हुगली (मुरली चौधरी): बंगाल में कई दिनों की लगातार बारिश से नदियां उफना गयीं. कई जलाशयों से पानी छोड़े जाने के बाद नदियों ने रौद्र रूप धारण कर लिया और कई जगों पर उनके तटबंध टूट गये. इसे निचले इलाके में भारी बाढ़ आ गयी. गांव के गांव जलमग्न हो गये. स्थिति इतनी भयावह हो गयी कि हुगली जिला में राहत एवं बचाव कार्य के लिए सेना उतारनी पड़ी.
हुगली जिला का आरामबाग सबडिवीजन पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गया है. हजारों लोग बेघर हो गये हैं. जिलाधिकारी डॉ दीपाप प्रिया के नेतृत्व में राहत एवं बचाव का कार्य शुरू कर दिया गया है. प्रशासन के अन्य अधिकारी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मौजूद हैं. गोघाट, पुरसुरा और आरामबाग के बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों को राहत शिविरों में पहुंचा दिया गया है.
बाढ़ का सबसे ज्यादा प्रकोप खानाकुल ब्लॉक में देखा जा रहा है. बीते 2 दिनों से बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए आखिरकार सेना के जवान को उतारना पड़ा है. इतना ही नहीं, राहत एवं बचाव कार्य के लिए सेना के हेलीकॉप्टर का सहारा लिया गया है. खानाकुल के धानोगढ़ी इलाके में फंसे लोगों को हेलीकॉप्टर से आरामबाग लाया गया और उन्हें राहत शिविरों में रखा गया.
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राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लेने के लिए हुगली जिला के तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष दिलीप यादव, गोघाट के पूर्व विधायक मानस मजुमदार तथा आरामबाग नगरपालिका के प्रशासक स्वपन नंदी प्रभावित क्षेत्रों में गये. जिलाधिकारी डॉ दीपाप प्रिया ने बताया कि 80 जगहों पर बाढ़ पीड़ितों के लिए शिविर बनाये गये हैं. उनके लिए खाने-पीने और दवा तथा चिकित्सा की भी व्यवस्था की गयी है.
जिलाधिकारी ने बताया कि शिविरों में रहने वाले लोगों के लिए तिरपाल मुहैया कराये जा रहे हैं. अनाज, कपड़े सब कुछ मुहैया कराया जा रहा है. सबसे गंभीर हालत खानाकुल के कोले पुकुर, हॉस्पिटल रोड, झाऊतला नंदनपुर, किशोरपुर दो नंबर ग्राम पंचायत क्षेत्र सहित अन्य कई इलाके की है, जहां गांव के गांव बाढ़ में डूब गये हैं.
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Posted By: Mithilesh Jha