Jharkhand News: BCCL की पहली माइनिंग अधिकारी तृप्ति मौर्या ने दिया योगदान, इनके बारे में जानें
बीसीसीएल में पहली माइनिंग अधिकारी बनी तृप्ति मौर्चा ने योगदान दे दिया है. बस्ताकोला परियोजना में मैंनेजमेंट ट्रेनी अधिकारी के रूप में योगदान दिया है. एमटेक पास तृप्ति को बचपन से ही सामान्य जीवनशैली से अलग हटकर कुछ काम करने की इच्छा ने उसे इस मुकाम पर पहुंचाया.
Jharkhand News: BCCL में पहली माइनिंग क्षेत्र से जुड़ी अधिकारी तृप्ति मौर्या ने धनबाद के बस्ताकोला क्षेत्र की बस्ताकोला परियोजना में मैंनेजमेंट ट्रेनी अधिकारी (Management Trainee Officer) के रूप में योगदान दिया. पीओ एके शर्मा की अगुवाई में अन्य अधिकारियों ने उन्हें बुके देकर स्वागत किया. इस दौरान तृप्ति मौर्या ने परियोजना में हो रहे कोयला उत्पादन को बारीकियों को समझा.
सामान्य जीवनशैली से अलग हटकर काम करने की इच्छा
तृप्ति मौर्या ने कहा कि बचपन से ही सामान्य जीवनशैली से अलग हटकर काम करने की इच्छा थी. वर्ष 2013 में बीटेक, वर्ष 2015 में एमटेक की परीक्षा गुजरात गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज गांधीनगर से पास की. इससे पहले परिवार का कोई भी सदस्य माइनिंग क्षेत्र में नहीं था. वह तीन बहनों और एक भाई में वह तीसरे नंबर पर है. बड़ी बहन एक कंपनी में अधिकारी हैं, जबकि दूसरी बहन दुबई में काम कर रही हैं. छोटा भाई अभी पढ़ाई कर रहा है.
Also Read: Coronavirus Update News: कोरोना की आहट से झारखंड अलर्ट, अब करना होगा इन Guidelines का पालन
टीम वर्क के साथ काम करने की इच्छा
उन्होंने कहा कि कोल ब्रांच और खासकर सीधे माइनिंग से जुड़े क्षेत्र में काम का एक अलग ही मजा है. कहा कि वह टीम वर्क के साथ काम करना चाहती है. अपने आप पर पूरा भरोसा है. मौके पर प्रबंधक अजय कुमार, सेफ्टी अधिकारी अभिषेक शर्मा, सर्वेयर एसके राय, एसीएम अभिजीत कुमार, एस मंडल, विजयंत मोहन आदि थे.