अलीगढ़ सांकरा घाट पर गंगा का बहाव तेज, श्रद्धालुओं को घाट पर ही स्नान और पूजा करने के निर्देश

अलीगढ़ सांकरा घाट पर गंगा का बहाव तेज है. श्रद्धालुओं को घाट पर ही स्नान और पूजा करने के निर्देश दिए गए है. सावन माह में श्रद्धालु अलीगढ़ में खेरेश्वर एवं अचलेश्वर मंदिर समेत अन्य प्राचीन मंदिरों और मथुरा, आगरा व राजस्थान की ओर भी जाते हैं.

By Radheshyam Kushwaha | July 1, 2023 7:54 PM

अलीगढ़. इस बार गंगा में बहुत तेज है. कटान भी हो रहा है और श्रद्धालुओं को घाट पर ही स्नान और पूजा करना पड़ेगा. जिलाधिकारी ने शनिवार को श्रावण मास के दृष्टिगत साकरा गंगा घाट का निरीक्षण किया. वहीं, स्थानीय प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था, साफ-सफाई और अन्य आवश्यक प्रबंध करने के दिशा निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने श्रावण मास में कावड़ियों द्वारा जल भरने के दृष्टिगत सांकरा गंगा घाट पर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि जनपद अलीगढ़ की तहसील अतरौली के सांकरा में बह रही गंगा नदी पर पुल बन जाने से क्षेत्रीय निवासियों के साथ-साथ संभल व बदायूं जनपद के श्रद्धालु एवं शिव भक्त गंगा घाट पर जल भरने के लिए आते हैं.

श्रद्धालुओं से सतर्कता बरतने की अपील

तहसील प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि सभी प्रकार की सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए जाएं. सावन माह में श्रद्धालु अलीगढ़ में खेरेश्वर एवं अचलेश्वर मंदिर समेत अन्य प्राचीन मंदिरों और मथुरा, आगरा व राजस्थान की ओर भी जाते हैं. उन्होंने कहा कि शिवभक्त कांवड़ियों को किसी प्रकार की परेशानी या असुविधा नहीं होने दी जाएगी. जिलाधिकारी ने गंगा घाट का स्थलीय निरीक्षण कर उपस्थित श्रद्धालुओं से वार्ता कर सुरक्षा व्यवस्था का फीडबैक लेते हुए बरसात के मौसम में हो रहे कटान के दृष्टिगत अतिरिक्त सुरक्षा व सतर्कता बरतने का आव्हान किया.

Also Read: अलीगढ़ में जहरीले सांप के काटने से मरे युवक को जिंदा करने की कोशिश, पुलिस ने शव का कराया पोस्टमार्टम
सांकरा घाट पर गंगा का बहाव तेज

गंगा में बहाब तेज है ऐसे में ज्यादा अन्दर न जाएं. घाट पर ही स्नान एवं पूजा करें. उन्होंने स्थानीय प्रशासन को 04 जुलाई से आरम्भ होने वाले श्रावण मास से पूर्व बांस-बल्ली से गंगा में सुरक्षा इंतजाम, साफ-सफाई समेत अन्य आवश्यक प्रबन्ध करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर नाव एवं गोताखोरों की तैनाती की जाएं. ताकि आकस्मिक घटनाओं के समय जनहानि को कम किया जा सकें.

रिपोर्ट-आलोक, अलीगढ़

Next Article

Exit mobile version