बेमौसम बरसात से बर्बाद हुए जीवन में बहार लाने वाले फूल, आर्थिक तंगी की चिंता में डूबे मालाकार
झारखंड के विभिन्न हिस्सों में हो रहे बेमौसम बरसात से मालाकार परेशान हैं. इस बरसात के कारण मालाकारों की फूलों की खेती बरबाद हो गई है. जिसके कारण उन्हें आर्थिक तंगी की चिंता सता रही है.
इटखोरी (चतरा), विजय शर्मा: चतरा जिले के इटखोरी प्रखंड में मंगलवार को मेघगर्जना के साथ मूसलाधार बारिश हुई. इस बेमौसम बरसात से मालाकारों को काफी नुकसान हुआ. दरअसल, मूसलाधार बारिश के कारण खेतों में लगी गेंदा और चेरी के फूलों की खेती बर्बाद हो गयी.
मालाकारों का हजारों का नुकसान
राजू मालाकार और टिंकू मालाकार ने बताया कि दोनों को लगभग चालीस हजार रुपये का नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि बारिश का कारण खेतों में लगे गेंदा और चेरी के फूल बरबाद हो गये. उन्होंने बताया कि वे लीज पर जमीन लेकर फूलों की खेती करते हैं और फूल बेचकर जो आमदनी होती है, उससे ही कर्ज चुकाते हैं और किसी तरह परिवार का भरण पोषण करते हैं, लेकिन इस बेमौसम बरसात के कारण हुए नुकसान ने मालाकारों की चिंता बढ़ा दी है.
चिंता में हैं मालाकार
मालाकार चिंता में हैं कि वे कर्ज कैसे चुका पायेंगे. उन्होंने बताया कि इस बार शादी विवाह समारोह में फूलों की बिक्री भी कम हुई थी, लोगों का आर्टिफिशियल फूलों की तरफ आकर्षण बढ़ गया है. इस कारण अधिकांश फूल खेतों में ही थे. बरसात से फूल बरबाद होने के कारण मालाकारों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ेगा. मालाकारों ने कहा कि हमलोग बैशाख माह के लग्न का इंतजार कर रहे थे, फूलों की बिक्री से ही हमलोगों के जीवन में बाहर आती है, लेकिन बरसात ने मंसूबे पर पानी फेर दिया.
बदला हुआ है मौसम का मिजाज
मालूम हो कि झारखंड में मौसम का मिजाज बदला हुआ है. अभी गर्मी का मौसम शुरू ही हुआ था कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में बोमौसम बरसात शुरू हो गई. इस बरसात के कारण जहां आमजीवन प्रभावित हो रहा है. वहीं फूलों की खेती कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करने वालों के सामने आर्थिक संकट आ गया है. मौसम विभाग ने आज भी राज्य के कई हिस्सों में ओलावृष्टि और तेज हवा को लेकर अलर्ट जारी किया था.