय ने अपना अकेडमिक कैलेंडर जारी कर दिया था.जिसके अनुसार 22 से 24 अगस्त में पहले मिड सेमेस्टर एग्जाम कराए जाने निश्चित किए गए थे इसी के तहत मंगलवार से परीक्षाओं की शुरुआत हो गयी है.
17 विभागों के छात्रों ने दी परीक्षा
उन्होंने बताया कि परीक्षा सम्पन्न होने के बाद तीन कार्यदिवसों में मूल्यांकन करवाकर छात्र-छात्राओं को कॉपी दिखायी जायेगी.किसी भी स्टूडेंट को अगर अपनी उत्तर पुस्तिका में कोई आपत्ति हो तो वह सम्बन्धित शिक्षक, विभाग में अपना पक्ष रख सकता है.विश्वविद्यालय में परीक्षाओं को शुचिता पूर्ण बनाए रखने एवं नकल विहीन परीक्षा कराने के लिये दो सचल दल भी बनाये गये हैं.मिड सेमेस्टर परीक्षा के पहले दिन 17 विभागों के नौ हजार से ज्यादा छात्र-छात्राओं ने विभिन्न केंद्रों पर जाकर परीक्षा दी.
स्टार्टअप को बनाने में मदद करेगा सीएसजेएमयू
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में एक ऐसा सिंगल विंडो सिस्टम विकसित किया जाएगा, जहां छात्र अपने इनोवेटिव आइडिया को बताएंगे. यह सिंगल विंडो आइडिया को स्टार्टअप में बदलने में पूरी मदद करेगा.यह बातें विवि के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहीं.विवि के छत्रपति शाहू जी महाराज इनोवेशन फाउंडेशन की ओर से विश्व उद्यमिता दिवस के मौके पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.शुभारंभ विवि के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक व आईआईटी के प्रो. बीवी फनी ने किया.प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी ने कहा कि पर्यावरण व स्थिरता की भूमिका पर मंथन जरूरी है. प्रो. बीवी फनी ने कहा कि वर्तमान दौर नौकरी लेने का नहीं बल्कि देने का है. मर्चेंट चैंबर उत्तर प्रदेश के सदस्य सुधींद्र जैन डॉ. सिधांशु राय व रजिस्ट्रार डॉ. अनिल यादव, प्रो. सुधांशु पाण्डिया मौजूद रहे.