Jharkhand news: शीत ऋतु फूल पौधों के लिए अहम है. बागों में खिले तरह-तरह के फूल मन को मोह लेते हैं. रंग-बिरंगे फूल प्रकृति की देन है. फूल मानसिक शांति और आंखों को सुकून देते हैं. शीत ऋतु में संस्थानों के बगीचे यौवन पर होते हैं. संस्थानों में पुष्प प्रदर्शनी करायी जाती है. जिसमें संस्थान के साथ बागवानी के शौकिन लोगों को भी प्रदर्शनी में शामिल होने का मौका मिलता है. प्रदर्शनी में कैटेगरी के अनुसार, सर्वश्रेष्ठ पुष्प, सजावटी पौधे, वेजिटेबल एवं बोनसाई पौधों का चयन किया जाता है.
कोयलांचल में IIT-ISM और सिंफर में पुष्प प्रदर्शनी लगायी जाती रही है. इसका सभी को इंतजार रहता है. कोरोना के कारण से दो साल से पुष्प प्रदर्शनी नहीं लगायी जा रही है. आयोजकों का कहना है कि मौसम आते ही प्रतिभागियों के कॉल्स आने लगते हैं, लेकिन सुरक्षा को देखते हुए प्रदर्शनी स्थगित की गयी है. स्थिति सामान्य होने पर फिर से पुष्प प्रदर्शनी लगायी जायेगी.
गुलाब, गेंदा, गुलदाउदी, डहलिया, सालविया, बोनसाई पौधे, सजावटी पौधे, सब्जी लगे गमले, मौसमी फूलों व फल लगे गमले आदि.
आईआईटी- आईएसएम में लगभग तीन दशक से फरवरी के पहले या दूसरे सप्ताह में एक दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी लगायी जाती रही है. इसका समय सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे का होता है. दोपहर एक बजे के बाद प्रदर्शनी ओपेन टू ऑल कर दी जाती है. प्रदर्शनी में आईएसएम के साथ सिंफर, ईस्टर्न रेलवे, दिल्ली पब्लिक स्कूल और कैंपस के लोग भी शामिल होते हैं. जजमेंट के लिए दो जज रखे जाते हैं. एक संस्थान से और दूसरा संस्थान के बाहर के जज निर्णय लेते हैं. पिछले दो सालों से पुष्प प्रदर्शनी नहीं लगायी गयी है. इस साल प्रदर्शनी लगायी जायेगी कि नहीं इस पर संशय है.
Also Read: Dhanbad: 10 ट्रक पकड़े जाने के मामले में सीओ ने की शिकायत, कागजात अवैध, JSMDC के अफसरों-कर्मियों पर FIRसिंफर के साइंटिस्ट डॉ डीबी सिंह ने बताया कि हर साल जनवरी के अंतिम या फरवरी के पहले सप्ताह में सिंफर के कम्यूनिटी सेंटर के पास वाले स्टेडियम में पुष्प प्रदर्शनी लगायी जाती है. 1990 से लगाई जानेवाली प्रदर्शनी वर्ष 2020 और 2021 में कोविड-19 के कारण नहीं लगायी जा सकी है. एक दिवसीय प्रदर्शनी में सिंफर के साथ आईएसएम, रेलवे, निजी संस्थान के अलावा व्यक्तिगत स्तर पर लोग शामिल होते हैं. दोपहर एक बजे से प्रदर्शनी ओपेन टू ऑल कर दी जाती है. प्रदर्शनी का सारा खर्च सिंफर वहन करता है. निर्णय के लिए हॉर्टिकल्चर एक्सपर्ट बाहर से आते हैं. इस साल अभी तक कोई तैयारी नहीं है. लोगों की सुरक्षा सर्वोपरि है. सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश का पालन किया जा रहा है.
रिपोर्ट : सत्या राज, धनबाद.