Himachal Election:देश के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी ने घर से किया अपने मत का प्रयोग, जानिए कैसे हुआ मतदान
Himachal Election 2022: हिमाचल प्रदेश में देश के प्रथम मतदाता श्याम सरन नेगी ने बुधवार को घर से विधानसभा चुनाव के लिए अपने मत का प्रयोग किया.
Himachal Election 2022: हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए 12 नवंबर को मतदान होना है. हालांकि, इससे पहले ही देश के प्रथम मतदाता श्याम सरन नेगी ने बुधवार को घर से विधानसभा चुनाव के लिए अपने मत का प्रयोग किया है. 106 वर्षीय श्याम सरन नेगी के मतदान के दौरान किन्नौर में चुनाव आयोग के अधिकारी भी मौजूद रहे. बताते चलें कि बीते चुनाव में श्याम सरन नेगी को चुनाव आयोग ने ब्रांड एंबेसडर भी बनाया था.
80 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए प्रदान की जा रही सुविधा
दरअसल, चुनाव आयोग की ओर से 80 वर्ष से अधिक आयु के पात्र लोगों एवं दिव्यांगों को यह सुविधा प्रदान की गई है. इसके तहत, इस आयु के लोगों पोस्टल बैलेट सुविधा के माध्यम से हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने घर पर वोट डाल सकेंगे. बता दें कि हिमाचल में विधानसभा चुनाव के लिए घर-घर जाकर मत पत्र व पोस्टल बैलेट से मतदान की प्रक्रिया मंगलवार को शुरू हो गई है. घर से मतपत्र से मतदान करने के दूसरे दिन श्याम सरन नेगी ने भी मतदान कर दिया. चुनावी ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी भी डाक से मतदान कर सकेंगे. बता दें कि हिमाचल प्रदेश में इस प्रक्रिया के तहत 48 हजार मतदाताओं के मत डलवाए जाएंगे. आठ हजार दिव्यांग और 80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग मतदाताओं ने घर से मतदान करने के लिए आवेदन किया था. इन सभी का घर-घर जाकर 10 नवंबर तक मतदान करवाया जाएगा.
Himachal Pradesh | 106-year-old Shyam Saran Negi, the first voter of Independent India, exercised his right to franchise for the 34th time for the 14th Assembly Elections through a postal ballot at his residence in Kalpa today. pic.twitter.com/ZtFtKoET5C
— ANI (@ANI) November 2, 2022
देश के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी के बारे में जानें
आजादी के बाद 1952 में पहला लोकसभा चुनाव का आयोजन किया गया था. हालांकि, किन्नौर में भारी हिमपात के कारण 5 महीने पहले सितंबर 1951 में मतदान हो गया. सेवानिवृत्त अध्यापक श्याम सरन नेगी उस दौरान जिला किन्नौर के मूरंग स्कूल में तैनात थे और उनकी ड्यूटी चुनाव में भी लगी थी. आजाद भारत में पहली बार मतदन के लिए वह काफी उत्साहित थे. उनका वोट कल्पा में था. इस कारण उन्होंने चुनाव अधिकारी से सुबह वोट डालने के बाद ड्यूटी पर जाने की इजाजत मांगी और सुबह मतदान स्थल पर पहुंच गए. उन्होंने जल्दी मतदान करवाने का आग्रह किया. जिस पर पोलिंग अधिकारी ने रजिस्टर खोलकर उन्हें पर्ची दी. जिसके बाद उन्होंने सुबह सवा छह बजे मतदान किया. इस तरह मतदान करते ही वह देश के पहले मतदाता बन गए.
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