मधुबनी में अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव, बाढ़ की सम्भावना से सहमे लोग
मधुबनी के बेनीपट्टी अनुमंडल के प्रखंड क्षेत्र से होकर बहनेवाली अधवारा समूह की प्रमुख सहायक नदी धौंस सहित अन्य नदियों के जलस्तर में उतार चढ़ाव शुरु गया है.
मधुबनी के बेनीपट्टी अनुमंडल के प्रखंड क्षेत्र से होकर बहनेवाली अधवारा समूह की प्रमुख सहायक नदी धौंस सहित अन्य नदियों के जलस्तर में उतार चढ़ाव शुरु गया है. दो दिन पहले जहां धौंस नदी के जल स्तर में वृद्धि होने लगी थी, वहीं रविवार को जलस्तर स्थिर होता दिख रहा है.
सहायक नदियों के जल स्तर में वृद्धि होने लगी थी
पिछले दिनों लगातार रुक-रुक कर हुई बारिश से अधवारा समूह की सभी सहायक नदियों के जल स्तर में वृद्धि होने लगी थी. अधवारा समूह की सबसे प्रमुख सहायक नदी धौंस भी बारिश होने पर लबालब होने लगी थी, लेकिन बारिश रुकने के बाद धौंस नदी के जल स्तर में भी फिलहाल स्थिरता आ गयी है.
नदी में पानी नहीं प्रवेश
हालांकि अब तक नेपाल की ओर से नदी में पानी नहीं प्रवेश किया है. वहीं सीतामढ़ी जिले के चौरौत से निकलकर मैदानी इलाके होते हुए मधवापुर बेनीपट्टी के प्रखंड सीमा त्रिमुहान आकर रजबा, धनुषी व बर्री पंचायत की ओर मुड़ जाने वाली कोकराझाड़ नदी का पानी मैदानी इलाकों की ओर फैल चुकी है, जिससे सैकड़ो एकड़ भूभाग फिलहाल जलमग्न हो चुका है. कमोबेश यही स्थिति थूम्हानी नदी की भी है. जो मल्हामोर के पश्चिम दिशा में ओवर फ्लो होकर मैदानी इलाकों में फैल चुकी है.
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बाढ़ आने की संभावना से इंकार नहीं
हालांकि उन नदियों का जलस्तर भी फिलहाल स्थिर देखा जा रहा है. फिर भी अभी भी बाढ़ आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. नदी किनारे के आस-पास में बसे दर्जनों गांवों के लोग सहमे हुए हैं. कई लोगों ने कहा कि नेपाल से पानी छोड़ने पर क्षेत्र में बाढ़ आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. वैसे भी पिछले पांच वर्ष से अनुमंडल के सभी प्रखंड बाढ़ की विभीषिका का सामना करता रहा है. एसडीएम अशोक मंडल ने कहा है कि नदियों के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है. बाढ़ से निपटने के लिये प्रशासन सतर्क और सजग है.